मनरेगा में पूर्वी चंपारण सूबे में तीसरे पायदान पर आया है। विगत फरवरी माह के रैंकिंग में जिले को 68.14 स्कोर मिला है। जबकि पहले नम्बर पर किशनगंज व दूसरे स्थान पर कटिहार जिला आया है। डीएम शीर्षत कपिल अशोक के निर्देशन व डीडीसी समीर सौरभ के पर्यवेक्षण में पूर्वी चंपारण जिले में मनरेगा अपना दबदबा बरकरार रखा है। हालांकि मनरेगा को नंबर वन पर लाने के लिए विभागीय स्तर पर कार्रवाई चल रही है। जिले में मनरेगा में 1 करोड़ 17 लाख 55 हजार 269 मानव श्रम दिवस सृजन के विरुद्ध 1करोड़ 02 लाख 37 हजार 755 मानव श्रम दिवस सृजित किया गया है। 43 हजार 665 ई एम आर के विरुद्ध 52 हजार 86 ई एम आर निर्गत किया गया है। जो लक्ष्य का 119.28 प्रतिशत है। पौधरोपण योजना में 5350 के विरुद्ध 568 ई एम एम आर निर्गत किया गया है। जल संरक्षण योजना में 1911 के विरुद्ध 322 योजनाएं पूर्ण की गई है। इसके अलावा पीएम आवास योजना में डीआरडीए ने मनरेगा में अच्छी उपलब्धि हासिल किया है।