मैं , शैलेंद्र प्रताप सिंह , मोबाइल वडनी में आप सभी का स्वागत करता हूं । आपको बता दें कि गांव की पक्की सड़क धूल में बदल गई है । उस सड़क के एक तरफ गड्ढे हैं और दूसरी तरफ धूल है । आज बहुत विकास हुआ है । कई साल पहले बनी यह सड़क हमारे लिए बहुत उम्मीद लेकर आई थी और यह उम्मीद कुछ साल तक बनी रही , लेकिन आज यह उम्मीद धराशायी हो गई है क्योंकि यह सड़क पक्की थी जो आज टूट गई है । साहब की इस सड़क की क्या स्थिति है ? आज यह दिखाई नहीं दे रहा है । उस पर धूल है और गड्ढे हैं , तो हमारा क्या दोष है ? अगर उनसे पूछने वाला कोई नहीं है , तो हमसे गाँव में बस - रहित स्थिति के बारे में कौन पूछेगा , जहाँ दशकों से सड़कें बनाई गई हैं । लेकिन ऐसा लगता है कि सड़कों की स्थिति पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है । सड़कों की हालत खस्ता है । आम जनता परेशान है । उनके घरों में घूमने का यही एकमात्र तरीका है । लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है । आखिर यह कैसे होगा कि हम गरीब लोगों के आने - जाने की यही एकमात्र उम्मीद है , लेकिन जब बारिश आती है , तो इसकी स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि यह बहुत दूर हो जाती है कि इसका जन्म नहीं हो सकता , आखिर अन्य जिम्मेदार लोग इस पर ध्यान क्यों नहीं देते , हमारी बात क्यों नहीं सुनी जाती ? हम लोगों की यह स्थिति कब तक बनी रहेगी , हमारी बात क्यों नहीं सुनी जाती , क्या हमें सिर्फ अपनी खुशी दिखाने के लिए गरीबों को वोट देने के लिए कहा जाता है या उनके साथ विकास के नाम पर धोखा किया जाता है ।