रासायनिक खादों और दवाओं को करें बाय-बाय ! भोजन की थाली को बनाएं विष मुक्त किसान भाई जीरो बजट पर कर सकते हैं प्राकृतिक खेती शिवगढ़,रायबरेली। शिवगढ़ क्षेत्र के कसना गांव के रहने वाले जागरूक, प्रगतिशील एवं प्राकृतिक शेषपाल सिंह ने जीरो बजट पर खेती करने के सिद्धांत को साबित कर दिखाया है,जिनसे क्षेत्र के किसान प्रेरणा लेकर प्राकृतिक खेती को अपना रहे हैं। शेषपाल सिंह ने यह साबित कर दिया है कि रासायनिक खादों, कीट नाशकों के प्रयोग से होने वाले उत्पादन से कहीं ज्यादा प्राकृतिक खेती से कृषि उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। शेष सिंह बताते हैं कि सन 2017 से पहले वह भी अन्य किसानों की तरह रासायनिक खेती करते थे। खेतों में रासायनिक खादों एवं कीटनाशकों का प्रयोग करते थे। सन् 2017 में सुभाष पालेकर जी से प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण लेने के बाद से वे सुभाष पालेकर प्राकृतिक कृषि करने लगे। पहले सिर्फ धान गेहूं की खेती करते थे, एसपीएनएफ करने से अद्भुत परिणाम देखने को मिले। आज उसी जमीन में सभी प्रकार के दलहन, सभी प्रकार के तिलहन सभी प्रकार के अनाज पैदा करने में सक्षम है। उन्होंने बताया कि आज ना तो वे बाहर से किसी प्रकार की खाद खरीदते हैं और ना ही किस प्रकार के कीटनाशक और दवायें खरीदने हैं। प्राकृतिक खेती की बदौलत दलहन, तिलहन, आनाज के साथ ही सहफल खेती करते हैं। सहफली खेती से भोजन की थाली की सभी जरूरतें पूरी हो जाती हैं, भोजन की थाली विषमुक्त और पोषण युक्त हो गई है। पंचस्तरीय बागवानी से आम,आंवला, सहजन, बेल सहित विभिन्न प्रकार के फल मिल रहे है, फलों का उत्पादन कई गुना ज्यादा बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि खेत में किसी प्रकार की रासायनिक खाद और दवा का प्रयोग नहीं करते, बाहर के बीजों का प्रयोग नहीं करते हैं केवल देशी गाय के गोबर और गोमूत्र से 4 हेक्टेयर खेती करते हैं। गाय के गोबर और गोमूत्र से ही जीवामृत, घन जीवामृत और बीजामृत एवं दवाएं बना लेते हैं और उसी से खेती करते हैं। उन्होंने बताया कि एक गाय से 30 एकड़ तक की थी की जा सकती है। प्राकृतिक खेती से आज वे सशक्त स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बन गए हैं, लगातार आर्थिक मजबूती की ओर आगे बढ़ रहे हैं। सबसे अच्छी बात है कि प्राकृतिक खेती में जीवामृत एवं जैविक दवाओं के छिड़काव के लिए किसी श्रमिक की जरूरत नहीं होती, सिंचाई के समय पानी के साथ जीवामृत एवं दवाएं खेत में चली जाती हैं। महंगे दाम में बिकती प्राकृतिक हल्दी, गुड़ और राब शेषपाल सिंह पिछले कई वर्षों से हल्दी,गन्ना की प्राकृतिक खेती करके मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। जो गन्ने के रस से गुड़, राब बनाकर दोगने रेट में बेचने के साथ ही कच्ची हल्दी का औषधीय पाउडर बनाकर 350 रुपये प्रति किग्रा के हिसाब से बिक्री करते हैं, प्राकृतिक गुड़,राब,हल्दी की इतनी मांग रहती है कि उनके घर से ही बिक्री हो जाती। प्राकृतिक खेती से दे रहे मोटे अनाज को बढ़ावा शेषपाल सिंह ज्वार, बाजरा, रागी, सावां, कंगनी आदि की प्राकृतिक खेती करके मोटे अनाज को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने ने बताया कि बाजरा लौह लवण से भरपूर होता है इसलिए शरीर में यह खून की कमी को दूर करने में सहायता करता है। वहीं ज्वार शरीर की हड्‌डियों के लिए अच्छी मात्रा में कैल्शियम, खून के लिए फॉलिक एसिड के अलावा कई अन्य पोषक तत्व प्रदान करता है।

पुलिस लाइंस में देर तक चली अपराध समीक्षा बैठक में 6 थाना प्रभारी का कार्य संतोषजनक नहीं पाया गया इस पर एसपी अभिषेक अग्रवाल ने न सिर्फ नाराजगी जुटा बल्कि सभी को सुधारने कल की मीटिंग दिया है उन्होंने साफ रहते में कहा कि थाना स्तर पर फरियादियों को नैना दिलाया जाए ऐसा कहीं पर ना हो कि फरियादी थाने पहुंचे और उनकी फिर दर्ज न की जाए फरियादी शिकायत लेकर उनके पास आए तो खैर नहीं जो भी केस दर्ज किए जाएं उन मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी हो

एनटीपीसी परियोजना प्रबंधन व ठेकेदारों के बीच चल रहा विवाद खत्म हो गया है प्रबंधन ने ठेकेदारों की कुछ मांगे पूरा करने पर सहमति जताई है वहीं कुछ लोग मांगों को पूरा करने के लिए समय निर्धारित किया है परियोजना में 40 सदस्य ठेकेदार काम करते हैं लेकिन इस समय परियोजना प्रबंधन पर ठेकेदारों के बीच टेंडर प्रक्रिया मजदूरों का ठेकेदारों के गेट पास को लेकर विवाद की स्थिति बन गई इस पर ठेकेदारों ने मांग पूरी न होने पर 6 फरवरी को परियोजना के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। लेकिन अब ठेकेदारों और एनटीपीसी प्रबंधन के द्वारा सुलह समझौता हो गया है।

शिवगढ़,रायबरेली। पुरानी पेंशन बहाली एवं निजीकरण के विरोध में बीती 4 फरवरी को राजधानी लखनऊ में आयोजित अटेवा की हुंकार में शामिल होकर अपने हक और अधिकार की लड़ाई लड़ने वाले सभी पदाधिकारियों का अटेवा शिवगढ़ ब्लाक संयोजक आशुतोष यादव ने आभार प्रकट किया है। गौर तलब हो कि पुरानी पेंशन बहाली व निजीकरण के विरोध में बीते रविवार को राजधानी लखनऊ में आयोजित विरोध प्रदर्शन में अटेवा शिवगढ़ के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। ब्लाक संयोजक आशुतोष यादव ने सभी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन बुढ़ापे की लाठी है, जिसे हम लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली को लेकर अभी तक अटेवा के पदाधिकारी चल रहे थे लेकिन अब दौड़ना शुरू किया है। हम तब तक चुप नहीं बैठेंगे जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती। जरूरत पड़ी तो सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार निजीकरण पर जोर दे रही है निजीकरण के पश्चात कर्मचारियों की हालत बद से बत्तर हो जाएगी। इस मौके पर जिला महामंत्री सरला वर्मा, राजकुमार गुप्ता, जिला संरक्षक सुरेंद्र वर्मा, महिला महामंत्री संतोषी तिवारी, सोशल मीडिया प्रभारी अश्वनी वर्मा, संजय सिंह, नीरज वर्मा समेत भारी संख्या में अटेवा पदाधिकारी मौजूद रहे।

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए जिले को सब प्रतिशत शादी काफियों की आपूर्ति हो गई है बोर्ड से तीसरी खेप आई साथ ही परीक्षा केंद्रो में कापियों के वितरण का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।

अमेठी जिले के फुरसतगंज कस्बे के करीब 2 किलोमीटर पहले ही कर सवार दबंग ठेकेदार की सुरक्षा में तैनात सिपाही को पीट-पीट कर घायल कर दिया है और दहशत फैलाने के लिए यह हवाई फायरिंग भी की है और सिपाही ने ठेकेदार और उसके साथियों को तो मौके से भगा दिया लेकिन खुद हमलावरों का शिकार हुआ है

रायबरेली जिले के एक पूर्व प्रधान के खिलाफ उसी के गांव के रहने वाले एक युवक ने लाखों रुपए के भ्रष्टाचार किए जाने का आरोप लगाया है और मामले का शिकायती पत्र दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टारलेंस का दावा करते हुए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को ग्राम सभा में निष्पक्ष तरीके से काम करने का आदेश भले ही दिए हो लेकिन उसका कहीं पर पालन नहीं हो रहा है। सभी आदेशों को तक पर रखकर सिर्फ भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। लालगंज तहसील के मामला खीरों विकासखंड क्षेत्र के अंतर्गत नुनेरा का है। जहां पर पूर्व प्रधान के द्वारा कई लाख रुपयों का गमन किया गया। उसको लेकर ग्राम पंचायत के लोग लगातार मुख्यमंत्री से लेकर जिला अधिकारी कार्यालय पर चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। नुनेरा ग्राम सभा के रहने वाले अंजनी कुमार ने जिलाधिकारी कार्यालय आकर एक बार फिर जिलाधिकारी हर्षिता माथुर से जांच कराने की मांग की और कहा यदि हमारे ग्राम सभा की निष्पक्ष जांच नहीं कराई जाएगी, तो हम लोग एक बार फिर से आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे फिलहाल जिलाधिकारी ने एसडीएम लालगंज को तत्काल जांच के लिए आदेश दिए हैं। लेकिन अब देखना यह होगा कि लालगंज एसडीएम इस ग्राम सभा में हुए भ्रष्टाचार को किस नजरिए से देखते हैं और पूर्व प्रधान के ऊपर क्या कार्यवाही करते हैं या नहीं अब यह आने वाला समय तय करेगा।

रायबरेली जिले की लालगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला ने थाने में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता ने बताया कि 5 वर्ष पहले गांव के रहने वाले युवक ने महिला की अश्लील फोटो खींच कर ब्लैकमेल कर रहा है। यही नहीं उसकी मांगे पूरी न करने पर वह फोटो को वायरल करने की धमकी भी दे रहा है। पीड़ित महिला ने बताया कि कोतवाली में शिकायत करने पर लालगंज कोतवाली पुलिस आपसी समझौता करने की सलाह दे रही है। महिला को जब कोतवाली से न्याय न मिला तब वह रायबरेली एसपी से न्याय की गुहार लगाई है ।एसपी ने जांच कर कार्यवाही के आदेश दिए है।

रायबरेली जिले के लालगंज तहसील परिसर में बैसवारा अधिवक्ता एसोसिएशन के बैनर तले पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह का सम्मान किया गया है,पूर्व विधायक ने तहसील में बने बार एसोसिएशन के भवन में लगे शिलालेख का अनावरण किया। पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर सिंह ने किया खलील फरीदी केपी सिंह विनय भदोरिया ने काव्य पाठ किया इस मौके पर संगठन के अध्यक्ष शेर बहादुर सिंह दल बहादुर सिंह शैलेश त्रिवेदी राजबली सिंह सहित अधिवक्ता संघ के लोग उपस्थित रहे

रायबरेली जिले के महराजगंज थानां क्षेत्र के मेहरबान खेड़ा गांव के रहने वाले राम प्रताप व राम बहादुर ने कोतवाली में तहरीर देकर गुहार लगाई है।पीड़ित पशुपालकों ने बताया कि उसकी 3 भैंसे जिनकी कीमत लभगभ 1लाख 40 हजार है । उन्हें अज्ञात चोरों ने पार कर दिया।पीड़ित की तहरीर पर पुलिस जांच के जुट गई है।कोतवाली प्रभारी भलेन्दु गौतम ने बताया कि पीड़ित पशुपालकों के द्वारा तहरीर मिली है।बताया कि थुलेंडी गांव के रहने वाले कसाईयो ने उनकी भैस खरीदने की बात कही थी,उन्हें लग रहा है।कि भैस उन्ही लोगों के द्वारा चोरी की गई है।मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।जल्द ही चोरों को गिरफ्तार कर विधिक कार्यवाही की जाएगी।