मिस आईसेक्ट त्रिशिता मित्रा व मिस्टर आईसेक्ट ओम सिंह बने हजारीबाग। आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग के तरबा-खरबा स्थित मुख्य कैंपस में हर्षोल्लास से 8वां स्थापना दिवस मनाया गया। आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक, कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद, डीन एडमिन डॉ एसआर रथ, डॉ बिनोद कुमार, डॉ सीताराम शर्मा, एसएनके उपाध्याय व अन्य के हाथों दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। विश्वविद्यालय की बीएफए की किरण कुमारी की ओर से पेश किया गया गणेश वंदना स्वागत नृत्य, मौजूद लोगों का मन मोह लिया। इसके बाद विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिससे मौके पर मौजूद लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। छात्र अभिनीत एंड ग्रूप द्वारा पेश किया नागपुरी गीत ने झारखंडी विशेषताओं को प्रदर्शित किया। इसके साथ साथ साक्षी का सोलो डांस, नलिन का गज़ल, निलेश और विशाल का सोलो गीत, कव्वाली, स्पैनिश और साउथ इंडियन ग्रूप डांस ने कई को थिरकने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक ने विश्वविद्यालय से संबंधित कई अहम जानकारियां सभी से साझा की। उन्होंने बताया कि आईसेक्ट विश्वविद्यालय में समावेशी विकास को आधार बनाकर विद्यार्थियों को सफलता की राह पर अग्रसर करने के परिणाम भी अब सुखद मिलने लगे हैं। पढ़ाई के साथ साथ विभिन्न विधाओं में विद्यार्थियों की निखरती प्रतिभाएं इसका जीता जागता उदाहरण है। वहीं आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने विश्वविद्यालय के 8 वर्षों की उपलब्धियां गिनाई। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधन और कम विद्यार्थियों से बीते 16 मई 2016 से शुरू हुए आईसेक्ट विश्वविद्यालय ना सिर्फ अपने उद्देश्यों को पूरा किया है, बल्कि इर्द-गिर्द शैक्षणिक माहौल के साथ साथ विद्यार्थियों के लिए वरदान भी साबित हुआ है! उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ समय समय पर विश्वविद्यालय में नि: शुल्क कैरियर काउंसलिंग का भी आयोजन कराया जाता है ताकि विद्यार्थियों के भविष्य की सफल राह आसान हो। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय की ओर से प्लेसमेंट सेल का भी निर्माण किया गया है, जो विद्यार्थियों के रोजगार के लिए अहम साबित हो रहा है। उन्होंने बताया कि इन आठ वर्षों के दौरान विद्यार्थियों में समावेशी विकास और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने के कारण ही विश्वविद्यालय सफलता की नई ऊंचाइयों को तय करने में कामयाब हुआ है। बताते चलें कि झारखण्ड की शान, झारखण्ड का गौरव, नेशनल एजुकेशन अवार्ड, वर्ल्ड एजुकेशन सम्मिट अवार्ड जैसे दर्जनों अवार्ड से अब तक आईसेक्ट विश्वविद्यालय को विभिन्न संस्थाओं की ओर से बेहतर शिक्षा के लिए सम्मानित किया जा चुका है। बता दें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर बीते 4 मई से लेकर 15 मई तक विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें सभी विजेता प्रतिभागियों को स्थापना दिवस के मौके पर मंच से पुरस्कृत किया गया। मंच संचालन राजनीति विज्ञान की सह प्राध्यापिका प्रीति व्यास व टीपीओ विन्नी प्रिस्का टोप्नो ने किया।