उत्तरप्रदेश राज्य के झाँसी जिला से विकेश प्रजापति ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं और पुरुषों में भेदभाव हर जगह देखने को मिलती है। चाहे वो शिक्षा का क्षेत्र हो या कोई और। उन्होंने बताया कि दो-तीन दिन पहले कहीं एक व्यक्ति के एक लड़का और दो लड़कियां थीं इसलिए वे कहते हैं कि भाई लड़कियों को नहीं पढ़ाएंगे क्योंकि उनके लिए एक लड़की को पढ़ाना जरूरी नहीं है । आज हम अन्य विकास क्षेत्रों के बारे में बात करते हैं। महिलाओं की तुलना में पुरुषों की मजदूरी अधिक है। बुंदेलखंड में महिलाओं को केवल दो से दो सौ पचास रुपये प्रतिदिन दिए जाते हैं, लेकिन पुरुषों को तीन से चार सौ रुपये प्रतिदिन दिए जाते हैं।