सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

मनरेगा में भ्रष्टाचार किसी से छुपा हुआ नहीं है, जिसका खामियाजा सबसे ज्यादा दलित आदिवासी समुदाय के सरपंचों और प्रधानों को उठाना पड़ता है, क्योंकि पहले तो उन्हें गांव के दबंगो और ऊंची जाती के लोगों से लड़ना पड़ता है, किसी तरह उनसे पार पा भी जाएं तो फिर उन्हें प्रशासनिक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस मसले पर आप क्या सोचते हैं? क्या मनरेगा नागरिकों की इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम हो पाएगी?

बनो नई सोच ,बुनो हिंसा मुक्त रिश्ते की आज की कड़ी में हम सुनेंगे महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार और हिंसा के बारे में।

*छात्र-छात्राओं को किया बालविवाह के विषय में जागरूक----* जनपद शाहजहांनपुर आज दिनांक 23/01/2024 को जिला प्रोबेशन अधिकारी गौरव मिश्रा के निर्देशन में राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में 'साप्ताहिक गतिविधियों' के अंतर्गत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत गुरुनानक पाठशाला व प्राथमिक विद्यालय नवादा में छात्र- छात्राओं के साथ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महिला कल्याण विभाग से प्रभारी जिला मिशन कोऑर्डिनेटर अम्रता दीक्षित द्वारा "चुप्पी तोड़े- खुलकर बोले" इस विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही छात्र-छात्राओं को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के विषय में जानकारी दी गई। महिलाओं ,बालिकाओं को लैंगिक अपराध, बाल विवाह, बालश्रम एवं विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाएं जैसे मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, वृद्धा पेंशन योजना, दिव्यांग पेंशन योजना, निराश्रित विधवा पेंशन योजना, और बाल सेवा योजना एवं वन स्टॉप सेंटर, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना, जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री सामूहिक विवाह योजना ,राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना,आदि योजनाओं के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई।जेंडर स्पेशलिस्ट कीर्ति मिश्रा द्वारा विभिन्न हेल्पलाइन नंबर 181,112,1098 , 1090,108,1076, के बारे में बताया गया। कार्यक्रम में विभाग से प्रभारी जिला मिशन कोऑर्डिनेटर अम्रता दीक्षित, प्रधानाचार्य हरमीत कौर, जेंडर स्पेशलिस्ट कीर्ति मिश्रा,अध्यापिका पूनम शर्मा,पूर्णिमा, अंजू शर्मा,राजवीर आदि स्टाफ मौजूद रहा।

यह कहानी एक लड़की की साहस और संघर्ष की है, जिसने अत्याचार को मात दिया और नये जीवन की धारा चलाई। मायके का साथ बना उसका सहारा, बेटे को बड़ा किया सच्चाई की पुकार से। उमा ने सिखाया, हिंसा से ना डरो, आगे बढ़ो, सपनों को हकीकत में बदलो। आपको लगता है कि उमा ने अपने जीवन में सही निर्णय लिया था, जब वह अपने परिवार के खिलाफ खड़ी हुई थी? उमा की कहानी आपको कैसे प्रेरित करती है और आपके विचारों में समाज में इस तरह की स्थितियों पर सहायता और बदलाव कैसे लाया जा सकता है?