बिहार राज्य के पूर्वी चम्पारण ज़िला के मोतिहारी प्रखंड से कृषि मौसम वैज्ञानिक नेहा पारीक ,चम्पारण मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि वर्तमान परिपेक्ष्य में बेटी की पढ़ाई समाज की भलाई कार्यक्रम बहुत ही आवश्यक है। बेटी की शिक्षा बहुत आवश्यक है। भारतीय समाज में बेटियों को पराया धन माना जाता है। ऐसे में बेटियों को आत्मनिर्भर बना कर दूसरे के घर भेजना चाहिए ताकि भविष्य में समस्या आने पर वो समाधान निकाल सके और आने वाली पीढ़ी को भी शिक्षित कर सके। नेहा पारीक के माता पिता भी शिक्षा के महत्व को समझे और इन्हे शिक्षित किया ,वो कई राज्यों में कार्य कर अभी बिहार में कार्यरत है। सभी की सोच बदले और बेटियों की शिक्षा पर ध्यान देंगे तो समाज में अच्छा परिवर्तन आना निश्चित है। हर क्षेत्र में लड़कियाँ अपना नाम कमा रही है। लड़कियों को शिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाना चाहिए। बेटा और बेटी एक सामान है ,जैसा बेटों की शिक्षा पर ध्यान दिया जाता है वैसे ही बेटियों की शिक्षा पर भी ध्यान दें