उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि ढोंगी बाबाओं पर अंधविश्वास एक गंभीर सामाजिक समस्या है, जो समाज के विकास में बाधा डालती है। ये बाबा धर्म और आध्यात्मिकता के नाम पर भोले -भाले लोगों को ठगते हैं, उनका दावा है कि वे चमत्कारी शक्तियों में किसी भी समस्या का समाधान कर सकते हैं। चाहे वह स्वास्थ्य या व्यक्तिगत जीवन से संबंधित हो । लोग इन बाबाओं के पास अपनी समस्याओं के समाधान के लिए जाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई खर्च कर देते हैं, हालांकि इनमें से अधिकांश बाबा अपनी निजी स्वार्थ सिद्धि के लिए लोगों का शोषण करते हैं। अन्धविश्वास का यह जाल गरीब व् अशिक्षित लोगों पर विशेष रूप से प्रभाव डालता है

उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तारकेश्वरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि ढोंगी बाबा, अंधविश्वास एक गंभीर समस्या है, लोग अक्सर इन बाबाओं के चमत्कारी दावों और कथित शक्तियों में विश्वास करते हैं। यह अंधविश्वास मुख्य रूप से शिक्षा की कमी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण की कमी के कारण है जो उन्हें जीवन की कठिनाइयों और समस्याओं से राहत देने का वादा करता है। कई बार लोग अपने जीवन की समस्याओं का त्वरित समाधान ढूंढते हैं। ढोंगी बाबा अज़सार लोगों को भ्रमित करने और धन प्राप्त करने के लिए धार्मिक और आध्यात्मिक प्रतीकों का उपयोग करते हैं और कभी-कभी उनसे सम्मान भी प्राप्त करते हैं। उनका प्रभाव इतना अधिक है कि लोग तार्किक और अलग तरह से सोचते हैं।

दोस्तों इस तरह के बाबाओं द्वारा चलाई जा रही धर्म की दुकानों पर आपका क्या मानना है, क्या आपको भी लगता है कि इन पर रोक लगाई जानी चाहिए या फिर इनको ऐसे ही चलते ही रहने देना चाहिए? या फिर हर धर्म और संप्रदाय के प्रमुखों द्वारा धर्म के वास्तविक उद्देश्यों का प्रचार प्रसार कर अंधविश्वास में पड़े लोगों को धर्म का वास्तविक मर्म समझाना चाहिए। जो भी आप इस मसले पर क्या सोचते हैं अपनी राय रिकॉर्ड करें ग्रामवाणी पर

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तांत्रिक बनकर ठगी अन्धविश्वास मेंन पड़ें

लोकतंत्र का उत्सव इन चुनावों ने राजनेताओं और जनता को बहुत से सबक दिये हैं। ऐसे सबक जो केवल चुनावी राजनीति में नहीं बल्कि जीवन के हर पहलू में हमें सीखना जरूरी सा है। ये सबक आज के आज़ाद भारत के समाज को समझने के लिए बेहद जरूरी हैं।

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