खैरा मंगलवार की रात से बे मौसम बरसात होने से खेतों में लगी फसल का नुकसान होने से किसानों में चिंता बढ़ गई है और वे परेशान होने लगे किसानों ने मंहगे दर पर सरसों आलू लहर रेचा चना जब फसलों के पौधों में फूल लगने लगा तो बारिश होने लगी और उक्त फसलों का फूल झड़ जमीन पर गिरने लगा किसानों ने कहा कि लगातार कई वर्षों से फसलों के समय मौसम किसानों के प्रतिकूल हो जाता है जिससे कि किसानों को फसलों से मुनाफा की जगह घाटे का सामना करना पड़ता है इधर बारिश से ठंड बढ़ने लगी है इस कप कपाती ठंड से बूढ़े बुजुर्गों में भी परेशानी बढ़ने लगी है इस तरह के मौसम के बावजूद भी सरकारी स्तर से संस्था की ओर से अथवा किसी धनकुबेर की ओर से इन लोगों के लिएकोई कल्याणकारी कदम नहीं उठाया गया है बूढ़े एवं बुढ़िया मुख्यालय परिसर में पूछते फिरती है कि कम्बल और कपड़ा का वितरण कब होगा। पूरी खबर सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।