शहीद कारगिल मेजर चंद्रभूषण के पैतृक गांव चंडीहां स्थित स्मारक स्थल पर सोमवार को कारगिल विजय दिवस के रूप में मेजर चंद्रभूषण द्विवेदी के अग्रज भाई श्याम चंद्र द्विवेदी सहित गांव के युवा पीढ़ी ने माला दीपक जलाकर उनकी शहादत 21 वां विजय दिवस मनाया गया। अग्रज भाई श्यामसुंदर द्विवेदी ने बताया कि साल 1999 में कारगिल में पाकिस्तान के साथ चले युद्ध में भारतीय जवानों ने पड़ोसी देश को पराजित कर दिया था यह युद्ध 60 दिनों तक चला था जिसमें 26 जुलाई को भारतीय सेना को विजय हासिल हुई थी। मालूम हो कि कारगिल में जीत की वजह से ही जवानों के सम्मान में कारगिल विजय दिवस के रूप में 26 जुलाई को मनाया जाता है। मौके पर उपस्थित लोगों ने बताया कि उनके शहादत होने के बावजूद भी आज तक उनके नाम से बसंत पट्टी चौक पर शहीद स्मारक का गेट का निर्माण न होना एवं चौमुखी विकास सड़क का निर्माण वह उनके स्मारक स्थल पर जाने के लिए भी आज तक पथ का निर्माण न होना काफी दुखद है।आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल कुश द्विवेदी, निकेत कुमार,शशिभूषण द्विवेदी,नितेश भारतीय, शिवम कुमार,रणधिर कुमार,धर्मेश कुमार द्विवेदी,बाबुल कुमार,विष्णु शंकर, रितेश कुमार सहित अन्य लोग शामिल हुए।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
