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केसठ।पंचायत सरकार भवन के प्रागण में शुक्रवार को जीपीडीपी के सबकी योजना सबका विकास के तहत ग्राम सभा का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता पंचायत के मुखिया अरविंद कुमार यादव उर्फ गामा पहलवान ने किया।वही संचालन पंचायत सचिव अभय कुमार ने किया। बैठक में पंचायत के द्वारा पंचायत के विभिन्न योजनाओं पर विशेष रूप से चर्चा की गई। पंचायत में गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना से लाभान्वित करने हेतु चर्चा की गयी। मनरेगा योजनाओं में मजदूर को अत्यधिक काम मिले और पंचायत में रहकर कृषि से संबंधित कार्य करें इसको लेकर भी चर्चा की गई। वही ग्राम सभा में मुखिया ने कहा कि जीपीडीपी के अंतर्गत सभी विषयों को कार्यान्वित करने वाले सभी विभाग अपने फ्रंटलाइन वर्कर के माध्यम से सभी योजना का निर्धारण ग्राम सभा के माध्यम से करेंगे। सभी योजनाओं को मिलकर मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। मुखिया ने कहा कि सरकार की सोच है कि गांव में बिजली, पानी, सड़क मुहैया कराई जाए।इसके अलावे गांव की अन्य सुविधाओं के लिए भी काम किया जा रहा है। वही बैठक में उपस्थित ग्रामीणों ने अपनी अपनी समस्या को मुखिया से अवगत कराया। बैठक में पीएम आवास योजना, सात निश्चय योजना, एस डब्ल्यू एम, मनरेगा संबंधित, पेयजल से संबंधित चापाकल आदि, नली गली, स्वच्छता सहित अन्य प्रकार की योजना पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई तथा योजना लिया गया।सभा के दौरान मुखिया ने रैन बसेरा योजना से संबंधित लोगो को जानकारियां दी।उन्होंने कहा की इस योजना के तहत पंचायत के भूमि हीन 10 लोगो को आवास देना है। मुखिया ने कहा की पंचायत के अन्य वार्डो में जल्द ही सोलर स्ट्रीट लाइट लगेगा।सभा में वित्तीय वर्ष 24–25 को ले योजनाओं का चयन किया गया।मौके पर मुकेश यादव, उप मुखिया अमितेश कुमार गुप्ता,स्वच्छता पर्यवेक्षक संजय बारी,किसान सलाहकार अमरेंद्र प्रसाद,मुकुंद प्रसाद,अरविंद पाल,पशुराम पासवान सहित अन्यवार्ड सदस्य, स्वच्छता कर्मी के अलावे आंगनबाड़ी सेविका संगीता देवी, दीपा देवी के आलवे ग्रामीण लोग उपस्थित रहे।वही इसी कड़ी में स्वच्छता पर्यवेक्षक ने स्वच्छता शुल्क से संबंधित समस्या को को अवगत कराया। विभिन्न विभागों के संबंधित कुल 7 शिकायत काउंटर लगाए गए थे।वही सभा में पंचायत राजस्व कर्मचारी, पीओ मनरेगा विजेंद्र प्रसाद अनुपस्थित रहे।

हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। हो जाइए तैयार, हंसने-हंसाने के लिए...

हमारे देश में सभी को शिक्षा का अधिकार है लेकिन लड़कियों को इसके लिए कहीं अधिक संघर्ष करना पड़ता है। कई बार घर के काम के बोझ के साथ स्कूल के बस्ते का बोझ उठाना पड़ता है तो कभी लोगों की गंदी नज़रों से बच-बचा के स्कूल का सफर तय करना पड़ता है। जैसे-तैसे स्कूल पहुंचने के बाद भी यौन शोषण और भावनात्मक शोषण की अलग चुनौती है जो रोज़ाना उनके धैर्य और हिम्मत की परीक्षा लेती है। ऐसे में लड़कियों के लिए सुरक्षित माहौल बनाने की जिम्मेदारी शासन-प्रशासन के साथ साथ समाज की भी है। तब तक आप हमें बताइए कि * -----लड़कियों के स्कुल छोड़ने के या पढ़ाई पूरी ना कर पाने के आपको और क्या कारण नज़र आते है ? * -----आपके हिसाब से हमें सामाजिक रूप से क्या क्या बदलाव करने की ज़रूरत है , जिससे लड़कियों की शिक्षा अधूरी न रह पाए।

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कलयुग में भजन का कई गुणा फल बढ़ जाता है आचार्य भारत भूषण का दावा

सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की समझ बढ़ा सकते है।ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? क्या आपके पास भी कोई नन्ही कहानी है? हमें बताइए, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।