*सात्विक ने किया कमाल. PCS परीक्षा में पाया तीसरा स्थान, बताया सफलता का राज* *लोक सेवा आयोग के मंगलवार की देर शाम जारी परिणाम में हरदोई के लाल सात्विक श्रीवास्तव ने प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल कर कमाल किया है* *दस्तावेज लेखक के पुत्र सात्विक श्रीवास्तव अपने माता-पिता को ही आदर्श मनाते हैं और तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की है* परिणाम जारी होने के बाद बधाई देने वालों का तांता लग गया। सात्विक का कहना है कि देश और समाज की सेवा कर मिसाल कायम करना उनकी मंशा है। माता-पिता का सपना था बेटा बने अधिकारी मोहल्ला नवीपुरवा के जगदीश चंद्र श्रीवास्तव व चित्रा श्रीवास्तव के सात्विक श्रीवास्तव इकलौते पुत्र हैं। जगदीश श्रीवास्तव दस्तावेज लेखक हैं और उनका सपना था कि बेटा पढ़ लिख कर बड़ा अधिकारी बने। सात्विक ने सेंट जेवियर्स 2013 और 2015 में इंटर करने के बाद वर्ष 2020 में सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। पहले उन्होंने रेलवे में नौकरी की, लेकिन माता-पिता का सपना था कि वह प्रशासनिक अधिकारी बनें तो नौकरी छोड़कर तैयारी शुरू कर दी और तीसरे प्रयास में सफलता हासिल कर ली। ईमानदारी से करेंगे नौकरी सात्विक श्रीवास्तव का कहना कहना कि उनके माता-पिता ने काफी संघर्ष कर उन्हें पढ़ाया लिखाया। वह कहते हैं कि भगवान ने उन्हें जो मौका दिया है, उसका पूरी ईमानदारी से निर्वहन करना उनकी मंशा है। वह बताते हैं कि दो प्रयास में वह सफल नहीं हुए तो न उन्होंने हार मानी और न ही माता-पिता ने और माता-पिता उत्साह बढ़ाते रहे और उसी का परिणाम सामने आया। सात्विक के ताऊ ब्रजेश श्रीवास्तव कलेक्ट्रेट से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। परिवार के बेटे की सफलता पर खुशियां छाई हैं।