*बोनस और छुट्टी के भुगतान की मांग को लेकर धरने पर बैठे मजदूर* *हरदोई रोड स्थित रिलायंस पावर परियोजना के अंदर काम करने वाले श्रमिक बोनस और छुट्टी का रुपया न मिलने से नाराज हो गए। वह परियोजना के सामने हरदोई रोड स्थित मां महाकाली मंदिर परिसर में धरने पर बैठ गए।* परियोजना के उच्च अधिकारियों द्वारा श्रमिकों से वार्ता करने का प्रयास किया गया, किंतु वार्ता विफल हो गई। पावर परियोजना के अंतर्गत काम करने वाली ओएसएम कंपनी लगभग 3 वर्ष पहले श्रमिकों के वेतन, छुट्टी, बोनस और ईपीएफ आदि का रुपया लेकर चली गई थी, तब से श्रमिक कई बार अपने रुपये को लेने के लिए रिलायंस पावर परियोजना के अधिकारियों से वार्ता कर चुके हैं। लगभग 282 श्रमिकों का रुपया अधर में लटका है। उधर, परियोजना के एचआर प्रमुख धर्मेंद्र बैस ने बताया कि कंपनी फरीदाबाद के बल्लभगढ़ तहसील की थी। कंपनी ने अपने खर्चे पर वकील कर केस लड़ा है। सहायक श्रमायुक्त न्यायालय से आदेश पारित हो चुका है। आदेश का अनुपालन न करने पर कंपनी के खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई है। पावर परियोजना द्वारा मजदूरों के हक में लगातार कार्य किया जा रहा है। ईपीएफ और सैलरी का रुपया मजदूरों के खाते में पूर्व में ही भेज दिया गया है। शेष धन को मजदूरों को देने के लिए कार्रवाई जारी है। मजदूरों ने अपने पक्ष में कहा है कि ओएसएम कंपनी लगभग 3 वर्ष पहले परियोजना के अंतर्गत कार्य करती थी। कंपनी अचानक छुट्टी, बोनस और वेतन आदि का रुपया लेकर भाग गई, प्रत्येक मजदूर का लगभग 40 हजार रुपया बकाया है। परियोजना के खिलाफ श्रमिक कई बार धरना प्रदर्शन कर चुके हैं। परियोजना द्वारा 31 जनवरी तक भुगतान करने की बात कही गई थी। 31 जनवरी बीतने के बावजूद श्रमिकों का भुगतान नहीं हो पाया है, जिसके चलते श्रमिक धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं। इस दौरान धरने पर लगभग डेढ़ सौ श्रमिक बैठे हैं।