पूर्वी चंपारण की धरती घोड़ासहन की समस्याएं यहां कोई सच नहीं बोलता यहां ब्लॉक अधिकारी से भी कुछ जानकारी लिया जाए तो नहीं देते सच्ची भरी खबर जब अधिकारियों से पूछा जाए तो बोलना वह नहीं चाहते मगर हमको मोबाइल वाणी के रिपोर्टर को नजर आती है और मैं आज बताने जा रहा हूं कि घोड़ासहन की समस्याओं पर वहां की अधिकारी चुपकी क्यों लगाते हैं
