युपी फतेहपुर। मेडिकल कालेज से संबद्व होने के बावजूद जिला अस्पताल विशेषज्ञ डाक्टरो की कमी से जूझ रहा है। यहां न्यूरोलाजिस्ट, नेफ्रोलाजिस्ट और पैथोलाजिस्ट नहीं होने से मरीजों को जूझना पड़ता है। विशेषज्ञ डाक्टर न होने से अस्पताल पहुंचने पर मरीजों को रेफर करना फिजीशियन की मजबूरी है। यानी मरीज चाहे जिस मर्ज से जूझ रहा हैं , फिजीशियन का इलाज ही विकल्प हैं। जिला अस्पताल में प्रतिदिन करीब ढाई हजार रोगी जाते हैं। बड़ी विडंबना है कि इस अस्पताल में न्यूरो संबंधी रोग के न फिजीशियन हैं और न ही सर्जन। नेफ्रो यानी किडनी रोग के डाक्टर भी नहीं हैं। इन रोगों से पीड़ित लोगों को कानपुर हैलट के लिए रेफर किया जाता है। यहां ग्रामीण क्षेत्रों से भी अधिकांश रोगी पहुंचते हैं क्योंकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी न्यूरो संबंधी रोग के इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। बताया जा रहा है कि न्यूरो विशेषज्ञ और नेफ्रो के चिकित्सक की तैनाती तो हाल के बीते वर्षों में कभी नहीं हुई। सीएमएस डॉ. पीके सिंह ने बताया कि डाक्टर की कमी को लेकर कई बार पत्राचार किया जा चुका है। अस्पताल में जो डाक्टर्स तैनात हैं उन्हीं से काम चलता है। अस्पताल आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज देने का प्रयास किया जाता है।