मेरा नाम सरिता देवी है । मैं पूर्वी चंपारण से बोल रहा हूँ । हमने आलू और मक्के की खेती की है । हम समय - समय पर उनमें खाद और पानी डालते हैं । यह अच्छा हुआ है ।