उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से अदिति श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि सरकारी नौकरियों के लिए बड़ी व्यवस्था करने का दावा करने वाली यह सरकार नकल करने वाले माफियाओं के सामने घुटने टेकती है । पेपर लीक की समस्या बहुत बड़ी है । हमने इस पर शोध भी किया और पता लगाया कि पेपर क्यों लीक हुए । यानी , छात्र पेपर लीक से निराश हैं , साथ ही उनके परिवार के सदस्य भी नाखुश हैं । सरकार नौकरियों के बड़े - बड़े वादे भी करती है , लेकिन जब नकली परीक्षा आयोजित करने की बात आती है , तो वह विफल हो जाती है ।

सख्ती के बाद भी चिड़िया घर केघर के पास प्राधिकरण की भूमि में पड़े कचरें में लग रही आग

गोरखपुर मेडिकल कालेज से निराश लौट रहे रोगी, एमआरआइ जांच के लिए मिल रहा मई में नंबर, जमा शुल्‍क भी नहीं मिल रहा वापस

आईबी अधिकारी बता प्रयागराज में नौकरी दिलाने के नाम पर लिए 15 लख रुपए केस दर्ज

उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से राजकिशोरी सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि पेपर लीक की घटनाएँ आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए खतरनाक हैं । अगर इस तरह की घटनाओं को समय पर नहीं रोका गया तो यह सरकार के लिए एक चुनौती होगी । पेपर लीक की घटनाओं ने देश के हर नागरिक को झकझोर दिया है । इस समस्या से निपटा जा सकता है । परीक्षा में गोपनीयता रखना सर्वोपरि है क्योंकि छात्र का मूल्यांकन प्रश्न पत्र के माध्यम से किया जाता है । आज पेपर सेट करने वाले शिक्षक इसे विशेष रूप से लिखते हैं और फिर इसे एक कर्मचारी द्वारा लिखा जाता है । कंप्यूटर पर प्रश्न पत्र टाइप किया जाता है , बोर्ड में जाने के बाद प्रश्न पत्र लिया जाता है , पैकेज प्रश्न के बाद होता है , ऐसे में एक कमजोर लिंक भी दबाया जाता है ।

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खजनी गोरखपुर।। खजनी तहसील क्षेत्र में बेलघाट ब्लॉक के जिगिनियां भियांव उर्फ शाहपुर गांव में पूर्व प्रधान और तत्कालीन सचिव की मिलीभगत से अंत्येष्टि स्थल और सामुदायिक शौचालय के निर्माण के लिए आए सरकारी धन का जमकर दुरूपयोग हुआ और बंदरबांट के चक्कर में निमार्ण कार्यों में मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए खूब मनमानी की गई। निर्माण कार्य मानक के अनुरूप नहीं किया गया,कार्य भी आधे अधूरे हाल में छोड़ दिए गए। अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए पूर्व प्रधान और तत्कालीन सचिव ने अभिलेखों का ब्यौरा भी खंड विकास कार्यालय में नहीं दिया। वर्तमान प्रधान के द्वारा जब जिलाधिकारी से इसकी शिकायत की गई। और जब जांच हुई तो बड़े पैमाने पर हुए इस भ्रष्टाचार की पोल खुल गई। ग्राम पंचायत में समुदायिक शौचालय के निर्माण के लिए जो रुपया आया उसकी भी निकासी कर ली गई। ग्रामप्रधान की शिकायत पर डीएम ने सीडीओ को पूर्व प्रधान और तत्कालीन सचिव को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगने और एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया है। ग्राम पंचायत अधिकारी लोकनाथ को विकास खंड बेलघाट में तैनाती के दौरान ग्राम जिगिनियां भियांव ऊर्फ शाहपुर में अंत्येष्टि स्थल और सामुदायिक शौचालय में पूर्व प्रधान के साथ सरकारी धन के दुरुपयोग की शिकायत मिली। जिसके बाद बीडीओ ने तीन सदस्यों की कमेटी गठित कर जांच कराई। जांच रिपोर्ट के मुताबिक रिकार्ड अपूर्ण होने से जांच पूरी नहीं हो सकी। प्रथम दृष्ट्या कार्यों की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं मिली। 22 मार्च 2023 को बीडीओ ने अभिलेख उपलब्ध कराने को कहा लेकिन उसे नहीं दिया गया। मामले में एडीओ पंचायत द्वारा भी बड़े पैमाने पर धन के दुरुपयोग की शिकायत की गयी थी। लेकिन रिकार्ड न होने से जांच नहीं हो सकी। अपने पूर्व सचिव को चार्ज न देना धन के अपवंचन की श्रेणी में आता है। इसके फलस्वरूप बीडीओ द्वारा भी एडीओ पंचायत को सचिव के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने को लिखा गया है। वहीं डीपीआरओ आशुतोष कुमार ने सचिव को नोटिस जारी कर तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा है कि क्यों न उनके विरुद्ध विभागीय और प्राथमिकी की कार्रवाई शुरू की जाए।

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उदास ने अपने संगीत कैरियर कई मशहूर गजलें, जिसमें चिट्ठी आई है, वतन से चिट्ठी आई है, उनकी लोकप्रिय गजल थी जिसने संगीत और देशप्रेम की सीमाओं के बाहर सुना गया। इसके अलावा आदमी खिलौना है, जैसी तमाम गजलें गाईं। जिससे उन्हें बेतहाशा प्रसिद्धि मिली, उन्हें जगजीत सिंह के बाद सबसे ज्यादा प्रसिद्ध गजल गायक भी माना गया।