जिले के किस प्रखंड के किस पंचायत व गांव में कार्य चल रहा है तथा उसकी वस्तु स्थित क्या है इसकी जानकारी एप के माध्यम से हासिल की जा सकेगी। इससे पहले कार्यस्थल पर जाकर इसकी भौतिक जानकारी लेनी पड़ती थी। पीआरएस-पीटीए व जेई को अनिवार्य रुप से इस एप का उपयोग करने को निर्देशित किया गया है। जिले में होने वाली विकास कार्यों की जानकारी अब घर बैठे मिल जाएगी। इसको लेकर ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जनमनरेगा एप तैयार किया गया है। इस एप के माध्यम से योजनाओं की जानकारी ली जा सकेगी। साथ ही मनरेगा अंतर्गत मजदूरों द्वारा किए गए कार्य व उनकी मजदूरी भुगतान के संबंध में भी जानकारी मिल जाएगी। SUBSCRIBE होम ताज़ा लोकसभा चुनाव 2024 ब्रेकिंग राष्ट्रीय शेयर बाजार दुनिया मनोरंजन क्रिकेट लाइफस्टाइल टेक ज्ञान अध्यात्म स्पेशल बिजनेस ऑटो शिक्षा एक्सप्लेनर वायरल जोक्स आम मुद्दे जॉब्स कैरियर मेरा पावर वोट नए भारत का नया उत्तर प्रदेश चुनाव तारीख पॉलिटिक्स राशिफल मैसी फर्ग्यूसन क्या खरीदें Hindi News NewsState MGNREGA Payment: मनरेगा योजना को लेकर बड़ा अपडेट! अब मजदूरी भुगतान की इस तरह मिलेगी जानकारी MGNREGA News जिले के किस प्रखंड के किस पंचायत व गांव में कार्य चल रहा है तथा उसकी वस्तु स्थित क्या है इसकी जानकारी एप के माध्यम से हासिल की जा सकेगी। इससे पहले कार्यस्थल पर जाकर इसकी भौतिक जानकारी लेनी पड़ती थी। पीआरएस-पीटीए व जेई को अनिवार्य रुप से इस एप का उपयोग करने को निर्देशित किया गया है। MGNREGA Payment: मनरेगा योजना को लेकर बड़ा अपडेट! अब मजदूरी भुगतान की इस तरह मिलेगी जानकारी मनरेगा योजना को लेकर बड़ा अपडेट! अब मजदूरी भुगतान की इस तरह मिलेगी जानकारी जागरण संवाददाता, सिवान। जिले में होने वाली विकास कार्यों की जानकारी अब घर बैठे मिल जाएगी। इसको लेकर ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जनमनरेगा एप तैयार किया गया है। इस एप के माध्यम से योजनाओं की जानकारी ली जा सकेगी। साथ ही मनरेगा अंतर्गत मजदूरों द्वारा किए गए कार्य व उनकी मजदूरी भुगतान के संबंध में भी जानकारी मिल जाएगी। prime article banner प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिले के किस प्रखंड के किस पंचायत व गांव में कार्य चल रहा है तथा उसकी वस्तु स्थित क्या है, इसकी जानकारी एप के माध्यम से हासिल की जा सकेगी। इससे पहले, कार्यस्थल पर जाकर इसकी भौतिक जानकारी लेनी पड़ती थी। पीआरएस-पीटीए व जेई को अनिवार्य रुप से इस एप का उपयोग करने को निर्देशित किया गया है। योजना की पारदर्शिता तथा जवाबदेही को लेकर की गई है पहल गौरतलब हो कि आए दिन मनरेगा को लेकर कई प्रकार की शिकायतें आती ही रहती हैं। इसको लेकर योजना की पारदर्शिता तथा जवाबदेही की सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। यह एप सभी पदाधिकारियों के पास होगा, ताकि जो भी योजनाएं अपडेट हैं, उसकी जानकारी हासिल की जा सके। इससे योजना के क्रियान्वयन में पारदर्शिता आएगी।
यह पत्तेदार सब्जी स्वाद में खट्टा और थोड़ा अलग होता है लेकिन सेहत की रक्षा करने में यह पूरा संसार है. इसे इंडियन सरेल या चंगेरी कहते हैं. देखने में यह एक तरह से पालक की तरह ही होता है लेकिन स्वाद इसका बिल्कुल अलग है. चंगेरी बेहद पावरफुल सब्जी है. इस पत्तेदार सब्जी को आप साग, सलाद, सूप और किसी अन्य सब्जी में खट्टापन लाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं. सरेल की कई वैराइटी है जिसमें कुछ घास की किस्म भी है लेकिन चंगेरी शुद्ध साग है. इसमें हल्का नींबू का स्वाद भी आएगा. हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक जहां तक सेहत की बात है तो चंगेरी सबसे पहले डाइजेशन के लिए बहुत फायदेमंद है. लेकिन चंगेरी का सेवन यदि सप्ताह में एक दिन भी कर लिया जाए तो यह हार्ट की बहुत अच्छी तरह से रक्षा करता है. इंडियन सरेल या चंगेरी अनोखी हरी पत्तीदार सब्जी है. इसमें प्रोटीन, फैट, कार्ब्स, फाइबर, विटामिन सी, मैग्नीशियम, विटामिन ए, मैग्नीज, कॉपर, आयरन, पोटैशियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी 6, फॉस्फोरस समेत कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं चंगेरी का साग कई तरह से हार्ट को फायदा पहुंचाता है. पबमेड सेंट्रल की रिसर्च के मुताबिक चंगेरी के साग का सेवन खून में जमाव या थक्का बनने के मामले को बहुत कम कर देता है. यह ब्लड वैसल्स को फैलाने में मदद करता है जिससे बीपी नहीं बढ़ता. चंगेरी में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स हार्ट के मसल्स को फ्लेक्सिबल और मजबूत बनाने में मदद करता है. यानी यह हर तरह से हार्ट की धड़कन की रक्षा करता है. सरेल या चंगेरी में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जो पानी में घुलनशील विटामिन है और यह शरीर में इंफ्लामेशन यानी सूजन को नहीं होने देता है. जब कोशिकाओं में सूजन लगती है तो कई तरह की बीमारियां लगती है. चंगेरी इस तरह से इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है जिससे बाहर से आने वाली बीमारियों का जोखिम कम हो जाता है.
राशन कार्ड योजना देश भर के ऐसे व्यक्तियों के लिए संचालित करवाई जा रही है जो अपने परिवार के भरण पोषण हेतु खाद्यान्न की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं एवं उनके परिवार के लिए इस महंगाई के दौर में अपना खर्च चलाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस योजना के जरिए व्यक्तियों के राशन कार्ड बनाए जाते हैं तथा उनके लिए राशन कार्ड के आधार पर मुफ्त रूप से सरकारी दुकानों के माध्यम से विभिन्न प्रकार के खाद्यान्न पदार्थ प्रदान करवाए जाते हैं। केंद्र सरकार के द्वारा हर वर्ष राशन कार्ड योजना के तहत नए परिवारों के लिए जोड़ा जाता है तथा जो परिवार इस योजना के तहत पात्र होते हैं उनके लिए राशन कार्ड उपलब्ध करवाए जाते हैं। हर वर्ष की तरह 2024 के अंतर्गत देश ऐसे कई परिवारों के व्यक्तियों द्वारा राशन कार्ड प्राप्त करने हेतु आवेदन किया गया है जो सरकार के द्वारा खाद्यान्न व्यवस्था का लाभ उठाना चाहते हैं। 2024 के अंतर्गत राशन कार्ड के सभी आवेदक व्यक्तियों के लिए महत्वपूर्ण सूचना है कि राशन कार्ड योजना के जरिए जिन व्यक्तियों की राशन कार्ड आवेदन स्वीकृत किए गए हैं उनकी लाभार्थी सूची को जारी करवा दिया गया है। राशन कार्ड लिस्ट में जिन-जिन व्यक्तियों के लिए राशन कार्ड प्रदान करवाए जाने है वे जारी की गई सूची में विवरण चेक कर सकते हैं।
मौजूदा समय में सरकार द्वारा नारी सशक्तिकरण के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं। इस पर अपनी राय रखते हुए सामाजिक कार्यकर्ता लालजी शुक्ला ने कहा कि समाज के विकास में महिला सशक्तिकरण का बहुत बड़ा योगदान है , अगर अभी पर्यावरण में महिला सशक्तिकरण का मुद्दा है , तो यह बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है । महत्वपूर्ण बात यह है कि हर पार्टी अपने एजेंडे के अनुसार , जो उनका चुनावी एजेंडा है , ये लोग यह दिखाने के लिए बहुत कुछ करते हैं कि हम महिलाओं के लिए हैं । हम महिलाओं के साथ ऐसा करेंगे , हम पहले भी ऐसा कर चुके हैं , यह सभी पत्रों में बहुत अच्छा लगता है । कई तरह की योजनाएँ चलाई गई है लेकिन इससे लड़की एक महीना में कितना ही कार्य कर लेंगी। यदि लड़कियों को मुफ्त यूनिफार्म और साइकिल की जगह उच्च शिक्षा मुफ्त दी जाए तो सही मायने में नारी सशक्त हो सकती है।
मैं मध्य प्रदेश के सतना जिले का संदीप बंसल हूँ और मैं दृष्टिबाधित हूँ । आवेदन उस तारीख को जमा किया गया था और मेरे खाते से मोबाइल नंबर अभी तक अपडेट नहीं किया गया है , इसके लिए क्या करना है
मध्य प्रदेश राज्य के सतना जिले से मै नजीर खान बोल रहा हूँ घर के सामने की लाइटें लंबे समय से बंद हैं , मैंने एमपीबी में इसकी शिकायत की है । जो प्रेमनगर में है लेकिन कोई भी कर्मचारी शिकायत नहीं सुन रहा है और अंधेरे में हमें जाना है , इसलिए कृपया मोबाइल वाड़ी में मेरी आवाज रिकॉर्ड करें और मेरी समस्या का समाधान करें ।
Supreme Court News: SC ने कहा कि बारहमासी/स्थायी प्रकृति के काम करने के लिए नियोजित श्रमिकों को अनुबंध श्रम (विनियमन और उन्मूलन) अधिनियम, 1970 के तहत उन्हें स्थायी नौकरी के लाभ से वंचित नहीं कर सकते।सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बारहमासी/स्थायी प्रकृति के काम करने के लिए नियोजित श्रमिकों को अनुबंध श्रम (विनियमन और उन्मूलन) अधिनियम, 1970 के तहत उन्हें सिर्फ स्थायी नौकरी के लाभ से वंचित करने के लिए अनुबंध श्रमिक नहीं माना जा सकता है। यह महानदी कोलफील्ड में काम करने वाले सफाई मजदूरों से जुड़ा मामला है। लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिस नरसिम्हा ने अपनेआदेश में हाई कोर्ट और इंडस्ट्रियल ट्रिब्यूनल के उस फैसले को बरकरार रखा है, जिसमें रेलवे लाइन के किनारे सफाई करने वाले मजदूरों को संविदा कर्मी से हटाकर स्थायी कर्मी का दर्जा और वेतन-भत्ते का लाभ देने का आदेश दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि रेलवे लाइन के किनारे गंदगी हटाने का काम ना सिर्फ नियमित है बल्कि बारहमासीऔर स्थायी प्रकृति का है। कोर्ट ने कहा कि इन कारणों से अनुबंध पर बहाल कर्मचारियों को स्थायी किया जाना चाहिए।
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