रायबरेली । महिला रसोईया ने डीएम कार्यालय पर बैठकर ग्राम प्रधान तथा प्रधानाध्यापक के विरुद्ध भूख हड़ताल पर बैठी महिला प्रधानाध्यापक पर लगाया मनमाने ढंग से नौकरी से निकाले जाने का लगाया आरोप विगत पन्द्रह वर्षों से स्कूल में कार्यरत थी महिला । मामला आशा देवी बेला टिकरी विद्यालय में विगत पन्द्रह वर्षों से रसोईया के पद पर कार्यरत थी महिला बिना कारण मनमाने तरीके से प्रधानाध्यापक और प्रधान पर नौकरी से निकलने का लगाया आरोप रसोईया का काम कर परिवार का भरण पोषण कर रही थी महिला नौकरी से निकाले जाने पर महिला के परिवार पर रोजी रोटी के संकट से गुजर रही महिला बैठी भूख हड़ताल पर आशा देवी ने बताया एक महिला से प्रधानाध्यापक सिग्नेचर दो तीन माह से कराने लगे थे, जिसका उसे पता नहीं था बाद में स्कूल के प्रधानाध्यापक संजीव सिंह ने महिला की सेवा बंद करने की बात कहकर न आने को कहा था। डीएम कार्यालय पर हड़ताल पर बैठी महिला ने नौकरी पर रखे जाने की मांग की है।

मोबाइल वाणी और माय कहानी का एक ख़ास पेशकस आपके लिए कार्यक्रम भावनाओं का भवर जहाँ हम सुनेंगे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने से जुड़ी कुछ जानकारियां , तो आइये, आज की कड़ी में सुनेंगे बुलिंग यानि कि ताकत दिखाके बदमाशी करना क्या होता है और इसका पहचान कैसे किया जाये साथ ही इस समस्या से निपटने के लिए क्या किया जा सकता है इस बारे में । हां तो साथियों, बुलिंग का सामना करना कोई आसान काम नहीं होता है। हमारे समाज में कई ऐसे लोग हैं जो इसका शिकार है. क्या आपने या आपके किसी जानने वाले ने कभी अपने जीवन में बुलिंग का सामना किया है ? आखिर क्या वजह है कि समाज में बुलिंग जैसी समस्या उत्पन्न होती है और क्यों लोग इस समस्या से जूझने के लिए मजबूर होते हैं ? बुलिंग से जूझने में माता पिता की क्या भूमिका हो सकती है ? साथ ही इसी तरह की और भी जानकारी सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। https://www.youtube.com/@mykahaani

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

दोस्तों, मोबाइलवाणी के अभियान क्योंकि जिंदगी जरूरी है में इस बार हम इसी मसले पर बात कर रहे हैं, जहां आपका अनुभव और राय दोनों बहुत जरूरी हैं. इसलिए हमें बताएं कि आपके क्षेत्र में बच्चों को साफ पानी किस तरह से उपलब्ध हो रहा है? क्या इसमें पंचायत, आंगनबाडी केन्द्र आदि मदद कर रहे हैं?आप अपने परिवार में बच्चों को साफ पानी कैसे उपलब्ध करवाते हैं? अगर गर्मियों में बच्चों को दूषित पानी के कारण पेचिस, दस्त, उल्टी और पेट संबंधी बीमारियां होती हैं, तो ऐसे में आप क्या करते हैं? क्या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से बच्चों का इलाज संभव है या फिर इलाज के लिए दूसरे शहर जाना पड रहा है? जो बच्चे स्कूल जा रहे हैं, क्या उन्हें वहां पीने का साफ पानी मिल रहा है? अगर नहीं तो वे कैसे पानी का इंतजाम करते हैं?

बनो नई सोच ,बुनो हिंसा मुक्त रिश्ते की आज की कड़ी में हम सुनेंगे महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार और हिंसा के बारे में।

जीगो के कंपोजिट विद्यालय में चोरों ने गेहूं चावल समेत बच्चों के खेलकूद का सामान किया चोरी थाने में दी गई। तहरीर। सोमवार रात अज्ञात चोरों के द्वारा विद्यालय के भंडार कच्छ का ताला तोड़कर एमडीएम का राशन व बच्चों के खेलकूद की सामग्री पर कर दी गई स्मार्ट क्लास का भी ताला तोड़ा गया पर गनीमत रही की स्मार्ट टीवी बैटरी यूपीएस समेत अन्य सामान चोर नहीं ले गए। इंचार्ज प्रधानाध्यापिका शालिनी अवस्थी ने बताया की चोरी की घटना की जानकारी सोमवार विद्यालय खुलने पर हुई। जिसमें चार बोरी चावल व दो बोरी गेहूं एवं ₹3000 कीमत का खेलकूद का सामान अज्ञात चोरों के द्वारा चोरी कर लिया गया है।

विकासखंड की ग्राम सभा शेखपुर समोधा में स्थित एक निजी इंटर कॉलेज में ग्राम सभा के वरिष्ठ सेवा निर्मित बेचन लाल मिश्रा की अध्यक्षता एवं समाजसेवी डॉ महेंद्र अवस्थी के निर्देशन व भाजपा नेता सत्य प्रकाश पांडे की अगुवाई में राम मंदिर आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कार सेवकों एवं देश की सीमा पर भारतीयों की रक्षा करने वाले रिटायर्ड फौजियों तथा वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया।

रायबरेली। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर ने कायाकल्प ऑपरेशन के अंतर्गत विद्यालयों के सुन्दरीकरण और निर्माण कार्यो की समीक्षा बैठक महात्मा गांधी सभागार में की। उन्होंने कहा कि सभी खंड शिक्षा अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में विद्यालयों के कार्यो पर विशेष ध्यान दे। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में बिजली, पानी,प्रकाश,शौचालय, टाइलीकरण और साफ सफाई पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि विद्यालयों को स्मार्ट बनाया जाए जिससे बच्चों की उपस्थिति बढ़े। सभी कार्यदायी संस्थाओं पर नजर रखी जाए और उनसे गुणवत्ता परक कार्य कराया जाए। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों और खंड शिक्षा अधिकारियों को कार्य मे प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो कार्य संतृप्त हो गए हैं उनको अपडेट किया जाए जिससे की जनपद की रैंकिंग बेहतर हो सके। बैठक में बेसिक शिक्षा अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी,सभी खंड शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।

रायबरेली विकास क्षेत्र दीनशाह गौरा के ब्लॉक संसाधन केंद्र , गौरा में हमारा आंगन - हमारे बच्चे 'उत्सव' आयोजन किया गया । कार्यक्रम में विकास क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकत्री (कोलोकेटेड) और विभिन्न विद्यालयों के निपुण छात्र व उनके अभिभावक भी उपस्थित रहे । खण्ड शिक्षा अधिकारी , गौरा सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य जनसमुदाय के माध्यम से संदेश देना है कि छात्र व छात्राओं को निपुण कैसे बनाया जाए । उन्होंने छात्र व छात्राओं को निपुण भारत मिशन के बारे में प्रेरित किया । कार्यक्रम में निपुण घोषित हुए विधालयों व निपुण छात्रों व उनके अभिभावकों को पुरस्कृत भी किया गया । इस अवसर पर अध्यक्ष , प्राथमिक शिक्षक संघ गौरा शैलेश पांडे , मंत्री अखिलेश कुमार , उमेश त्रिवेदी , दिनेश प्रताप सिंह , मनीष दीक्षित , हरिकेश यादव , श्याम सिंह , सुभाशीष गुप्ता , उमेश वर्मा , एआरपी नीतीश मौर्य , पुरणेंद्र त्रिवेदी , अनिल यादव समेत बड़ी संख्या में शिक्षक , छात्र , अभिभावक उपस्थित रहे । कार्यक्रम का सफल संचालन एसआरजी सुनील यादव ने किया ।

रायबरेली न्यू स्टैण्डर्ड बालिका विद्या मन्दिर रायबरेली में “राष्ट्रीय विज्ञान दिवस” पर एक कार्यक्रम आयोजित कर प्रसिद्ध भौतिकशास्त्री चन्द्रशेखर वेंकटरमन को भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य करने के लिए कृतज्ञता पूर्वक याद किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के साइंस टीचर्स क्रमशः अमन द्विवेदी, रत्नेश मिश्र, नवनीत मिश्र और प्रमांशु श्रीवास्तव ने ”नेशनल साइंस डे“ पर डॉ. सीवी रमन की वैज्ञानिक उपलब्धियों एवं उनके जीवन से जुड़ी अनेक जानकारियों से अवगत कराया। उक्त टीचर्स ने बताया कि प्रकाश के प्रक्रीर्णन पर उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सीवी रमन को 1930 में नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया। उनका जन्म तमिलनाडु के तिरूचिरापल्ली में हुआ था। वे देश में वैज्ञानिक द्रष्टि एवं चिन्तन के विकास के प्रति समर्पित थे। उन्होंने हमेशा यह संदेश दिया कि हम विभिन्न प्राकृतिक घटनाओं की छानबीन वैज्ञानिक दृश्टिकोण से करें, उनका कहना था कि धन के स्थान पर विद्या को महत्व देने पर जोर दिया जाय। वे भारत देश की सभ्यता और संस्कृति से बहुत प्रेम करते थे। इस अवसर पर विद्यालय प्रधानाचार्य श्री तारकेश्वर सिंह जी ने सीवी रमन के सम्बन्ध में बताया कि 28 फरवरी 1928 को चन्द्रशेखर वेंकटरमन ने ”रामन प्रभाव“ की खोज की थी। जिसकी याद में भारत में इस दिन को प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनका जीवन अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणास्रोत है। आज के पढ़ने वाले यह नन्हें-नन्हें बच्चे आने वाले कल के महान वैज्ञानिक बनकर अपना और अपने देश का नाम विश्व पटल पर हमेशा के लिए स्वर्णाक्षरां में अंकित कर सकते हैं। ”भारतरत्न“ विभूषित चन्द्रशेखर वेंकटरमन के जीवन से हमें सदैव आगे बढ़ते रहने का संदेश मिलता है। इस अवसर पर सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।