दिवाकर लाल दास,मधुबनी से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है कि सरकार के द्वारा अचानक 500 एवम 1000 रूपये के नोट बंद करने के फैसले के बाद तरह-तरह के लोगो के मन में सवाल गूंज रहे है इसी के साथ नोटों के बदला-बदली को लेकर कई अफ़वाए भी फ़ैल रही है.जो लोग बुरे वक्त के लिए पैसे को संभाल कर रखे थे उनके लिए तो काफी बुरा वक्त आ गया है.अचानक इस तरह के ऐलान से भरस्टाचार,कालाधन और आतंकवाद पर रोक तो लगेगी लेकिन आम लोगो के बीच अनेक तरह की कठिनाई उत्पन हो रही है,खासकर वैसे गरीब वर्ग के लोग जो डेली कमाते और खाते है वैसे व्यक्ति के घर चूल्हे तक नहीं जले।गरीब मजदुर जो शाम को पैसे कमा कर लाये थे और जब सुबह रोजमर्रा की वस्तुओ को खरीदने बाजार गए तो दुकानदारो ने 500 के नोट लेने से इंकार कर दिया जिस कारण उन्हें खाली हाथ घर लौटना पड़ा साथ ही व्यवसायी का तो मायूसी छाई हुयी है और बड़े वयापारी अपने काले धन के बचाव में लगे हुए है.सरकार द्वारा इस धमाकेदार ऐलान से देश की आर्थिक स्थिति में जोरदार बदलाव आएगा और भरस्टाचार,कालाधन और आतंकवाद पर अंकुश जरूर लगेगी।