उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रदेश की सड़कों पर निराश्रित गोवंश की सुरक्षा और देखभाल केके लिए कड़ा कदम उठा रहे है लेकिन ग्रामीण इलाकों मे जमीनी हकीकत कुछ और दिख रही धाता नगर पंचायत के वर्ड नंबर 16 विवेकानंद रावण मैदान देसी ठेका के पास नगर पंचायत के कर्मचारियों की लापरवाही से छुट्टा जानवरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। जगह- जगह बीच सड़कों पर अन्ना पशुओं का जामावड़ां लगा रहता है,जिससे सड़क दुर्घटनाएं होना आम बात हो गई है।रात में भी खुले मैदान में सोने व जानवर बाहर बांधने पर अन्ना जानवरों का डर बना रहता है वहीं, किसानों के फसल को भी अन्ना पशु नुकसान पहुंचा रहे हैं,जिससे किसान भी काफी परेशान हैं।अन्ना पशुओं के खुलेआम विचरण करने पर किसी भी अधिकारी को ऐतराज नहीं है।अब इसका खामियाजा किसानों और राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। किसान नेता संदीप सिंह,प्रवीण सिंह पटेल,विजय विधायक,महेश फौजी,मनोज कुमार का कहना है कि नगर पंचायत से लेकर ग्रामीण इलाकों में अन्ना जानवरों से किसान परेशान हैं कई बार धरना प्रर्दशन व ज्ञापन के माध्यम से शिकायत की गई है लेकिन शासन प्रशासन की तरफ से कोई हल नहीं निकल रहा इस समय फसल में काफी नुकसान कर रहे हैं अन्ना जानवर और उन्होंने कहा कि इस बार आधे से ज्यादा किसान कर्ज लेकर की फसल की बुआई किए है उन्होंने कहा कि अगर छुट्टा जानवरों के लिए नगर पंचायत व्यवस्था कर दे तो बची हुई फसल नष्ट होने से बच सकती है। धाता नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी का कहना कि जो भी हमारे जानकारी में आते जानवर उनके अंदर करवाया जा है साधन नहीं है कर्मचारियों की मदद से गौशाला पहुंचाया जा रहा है।