उत्तरप्रदेह राज्य के झाँसी जिला के लोग इस गर्मी भारी किल्लत से जूझ। पानी की किल्लत होने पर लोगों को पछतावा होता है जल संरक्षण नहीं करने का। अगर बरसात में जल संरक्षण किया होता हो आज इस किल्लत का सामना नहीं करना पड़ता

उत्तरप्रदेश राज्य के झाँसी ज़िला से विकेश प्रजापति ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि हर वर्ष 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य प्रकृति को संरक्षित करना है। जो पृथ्वी मानव जीवन का भार सह रही ,उसी की रक्षा मानव नहीं कर पा रही है

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

हमारी सूखती नदियां, घटता जल स्तर, खत्म होते जंगल और इसी वजह से बदलता मौसम शायद ही कभी चुनाव का मुद्दा बनता है। शायद ही हमारे नागरिकों को इससे फर्क पड़ता है। सोच कर देखिए कि अगर आपके गांव, कस्बे या शहर के नक्शे में से वहां बहने वाली नदी, तालाब, पेड़ हटा दिये जाएं तो वहां क्या बचेगा। क्या वह मरुस्थल नहीं हो जाएगा... जहां जीवन नहीं होता। अगर ऐसा है तो क्यों नहीं नागरिक कभी नदियों-जंगलों को बचाने की कवायद को चुनावी मुद्दा नहीं बनाते। ऐसे मुद्दे राजनीति का मुद्दा नहीं बनते क्योंकि हम नागरिक इनके प्रति गंभीर नहीं हैं, जी हां, यह नागरिकों का ही धर्म है क्योंकि हमारे इसी समाज से निकले नेता हमारी बात करते हैं।

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

पर्यटन पर पार्किंग

Transcript Unavailable.