सुनिए इस कहानी को जो बच्चों को प्रेरित करती है दूसरों की मदद करके को लेकर | ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? अगर आपके पास भी है कोई मज़ेदार कहानी, तो रिकॉर्ड करें फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है।सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

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नगर पंचायत जोगबनी के विभिन्न वार्ड व मोहल्लों में साफ-सफाई में बरती जा रही लापरवाही से नागरिकों में असंतोष है। नागरिकों ने सफाई की व्यवस्था सुचारू कराने व लापरवाहों पर कार्रवाई की मांग की है। नगर में साफ-सफाई की व्यवस्था का हाल यह है कि करीब माह भर से सफाई कार्य महज मुख्य मार्गों तक सिमटकर रह गया है। सफाईकर्मी मोहल्लों की गलियों आदि में सफाई नहीं कर रहे हैं। न तो कूड़े का उठान किया जा रहा है। इससे चहुंओर गंदगी व्याप्त है। शादी-विवाह के मौके पर सफाई न होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। नगर पंचायत की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

लड़कियों के सपने सच में पुरे हो , इसके लिए हमें बहुत सारे समाजिक बदलाव करने की ज़रूरत है। और सबसे ज्यादा जो बदलाव की ज़रूरत है, वो है खुद की सोच को बदलने की। शिक्षा महिलाओं की स्थिति में बड़ा परिवर्तन ला सकती है लेकिन शिक्षा को लैंगिक रूप से संवेदनशील होने की जरूरत है। गरीब और वंचित समूह के बच्चों को जीवन में शिक्षा में पहले ही सीमित अवसर मिलते हैं उनमें से लड़कियों के लिए और भी कम अवसर मिलते हैं, समान अवसर तो दूर की बात है। सरकारी स्तर पर जितने ही प्रयास किये जा रहे हों, यदि हम समाज के लोग इसके लिए मुखर नहीं होंगे , तब तक ऐसी भयावह रिपोर्टों के आने का सिलसिला जारी रहेगा और सही शौचालय न होने के कारण छात्राओं को मजबूरी में स्कूल छोड़ने का दर्द सताता रहेगा। तब तक आप हमें बताएं कि *----- आपके गांव में सरकारी स्कूल में शौचालय है, और क्या उसकी स्थिति कैसी है? *----- क्या आपको भी लगता है कि सरकारी स्कूल में शौचालय नहीं होने से लड़कियों की शिक्षा से बाहर होने का बड़ा कारण है *----- शौचालय होने और ना होने से लड़कियों की शिक्षा किस प्रकार प्रभावित हो सकती है?

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बिहार राज्य के अररिया जिला से बिना देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उन्हें इंदिरा आवास और शौचालय योजना का लाभ नहीं मिला है

बिहार राज्य के जिला अररिया से हमारे श्रोता, मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि उनको इंदिरा आवास नहीं मिला है जिसके कारण वह परेशान है।