युपी फतेहपुर,। जलजीवन मिशन के तहत ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराए जोन के लिए कराए जाने वाले हर घर नल-हर घल जल से ग्रामीणों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही है। मार्ग को खोदकर छोड़ दिए जाने से उसमें गिरकर राहगीर आए दिन चुटहिल हो रहे है। जिसकी शिकायत किए जाने के बावजूद ध्यान न दिए जाने के कारण लोगो की परेशानियां कम नहीं हो पा रही। थरियांव थाना क्षेत्र के शीतला देवी मंदिर से मुसईपुर जाने वाले मार्ग पर योजना के तहत पाइप लाइन डलवाए जाने का काम करवाया जा रहा है। लेकिन काम में लगे ठेकेदार की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। जेसीबी की मदद से मार्ग की खुदाई करवाए जाने के बाद मार्ग को जस की तस अवस्था में छोड़ दिए जोन के कारण लोगों को होने वाली परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। बीते दिनों होने वाली बारिश के कारण ग्रामीणों की समस्याएं अधिक बढ़ गई है। दरअसल खोदे जाने वाले मार्ग के जर्जर हो जाने के चलते बारिश के पानी से रास्ता दलदल में तब्दील नजर आ रहा है। जिससे विद्यालय के छात्र-छात्राओं सहित अन्य को आवागमन करने में दिक्कतें उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि जब ठेकेदार से मार्ग को बनवाए जाने की मांग की जाती है तो मामले को टालते हुए मार्ग दुरुस्त करवाए जाने की धनराशि न मिलने का हवाला दिया जाता है। परेशानियों का कोई हल भी नहीं निकल पा रहा है। *सौमित्र श्रीवास्तव, एक्सईएन जलनिगम का कहना है कि पाइप बिछाने के बाद मिट्टी डालकर मार्ग को चलने योग्य बनवाया जाता है। हाइड्रो टेस्टिंग की प्रक्रिया में करीब 15 दिन लग जाता है, इस प्रक्रिया के बाद कनेक्शन करवाए जाते हैं। यदि एक बार में शतप्रतिशत ग्रामीण कनेक्शन ले लेते हैं तो समस्याएं कम हो सकती हैं। जिसके बाद करीब बीस दिनों के अंदर मार्ग बनवाया जा सकता है।*