भारी टैप के चलते तबाही हो रही है किसान मजदुर औ कामगार परशान है धन का बिज सुख रहा है किसान के बिच निराशा है पानी का कोई सहारा नहीं है
भारी टैप के चलते तबाही हो रही है किसान मजदुर औ कामगार परशान है धन का बिज सुख रहा है किसान के बिच निराशा है पानी का कोई सहारा नहीं है