जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है।आप अपने बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ाने और उन्हें सीखाने के लिए क्या-क्या तरीके अपनाते है? इस बारे में बचपन मनाओ सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.

दोस्तों, “चलो चलें" इस एपिसोड में में आप सुनेंगे अयोध्या के बारे में, जो अयोध्या के साथ ही साकेत और अवधपुरी भी है। यहाँ आप जानेंगे अयोध्या शहर के इतिहास से लेकर भूगोल तक, खाने के ठिकानों से लेकर घूमने की जगहों तक सबकुछ, जानेंगे उस शहर के बारे में उस शहर के लोगों से कि वे क्या खाते हैं और कहां घूमते हैं ? ज्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें...

हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। हो जाइए तैयार, हंसने-हंसाने के लिए...

वन स्टेप सौल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड से जुड़कर टेली कॉलर एग्जीक्यूटिव के पद पर काम करना चाहते है।नौकरी करने का कार्यस्थल नोयडा, उत्तरप्रदेश होगा। न्यूनतम 10 वीं पास व्यक्ति इस पद के लिए आवेदन कर सकते है।आवेदनकर्ता का चयन साक्षात्कार के आधार पर होगा। इच्छुक व्यक्ति कंपनी के इस नंबर पर संपर्क कर इस पद से सम्बंधित अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है। कंपनी का नंबर है : 8882408271.

सीतापुर। प्रधानमंत्री जनआरोग्य आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर एक विशेष अभियान शुरू किया गया है। 25 जनवरी तक चलने वाले इस अभियान में सभी राशन की दुकानों पर वितरण के साथ ही शिविर लगाकर कार्ड बनाए जाएंगे। पात्र गृहस्थी राशनकार्ड की पात्रता सूची में छह या इससे अधिक सदस्यों वाले लाभार्थियों को इसका लाभ मिलेगा। सभी कोटेदारों को लाभार्थियों की सूची भी उपलब्ध करा दी गई है। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग नोडल की भूमिका में हैं। इसके अलावा विकास विभाग, आपूर्ति विभाग, ग्राम्य विकास, पंचायती राज विभाग और नगर निकाय भी अभियान में शामिल हैं। सीएमओ डॉ. हरपाल सिंह ने बताया कि आयुष्मान कार्ड के माध्यम से लाभार्थी देश भर में पंजीकृत किसी भी अस्पताल में भर्ती होकर पांच लाख रुपये तक का अपना उपचार करा सकता है।

सीतापुर। यूपी बोर्ड परीक्षा के केंद्र निर्धारण के बाद अब इन्हें संवेदनशील व अतिसंवेदनशील की श्रेणी में बांटने की कवायद शुरू हो गई है। माध्यमिक शिक्षा विभाग पिछले वर्षो में हुई परीक्षा के दौरान होने वाली गड़बड़ियों की फाइलें खोलनी शुरू कर दी हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी में प्रारंभ होंगी। इसके लिए जिले में 146 परीक्षा केंद्र बनाए गए है। अब इन केंद्रों को सुरक्षा के लिहाज से श्रेणीवार बांटा जाएगा। संवेदनशील व अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर विशेष निगाह रहेगी। इन केंद्रों पर अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक भी तैनात किए जाएंगे। साथ ही पुलिसकर्मी हर समय मौजूद रहेंगे। इन केंद्रों की सीसीटीवी की जरिए गहनता से निगरानी की जाएगी। इसको लेकर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने तैयारियां शुरू कर दीं हैं। विभाग का कहना है कि परीक्षा केंद्रों का पिछला रिकाॅर्ड देखा जा रहा है। अगर किसी केंद्र पर कोई खामी व अन्य गड़बड़ियां रही हैं तो उसी के अनुसार इनकी श्रेणी तय की जाएगी। उम्मीद है दो सप्ताह में यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

सिधौली (सीतापुर)। कमलापुर कस्बे में कसमंडा राजघराने के कुंवर दिनकर प्रताप सिंह ने अक्षत व पत्रक वितरित किए। इस दौरान सलीम, इरफाव व रहीम बख्श को कुंवर ने अक्षत व पत्रक देकर 22 जनवरी को उत्सव मनाने का अनुरोध किया। सभी ने श्रद्धाभाव से अक्षत स्वीकार किया। इसी क्रम में नगर में विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अयोध्या से आए पूजित अक्षत को घर-घर वितरित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वीएचपी के नगर मंत्री रामगोपाल मिश्र ने की। इस मौके पर बजरंग दल के नगर संयोजक अतुल तिवारी व नगर सहसंयोजक हिमांशु रावत ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को ऐतिहासिक व अद्भुत बनाने के लिए देश के पांच लाख गांवों में पूजित अक्षत वितरण का कार्यक्रम अयोध्या से शुरू किया गया है। वहीं, लहरपुर क्षेत्र के भगौतीपुर मंडल में राम भक्तों व स्वंय सेवकों ने पूजित अक्षत व निमंत्रण पत्र वितरित किए।

इमलिया सुल्तानपुर (सीतापुर)। विकासखंड ऐलिया में रविवार को स्पेशल प्रोजेक्ट फॉर इक्विटी के अंतर्गत नुक्कड़ नाटक के माध्यम से अभिभावकों को जागरूक किया गया। इस दौरान अभिभावकों ने विभागों के निर्देशों को पालन करने का संकल्प लिया। इमलिया सुल्तानपुर व काजी कमालपुर में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से नुक्कड नाटकों के जरिए लोगों में शिक्षा के प्रति जागरूक किया। नुक्कड़ नाटक के कलाकारों ने दीक्षा एप, रीड एलांग एप, निपुण लक्ष्य एप, स्विफ्ट चैट एप, डीबीटी, ऑपेरशन कायाकल्प के बारे में जानकारी दी। उन्होंने संदेश दिया कि अभिभावक बच्चों को विद्यालय न भेजकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। सरकार की तरफ से ड्रेस के लिए डीबीटी के माध्यम से खाते में राशि जमा कराई जा रही है। बच्चों को ड्रेस में स्कूल भेजें।

पेट दर्द के लिए कई घरेलू उपचार हैं जो दर्द और ऐंठन से राहत प्रदान कर सकते हैं। कुछ सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में शामिल हैं: गर्म पानी या चाय पीना: गर्म पेय पीने से पेट को आराम मिल सकता है और दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है। लहसुन की एक कली चबाना: लहसुन में जीवाणुरोधी और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पेट दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। अजवाइन का पानी पीना: अजवाइन में एंटीस्पास्मodic गुण होते हैं जो पेट में ऐंठन को कम करने में मदद कर सकते हैं। इमली का पानी पीना: इमली में टैनिन होते हैं जो पेट को आराम देने और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। पुदीने की चाय पीना: पुदीने में पेट को आराम देने और दर्द को कम करने के गुण होते हैं। ओट्स का सेवन करना: ओट्स में फाइबर होता है जो पाचन को बेहतर बनाने और पेट दर्द को रोकने में मदद कर सकता है। दही का सेवन करना: दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं जो पाचन को स्वस्थ रखने और पेट दर्द को रोकने में मदद कर सकते हैं। यदि आपके पेट दर्द के साथ अन्य लक्षण हैं, जैसे कि बुखार, उल्टी या दस्त, तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। ये लक्षण एक अधिक गंभीर स्थिति का संकेत हो सकते हैं।

खून को साफ करने की सबसे अच्छी दवा आयुर्वेदिक ही हो सकती है। क्योकी आयुर्वेदिक उपचार ऐसी जड़ी बूटियों से बनती है जो शरीर के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होती है। खून को साफ करना सबसे अच्छा है नीम के पत्ते का सेवन करना। अगर आप नीम का सेवन करते हैं तो आपके शरीर में हानिकारक बिमारियों से बचाव होता है। पर काफी बार सभी लोग नीम के पत्ते का सेवन नहीं कर पाते। तो उसके लिए बाजार में नीम के कैप्सूल भी आते हैं जो शुद्ध तरिके से आयुर्वेदिक होते हैं। आप उसका इस्तेमाल करके भी अपने खून को सुरक्षित कर सकते हैं। लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि आप अच्छे ब्रांड का ही नीम के कैप्सूल का सेवन करें। आयुर्वेदिक दवा या औषधि लेने का मुख्य कारण यह होता है कि इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। आयुर्वेदिक ओसधि आपके शरीर पर सकारात्मक प्रभाव ही डालता है।