सीतापुर। कोहरा, गलन व बर्फीली हवा का प्रकोप लगातार बना हुआ है। शनिवार को भी सर्दी के तेवर बेहद तल्ख रहे। गलन इस कदर कि लोगों के हाथ-पैर सुन्न हो रहे हैं। भीषण ठंड के आगे धूप बेअसर रही। राहत के लिए दिनभर लोग हीटर व अलाव के आसपास सिमटे नजर आए। दिन का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पारे में उतार-चढ़ाव के साथ कोहरे व गलन का असर अभी बना रहेगा। पहाड़ों पर बर्फबारी के असर से जिले में सर्दी लगातार कहर बरपा रही है। शनिवार को सुबह घने कोहरे से लिपटी रही। ठंडी हवाओं से लोग ठिठुरने को मजबूर हो गए। कोहरे से दृश्यता घटने के कारण हाईवे पर वाहनों की आवाजाही बेहद कम रही। हाईवे पर जो वाहन निकल रहे थे, हेडलाइट जलाने के बाद भी धीमी गति से चलते दिखाई दिए। दोपहर एक बजे तक सूर्यदेव ने दर्शन नहीं दिए। फिर सूरज ने हाजिरी लगाई पर छह किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली शीतलहर के आगे धूप बेअसर रही। गलन की वजह से पूरे दिन लोगों के हाथ-पैर सुन्न होते रहे।
सीतापुर। ब्लॉक स्तर के जिम्मेदार अफसर व कर्मियों की लापरवाही से करीब 347 अपात्र व्यक्तियों को आवास योजना ग्रामीण का लाभ दिया गया है। इन्हे एक करोड़ 74 लाख रुपये दिए गए। विभिन्न स्तरों से इसका खुलासा होने के बाद लाभार्थियों के खाते में भेजी गई धनराशि की वसूली की तैयारी की जा रही है। सीडीओ की सख्ती के बाद सभी बीडीओ को शीघ्र वसूली के निर्देश दिए गए हैं। जिले के 19 ब्लॉक क्षेत्रों की विभिन्न ग्राम पंचायतों में पीएम और सीएम आवास योजना के लाभार्थियों काे आवासीय सुविधा दिए जाने में गड़बड़झाला किया गया है। अपात्रों का चयन कर धनराशि उनके खाते में भेजी गई है, जबकि तमाम पात्र भटक रहे हैं। प्रभावितों की ओर से इसकी शिकायतें निरंतर की जा रही हैं। मंत्री और विधायक भी इसकी शिकायतें कर रहे हैं। जांच में इसका खुलासा हो रहा है। करीब 347 अपात्रों के खाते में एक करोड़ 74 लाख 20 हजार रुपये भेजे गए हैं। इसकी वसूली होनी है। इस कार्य में ब्लॉक स्तर से लापरवाही बरती जा रही हैं।
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सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की समझ बढ़ा सकते है। ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? क्या आपके पास भी कोई नन्ही कहानी है? हमें बताइए, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।
नियम क्या हैं, ये क्यों बनाए जाते हैं और इनसे क्या बदलता है... इन तीनों सवालों से अक्सर जनता परेशान रहती है, जनता की परेशानी उसे मिलने वाले नित नए सबक के बावजूद भी बनी रहती है। परेशान जनता यह मानना ही नहीं चाहती है नियम उसकी भलाई के लिए ही होते हैं।हमारे देश में नियमों की तब तक ही अहमियत होती है जब तक वे हमारी मौज मस्ती में बाधा नहीं बनते, एक बार अगर ये नियम हमारी मौज मस्ती में बाधा बनने लगते हैं तो हम बिना इनके बारे में सोचे और भविष्य की परवाह किए इनसे बचने की तरकीबें निकालने लगते हैं। दोस्तों आप इस मसले पर क्या सोचते हैं, क्या आपको भी लगता है कि सरकारों को इस पर पूर्णत प्रतिबंध लगा देना चाहिए, या फिर ऐसे ही थोड़े से पैसे के लालच में उन व्यापारियों को खुली छूट होनी चाहिए जो इसका व्यापार करने में लगे हैं।
हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। हो जाइए तैयार, हंसने-हंसाने के लिए
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"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा ,रबी फसलों में खरपतवार प्रबंधन की जानकारी दे रहे है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें...
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ कपिलदेव शर्मा आम की फसल में गुच्छा रोग नियंत्रण की जानकारी दे रहे है। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें