आज सुबह 6 बज कर 38 मिनट पर तेज गति से भूकंप का झटका महसूस किया गया। जिसे अफरा तफरी मच गया भूकंप के झटके से लोग डर गए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
मधुबनी राजनगर थाना पुलिस ने रांटी मोहनपुर से 2:00 बजे सोमवार को एक हथियार के साथ एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने "जनता के दरबार में जिलाधिकारी" कार्यक्रम में प्राप्त शिकायतों के आलोक में अधिकारियों को त्वरित निष्पादन* *का दिया निर्देश--------- जन शिकायतों को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखकर त्वरित निष्पादन करे अधिकारी।..डीएम जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा के द्वारा शुक्रवार को समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित* *जनता के दरबार में जिलाधिकारी" कार्यक्रम* में जिले के सुदूर क्षेत्रो से आए हुए परिवादियों से मुलाकात कर उनकी शिकायतों को सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को त्वरित निष्पादन का निर्देश दिया गया । गौरतलब हो कि प्रत्येक सप्ताह शुक्रवार को जनता दरबार में जिलाधिकारी कार्यक्रम के आयोजन के मौके पर जिलाधिकारी सभी परिवादियों से मुलाकात करते हैं और उनकी शिकायतों के निपटारे के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी देते हैं. इस परिप्रेक्ष्य में शुक्रवार, 03 जनवरी को कुल 51 परिवादी अपनी शिकायतों के साथ जिलाधिकारी से मिले. प्रखंड कार्यालय, राजनगर निवासी रंजू देवी द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के सूची में नाम होने के बावजूद लाभ नहीं मिलने से संबंधित शिकायत किया गया। प्रखंड मधवापुर निवासी राम विलास मंडल एवं अन्य के द्वारा आवेदन दिया गया कि मुखियापट्टी पंचायत में सरकारी भूमि होने के बावजूद ग्राम पंचायत से दूर कही पंचायत भवन बनाने से संबंधित शिकायत किया गया। । बेनीपट्टी प्रखंड निवासी टुनटुन राम द्वारा उनके ग्रामीण उत्तम राय द्वारा जबरन जमीन दखल करने संबंधित शिकायत किया गया। खजौली प्रखंड निवासी रानी देवी द्वारा रंगदारी पूर्वक विपक्षी द्वारा उनके निजी जमीन आवासीय भूमि के आगे जमीन अवरुद्ध करने से संबंधित शिकायत किया। प्रखंड अंधराठाढ़ी के निवासी बैजू प्रसाद यादव एवं अन्य के द्वारा ग्राम मदन पट्टी के बीचो-बीच होकर गुजरने वाली सुगरबे नदी पर बना रहे सुलिशगेट एवं तटबंध को बनाने से रोकने संबंधित आवेदन दिया। ग्राम+पोस्ट मांगरौनी निवासी चंद्र मोहन झा ने जबरन निजी जमीन फर्जीवाड़ा करके जमीन हड़पने से संबंधित शिकायत किया। बड़ा बाजार मधुबनी निवासी गोपाल कुमार द्वारा उनके निजी जमीन से सड़क तक जाने वाली रास्ता को बंद किए जाने से संबंधित शिकायत किया गया। प्रखंड पंडौल निवासी रामपरी देवी द्वारा उनके पति के मौत हो जाने के उपरांत आपदा विभाग द्वारा मिलने लाभ से अभी तक वंचित होने से संबंधित आवेदन दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा आए हुए सभी परिवादियों से बारी-बारी से शिकायतें सुनी गई और उनके परिवाद के निवारण हेतु संबधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए गए. जिलाधिकारी ने कई प्राप्त शिकायतों के आलोक में संबंधित पदाधिकारियों को फोन कर जन शिकायतों को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखकर त्वरित निष्पादन करने का निर्देश दिया।-उक्त अवसर पर उपविकास आयुक्त दीपेश कुमार अपर समाहर्ता शैलेश कुमार आदि उपस्थित थे।
नए साल का स्वागत संकीर्तन और अष्टजाम यज्ञ के साथ आध्यात्मिक रूप से किया जा रहा है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
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बढ़ती ठंड को देखते हुए जिला प्रशासन ने जारी किया एडवाइजरी।* *जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने अपील करते हुए कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी का जरूर करे पालन।एडवाइजरी का पालन कर इंसान ,पेड़ ,पौधों और फसलों के साथ- साथ पक्षी और पालतू जानवरों को भी शीत लहर से बचाव कर सकते है। जिलाधिकारी ने सभी सीओ एवं नगर निकायों को अलाव की व्यवस्था करने का दिया निर्देश।* जरूरतमंदो के बीच कंबल वितरण का भी दिया निर्देश। बढ़ती ठंढ को देखते हुए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी किया
प्रो शीतलांबर झा पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष सह प्रदेश प्रतिनिधि ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि देश के आर्थिक शिल्पकार, विश्व प्रख्यात अर्थशास्त्री पूर्व प्रधानमंत्री पद्मविभूषण डॉ मनमोहन सिंह जी की आकस्मिक निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है , देश ने सच्चा देशभक्त सर्वश्रेष्ठ बेटा को खोया है जिसे निकट भविष्य में भरा नहीं जा सकता है वे मृदुभाषी एवं सादगी के प्रतिमूर्ति थे , वे एकीकृत भारत के एक सामान्य परिवार में जन्म लेकर बेमिसाल शिक्षा ग्रहण कर दुनिया में प्रसिद्द हुए उनके जीवन के एक एक पल देश के तरक्की में लगा रहा जो दुनिया के लिए अनुकरणीय है । प्रो झ ने कहा वे अपनी सेवा विश्विद्यालय के शिक्षक से शुरुआत कर बड़े मुकाम तक पहुंचे वे वाणिज्य एवं वित्त विभाग में आर्थिक सलाहकार रहे, योजना आयोग के अध्यक्ष बने ,आरबीआई के गवर्नर बने , पहली बार 1991 में राज्यसभा के सांसद बने और देश के वित्त मंत्री तब बने जब देश आर्थिक रूप से दोराहे पर खड़ा था ,विदेशी बैंक के साथ साथ कोई देश ऋण तक देने को तैयार नहीं था ,देश के पास मात्र दो सप्ताह का आयात निर्यात करने के लिए विदेशी मुद्रा बचा था उस विषम स्थिति में सरदार साहेब ने अपनी बुद्धिमत्ता से देश को आर्थिक संकट से बाहर निकाला ,एक कुशल राजनेता की तरह उन्होंने फिर से दुनिया के अंदर भारत की प्रतिष्ठा को स्थापित किया। प्रो झा ने कहा जब उन्हें देश के 14 वें प्रधानमंत्री के रूप में कांग्रेस पार्टी द्वारा चयन किया गया तो उनके सामने बहुत बड़ा संकट था वे सभी झंझावातों को पीछे छोड़ते हुए देश को पांच ट्रिलियन डालर इकोनॉमी का आधार शिला रखा , खाड़ी देशों में युद्ध होने से तेल की कीमत दुनिया में आसमान छूने लगी जिससे आम उपभोक्ताओं को रोजमर्रा की चीजें महंगी होने लगी ,दुनिया के बड़े बड़े देश मंदी के कारण डर गए लेकिन डॉ मनमोहन सिंह जी की दूरदृष्टी ने इन सभी झंझावतों को पीछे छोड़ते हुए देश के इकोनॉमी दस प्रतिशत पर ला खड़ा किया बल्कि अमरीका जैसे शक्तिशाली राष्ट्र के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा भी उन्हें सलाह लेने के लिए मजबूर हो गए इसलिए उन्हें देश के आर्थिक उदारीकरण के जनक कहा जाता है जो दुनिया के पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था देश को बना दिया । प्रो झा ने उनके प्रधानमंत्रित्वकाल की चर्चा करते हुए कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू जी एवं श्रीमती इंदिरा गांधी जी की बाद सबसे लंबे समय दस वर्षों तक 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे अपने कार्यकाल में उन्होंने बेमिसाल काम किए पारदर्शिता के लिए प्रधानमंत्री से लेकर निचले अधिकारी तक से जानकारी लेने के लिए सूचना का अधिकार, देश के गरीब गरबा भूखों न रहे इसके लिए खाद्य सुरक्षा गारंटी कानून भोजन का अधिकार , देश के सभी बच्चे शिक्षा ग्रहण करे इसके लिए शिक्षा का गारंटी कानून , देशभके सभी लोगों को स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए स्वास्थ्य गारंटी कानून, किसानों मजदूरों को प्रोत्साहन के लिए बहत्तर हजार करोड़ रुपए से कृषि ऋण की माफी कर दिए , गांव के गरीबों एवं मजदूरों को रोजगार के लिए मनरेगा लाकर कम से कम एक सौ दिनों तक काम देने का कानून बना, किसानों का जमीन कोई धनवान कंपनी या सरकार मामूली रूपये पर न ले उसके लिए भूमि अधिग्रहण कानून लाकर उन्हें सरकारी दर से चार गुणा रुपया देकर ही अधिग्रहण करने का कानून बनाया गया , सरकारी कामों के लिए आधार कार्ड का शुरुआत हुआ , अमरीका जैसे शक्तिशाली देश से न्यूक्लियर पावर समझौता किया, देश में विदेशी कंपनियों के लिए द्वार खोले गए जिससे आज देश के बड़ी संख्या में शिक्षित युवक एवं युवतियों को बहुत ही बेहतरीन सैलरी पर नौकरी मिली , सरकारी भर्ती के लिए द्वार खोले गए , देश को सामरिक दृष्ट से मजबूत बनाने के लिए सैनिकों को आधुनिकीकरण किए साथ ही कई लंबी दूरी का तक मार करने बाली अग्नि , आकाश जैसे मिसाइल का निर्माण हुआ , देश में कोई क्षेत्र ऐसा नहीं जिसे मनमोहन सिंह अछूता छोड़े, उद्योग, कृषि , साइंस ऑफ टेक्नोलॉजी, बैंकों का पंचायत स्तर तक विस्तारीकरण , 27 गरीबों के गरीबी रेखा से बाहर निकाले , देश में सड़कों एवं रेलवे का विस्तारीकरण हुआ कुल मिलाकर देश के चौमुखी विकास के लिए उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ा , मनमोहन जी नियमित रूप से प्रेस कांफ्रेंस करते थे संवाददाताओं के सवाल जवाब का उत्तर देते थे वे अद्वितीय महापुरुष थे वे आज के राजनेता की तरह संकीर्ण नहीं थे पक्ष , विपक्ष के नेताओं का समान रूप से सम्मान करते थे ,उनके लिए देश सबसे महत्वपूर्ण था वे अपने परिवार के लोगों तक को सरकारी गाड़ी ले जाने का अनुमति नहीं देते थे । प्रो झा ने महान विभूति को भारत रत्न देने की सरकार से मांग किया है ।
बिहार विधान परिषद सदस्य और भाजपा के वरिष्ठ नेता घनश्याम जी ठाकुर ने कहा बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष और पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल का देहांत हम सब के लिए दुःखद और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है. घनश्याम जी ठाकुर ने दुःख जताते हुए कहा कि किशोर कुणाल केवल एक सफल प्रशासनिक अधिकारी बोन के साथ सामाजिक तौर पर वह काफी सक्रिय थे. उन्होंने आध्यात्मिक जीवन को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया. घनश्याम जी ठाकुर ने कहा कि पटना का महावीर मंदिर लोगों के लिए आस्था का सबसे बड़ा केंद्र है. मंदिरों के माध्यम से उन्होंने जनजागरण का कार्य किया. उनकी ओर से शुरू किए गए सामाजिक प्रकल्प के काम समाज के लिए संदेश है. उनके निधन से सामाजिक एवं धार्मिक क्षेत्र में खालीपन पैदा हुआ है. ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनके परिवार को दु:ख सहने की शक्ति दें.
प्रो शीतलांबर झा पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष सह प्रदेश प्रतिनिधि ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि देश के आर्थिक शिल्पकार, विश्व प्रख्यात अर्थशास्त्री पूर्व प्रधानमंत्री पद्मविभूषण डॉ मनमोहन सिंह जी की आकस्मिक निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है , देश ने सच्चा देशभक्त सर्वश्रेष्ठ बेटा को खोया है जिसे निकट भविष्य में भरा नहीं जा सकता है वे मृदुभाषी एवं सादगी के प्रतिमूर्ति थे , वे एकीकृत भारत के एक सामान्य परिवार में जन्म लेकर बेमिसाल शिक्षा ग्रहण कर दुनिया में प्रसिद्द हुए उनके जीवन के एक एक पल देश के तरक्की में लगा रहा जो दुनिया के लिए अनुकरणीय है । प्रो झ ने कहा वे अपनी सेवा विश्विद्यालय के शिक्षक से शुरुआत कर बड़े मुकाम तक पहुंचे वे वाणिज्य एवं वित्त विभाग में आर्थिक सलाहकार रहे, योजना आयोग के अध्यक्ष बने ,आरबीआई के गवर्नर बने , पहली बार 1991 में राज्यसभा के सांसद बने और देश के वित्त मंत्री तब बने जब देश आर्थिक रूप से दोराहे पर खड़ा था ,विदेशी बैंक के साथ साथ कोई देश ऋण तक देने को तैयार नहीं था ,देश के पास मात्र दो सप्ताह का आयात निर्यात करने के लिए विदेशी मुद्रा बचा था उस विषम स्थिति में सरदार साहेब ने अपनी बुद्धिमत्ता से देश को आर्थिक संकट से बाहर निकाला ,एक कुशल राजनेता की तरह उन्होंने फिर से दुनिया के अंदर भारत की प्रतिष्ठा को स्थापित किया। प्रो झा ने कहा जब उन्हें देश के 14 वें प्रधानमंत्री के रूप में कांग्रेस पार्टी द्वारा चयन किया गया तो उनके सामने बहुत बड़ा संकट था वे सभी झंझावातों को पीछे छोड़ते हुए देश को पांच ट्रिलियन डालर इकोनॉमी का आधार शिला रखा , खाड़ी देशों में युद्ध होने से तेल की कीमत दुनिया में आसमान छूने लगी जिससे आम उपभोक्ताओं को रोजमर्रा की चीजें महंगी होने लगी ,दुनिया के बड़े बड़े देश मंदी के कारण डर गए लेकिन डॉ मनमोहन सिंह जी की दूरदृष्टी ने इन सभी झंझावतों को पीछे छोड़ते हुए देश के इकोनॉमी दस प्रतिशत पर ला खड़ा किया बल्कि अमरीका जैसे शक्तिशाली राष्ट्र के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा भी उन्हें सलाह लेने के लिए मजबूर हो गए इसलिए उन्हें देश के आर्थिक उदारीकरण के जनक कहा जाता है जो दुनिया के पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था देश को बना दिया । प्रो झा ने उनके प्रधानमंत्रित्वकाल की चर्चा करते हुए कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू जी एवं श्रीमती इंदिरा गांधी जी की बाद सबसे लंबे समय दस वर्षों तक 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे अपने कार्यकाल में उन्होंने बेमिसाल काम किए पारदर्शिता के लिए प्रधानमंत्री से लेकर निचले अधिकारी तक से जानकारी लेने के लिए सूचना का अधिकार, देश के गरीब गरबा भूखों न रहे इसके लिए खाद्य सुरक्षा गारंटी कानून भोजन का अधिकार , देश के सभी बच्चे शिक्षा ग्रहण करे इसके लिए शिक्षा का गारंटी कानून , देशभके सभी लोगों को स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए स्वास्थ्य गारंटी कानून, किसानों मजदूरों को प्रोत्साहन के लिए बहत्तर हजार करोड़ रुपए से कृषि ऋण की माफी कर दिए , गांव के गरीबों एवं मजदूरों को रोजगार के लिए मनरेगा लाकर कम से कम एक सौ दिनों तक काम देने का कानून बना, किसानों का जमीन कोई धनवान कंपनी या सरकार मामूली रूपये पर न ले उसके लिए भूमि अधिग्रहण कानून लाकर उन्हें सरकारी दर से चार गुणा रुपया देकर ही अधिग्रहण करने का कानून बनाया गया , सरकारी कामों के लिए आधार कार्ड का शुरुआत हुआ , अमरीका जैसे शक्तिशाली देश से न्यूक्लियर पावर समझौता किया, देश में विदेशी कंपनियों के लिए द्वार खोले गए जिससे आज देश के बड़ी संख्या में शिक्षित युवक एवं युवतियों को बहुत ही बेहतरीन सैलरी पर नौकरी मिली , सरकारी भर्ती के लिए द्वार खोले गए , देश को सामरिक दृष्ट से मजबूत बनाने के लिए सैनिकों को आधुनिकीकरण किए साथ ही कई लंबी दूरी का तक मार करने बाली अग्नि , आकाश जैसे मिसाइल का निर्माण हुआ , देश में कोई क्षेत्र ऐसा नहीं जिसे मनमोहन सिंह अछूता छोड़े, उद्योग, कृषि , साइंस ऑफ टेक्नोलॉजी, बैंकों का पंचायत स्तर तक विस्तारीकरण , 27 गरीबों के गरीबी रेखा से बाहर निकाले , देश में सड़कों एवं रेलवे का विस्तारीकरण हुआ कुल मिलाकर देश के चौमुखी विकास के लिए उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ा , मनमोहन जी नियमित रूप से प्रेस कांफ्रेंस करते थे संवाददाताओं के सवाल जवाब का उत्तर देते थे वे अद्वितीय महापुरुष थे वे आज के राजनेता की तरह संकीर्ण नहीं थे पक्ष , विपक्ष के नेताओं का समान रूप से सम्मान करते थे ,उनके लिए देश सबसे महत्वपूर्ण था वे अपने परिवार के लोगों तक को सरकारी गाड़ी ले जाने का अनुमति नहीं देते थे । प्रो झा ने महान विभूति को भारत रत्न देने की सरकार से मांग किया है ।