नगर परिषद वार्ड नंबर छह के वार्ड पार्षद के द्वारा अपने सहयोगियों के साथ कार्यपालक पदाधिकारी एवं अन्य कर्मियों को अपशब्द कहने, हिंसक घटनाओं को अंजाम देने की धमकी एवं अमर्यादित व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए नगर परिषद के सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। इस आशय का आवेदन कर्मियों ने मुख्य पार्षद को देते हुए हड़ताल पर जाने की जानकारी दी है। आवेदन में कहा गया है कि वार्ड पार्षद अजीत कुमार आर्य के द्वारा आए दिन बोर्ड की सामान्य बैठक के साथ-साथ कार्यपालक पदाधिकारी एवं सफाई कर्मचारी के साथ इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। इससे कर्मचारियों में हताशा, निराशा एवं दहशत का माहौल है। कहा गया है कि 28 फरवरी 2022 को इनके नेतृत्व में नगर परिषद के ट्रैक्टर चालक एवं सफाई कर्मियों को घेरकर कचरे का डंपिंग नगर परिषद के मुख्य द्वार पर करवा दिया गया था। इसे अगले दिन तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी, मनीष कुमार द्वारा हटवाया गया। आवेदन में कहा गया है कि आपकी अनुपस्थिति में आपके कार्यालय वेश्म में भी उक्त वार्ड पार्षद के द्वारा अपने अन्य सहयोगियों के साथ अभिलेखों से छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दिया गया। उक्त मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। इधर सोमवार को उन्होंने कार्यपालक पदाधिकारी के वेश्म में असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया। बीच बचाव करने पहुंचे कार्यालय कर्मचारियों के साथ भी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते हुए हिंसक वारदात को अंजाम देने की चेतावनी दी गई। कहा गया है कि इतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं किया जाना अत्यंत चिंता का विषय है। ऐसे में कर्मचारियों एवं अधिकारियों की कोई मान मर्यादा नहीं है। कहा गया है कि उपर्युक्त सभी मामले में नगर परिषद की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने के फलस्वरूप संपूर्ण कर्मचारी, आउटसोर्सिंग सफाई कर्मी मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को विवश हो गये हैं। जब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता है तब तक हड़ताल जारी रहेगी।

भूमि सर्वेक्षण में हो रही धांधली घूसखोरी और भ्रष्टाचार के खिलाफ रैयतों में भारी आक्रोश है। इसको लेकर सुपौल सदर प्रखंड के सुखपुर स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंदिर परिसर में सैकड़ों की संख्यां में रैयतों ने बैठक कर सरकार से भूमि सर्वेक्षण पर रोक लगाने की मांग की है। रैयतों ने आरोप लगाया है कि सर्वे कर्मी के द्वारा जान बुझकर ऐसे कागजातों की मांग की जाती है जो कहीं मिल नहीं पाता, लेकिन जो घुस के रुपए दे देते हैं उनका कार्य कम कागजातों में भी कर दिया जाता है। रैयतों ने आरोप लगाया है कि जब सरकार के पास भी रैयतों के जमीन का सारा कागजात रहता है तो फिर रैयतों को परेशान क्यों किया जाता है। स्थल पर रेटों द्वारा समुचित साक्ष्य के बदौलत कार्य कर देनी चाहिए। जो कार्य आसानी से किया जा सकता है उस कार्य को सर्वे कर्मी अवैध उगाही करने की नियत से जान बुझकर पेचीदा कर दिया जाता है। कई ऐसे कागजातों की डिमांड रैयतों से कर दिया जाता हैं जो अब कहीं उपलब्ध ही नहीं हो पा रहा है। कहा की काग

पिपरा थाना क्षेत्र के 106 पिपरा-सिंघेश्वर मार्ग में श्यामनगर सायफन के समीप पिकअप ने एक बाइक सवार को ठोकर मार दिया। जिससे बाइक सवार की सड़क पर ही दर्दनाक मौत हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार मृत युवक रौशन कुमार रामपुर पंचायत के वार्ड 10 निवासी वासुदेव यादव का पुत्र था। बताया गया कि रौशन किसी काम से पिपरा बाजार की ओर जा रहे थे। इस बीच सायफन और श्याम नगर के बीच पिकअप ने बाइक सवार रौशन कुमार को ठोकर मार दिया। जिसमें बाइक सवार रौशन कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, घटना के बाद सड़क चल रहे राहगीरों ने घटना की जानकारी पिपरा पुलिस को दी। मौके पर पुलिस पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और पिकअप वाहन को बरामद कर पिपरा थाना लाया गया है। पिपरा पुलिस घटना की जांच में जुट गई है। इधर घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया है।

हरिपुर पंचायत के फूलकाही ग्राउंड पर मंगलवार को आरसीसी 20 कप का फाइनल मुकाबला फूलकाही और अचलपुर के बीच खेला गया। इसमें अचलपुर टीम के कप्तान हाफिज सहदुल्ला ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। जिसमें निर्धारित 20 ओवर में अचलपुर टीम ने सभी विकेट खोकर 202 रनों का विशाल स्कोर बनाया। इसमें सर्वाधिक कप्तान ने 47 रनों की पारी खेली। जिसमें उन्होंने महज 15 गेंदों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए चार छक्के और पांच चौका लगाया। वहीं फुलकाही की ओर से मो. शमी ने 7 विकेट हासिल किए। जवाब में उतरी फुलकाही टीम महज 134 रनों पर ढेर हो गई। फुलकाही की ओर से निकाइल ने ताबड़तोड़ 49 रन बनाए। इसमें उन्होंने 3 छक्के और चार चौका लगाया। विजेता टीम को हरिपुर मुखिया नौशी प्रवीण, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष जमील अनवर और समाजसेवी धीरेन्द्र यादव, सागर यादव ने सामूहिक रूप से कप प्रदान किया। मैन ऑफ द सीरीज मो. निकाईल को मिला। मौके पर मो. हजरत, रूबिल खान के अलावा मो. साबिर, मो. शमशाद सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे। ------------

बिहार राज्य के सुपौल जिला से हमारे श्रोता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद पर के के पाठक के योगदान के साथ ही सरकारी विद्यालयों में काफी बदलाव दिखाई देने लगा। बदलाव जारी है लेकिन सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के कई विद्यालयों में अभी भी सुधार की जरूरत है। ऐसे विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के नामांकन के अनुपात में छे बच्चे स्कूल से पार रहते हैं। यानी आधे बच्चे स्कूल नहीं आते जिसके चलते मिड डे मील में खाना पूरी होती है। प्रखंड के मदरसुल बनात छिटही मे मंगलवार के दिन 403 नामांकन में से मात्र 210 छात्र उपस्थित पाए गए। विद्यालय के शिक्षकों का कहना था कि छे बच्चे स्कूल नहीं आए। किस कारण से आगे बच्चे स्कूल से अनुपस्थित रहते हैं इसका कोई जवाब शिक्षकों के पास नहीं था। अगल-बगल के कुछ अभिभावकों का कहना था कि विद्यालय में उपस्थित छात्र-छात्राओं में से कभी डेढ़ तो कभी दोगुना उपस्थिति अधिक दिखाई जाती है। ऐसे अभिभावकों का कहना था कि शिक्षा में सुधार का मतलब छात्र-छात्राओं की कम से कम 90% उपस्थित हो और सभी को समान रूप से पढ़ाया जाए तब माना जाना चाहिए। ऐसा नहीं की कुछ ही छात्र-छात्र उपस्थित हुए और उसी को आधार बनाकर रिपोर्ट दी जाए।

बिहार शिक्षक एकता मंच के बैनर तले सुपौल प्रखंड के सभी कोटि के नियोजित शिक्षकों ने सुपौल बीआरसी में नियमावली की प्रति जलाकर विरोध प्रकट किया। बिहार राज्य शिक्षक संघ के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया शिक्षक ने कहा कि सरकार उन सभी के उचित मांगों को मानने के बजाय प्रताड़ित करने सेवा मुक्त करने की बात करती है जो मानवीय मूल्यों के विपरीत और संविधान का उल्लंघन है।कहा कि नियमावली में कई त्रुटियां हैं जिसका निवारण करना शिक्षा विभाग का दायित्व है।

जमीन बचाओ संघर्ष समिति के शिष्टमंडल की ओर से अनुमंडल पदाधिकारी को एक ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन देने के उपरांत संघर्ष समिति के अध्यक्ष जयनारायण यादव ने कहा कि गैर मजरुआ मालिक खास (खास अराजिदार रैयत) की जमीन में किसानों के साथ छल किया जा रहा है। जिससे सभी पीड़ित परिवार के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। पीड़ित परिवार बिना मुआवजा के कहीं पर रहने का वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं कर पाए हैं। इसलिए त्रिवेणीगंज के सभी राजनीतिक दल इस मुद्दे पर पीड़ितों के साथ मजबूती से खड़ा है और अगर 48 घंटे के अंदर उचित मुआवजा नहीं दिया गया और जमीन के खरीद बिक्री पर लगे प्रतिबंध को अगर नहीं हटाया गया तो पूरे ग्रामीण और नगरवासी अनिश्चितकालीन धरना पर उतारू हो जाएंगे। शिष्टमंडल में शत्रुघ्न चौधरी, प्रदीप कुमार मुन्ना, कमाल खान, कौशल कुमार, राजकिशोर यादव, भुवनेश्वरी साह, दुर्गी सरदार, अनिल चौधरी, सुरेश यादव, बोधि यादव, ललन कुमार, राजेश कुमार,सुधा मार्टिन, आश्रफी राम, रणधीर कुमार, घनश्याम भगत, विनोद दास, जन्मजाई राई, चंदेश्वरी यादव, ज्योतिष चौधरी आदि शामिल थे।

देश दुनिया के संत-महात्मा व महापुरुष एवं संत सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के अनमोल विचारों को जन-जन में पहुंचाने के उद्देश्य से दो दिवसीय विश्वस्तरीय संतमत सत्संग-सह-विराट ज्ञान यज्ञ को लेकर ध्वजारोहण के मौके पर महर्षि मेंही सत्संग मंदिर ठाकुरबाड़ी रोड से शोभा यात्रा निकलकर शहर के विभिन्न मार्गों व चौक-चौराहे होते हुए चकला निर्मली स्थित यज्ञ स्थल पर पहुंचकर संतमत के विधि विधानपूर्वक ध्वजारोहण कार्यक्रम भव्य तरीके से संपन्न हुआ। यज्ञ स्थल पर सर्वसम्मति से आयोजन समिति के अध्यक्ष सह शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डा. राजाराम गुप्ता, महामंत्री डा. अमन कुमार, संयोजक नारायण पौद्दार, कोषाध्यक्ष वासुदेव चौधरी, उप कोषाध्यक्ष हरिशंकर चौधरी तथा सचिव राजीव कुमार को मनोनीत किया गया। वहीं स्वागताध्यक्ष डा. विजय शंकर चौधरी, उप स्वागताध्यक्ष मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा राघव व भगवानदत्त चौधरी को जिम्मेदारी दी गई है। कार्यक्रम की जानकारी साझा करते हुए अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा के सदस्य सह आयोजन समिति महामंत्री डा. अमन कुमार ने कहा कि 10 एवं 11 मार्च 2024 को सुपौल नगर परिषद स्थित चकला निर्मली में आयोजित विराट ज्ञान यज्ञ में महर्षि मेंही ब्रह्म विद्यापीठ, हरिद्वार उत्तराखंड के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संत परम पूज्य स्वामी व्यासानंद जी महाराज बतौर मुख्य प्रवचन कर्ता के रूप में शामिल होंगे। इतना ही नहीं कोसी प्रमंडल के सभी संतमत आश्रम से साधु-महात्मा विराट ज्ञान यज्ञ में शामिल होंगे। विराट ज्ञान यज्ञ की सफलता को लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही है। यज्ञ स्थल पर आयोजित सत्संग में प्रवचन करते हुए पूज्य कमलेश्वरी बाबा ने कहा कि सदा प्रसन्न रहना ही दुश्मन के लिए सबसे बड़ी सजा है। अध्यात्म, सत्य, प्रेम, कर्म, विश्वास, ज्ञान और दर्पण जीवन के सच्चे मंत्र है। जीवन में अधिक रिश्ते का होना महत्वपूर्ण नहीं है। बल्कि रिश्तों में अधिक जीवन का होना ज्यादा महत्वपूर्ण है। पूज्य शिवानंद बाबा, रामदेव बाबा, क्षेमानन्द बाबा, किशोरानंद बाबा, माणिक बाबा व आजाद बाबा ने अध्यात्म व सत्संग पर जोर देते हुए कहा कि किसी को कष्ट पहुंचाकर क्षमा मांग लेना बहुत आसान है। लेकिन खुद चोट खाकर किसी को माफ़ कर पाना बहुत कठिन है। गंभीरता और मौन दो ऐसे मंत्र है। जिनके द्वारा हर समस्या का निराकरण किया जा सकता है। ध्वजारोहण कार्यक्रम में सैकड़ों धर्मप्रेमी ने बढ़-चढ़ कर भाग लिए। मौके पर विशाल भंडारा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सत्संग मंदिर अध्यक्ष दिलीप साह, मंत्री वासुदेव चौधरी, सत्यनारायण शर्मा, राजो यादव, तारकेश्वर प्रसाद सिंह, दुर्गा प्रसाद चौधरी, संदीप कुमार, ई. अशोक चौधरी, डा. सत्यप्रकाश मल्लिक, श्यामसुंदर ठाकुर, विपिन कुमार, सुनील भारती, हरिशंकर चौधरी, बैद्यनाथ चौधरी, रामचंद्र मंडल, देवनारायण यादव, दामोदर प्रसाद गुप्ता, रामगोपाल चौधरी, लाल बहादुर साह, डा. अर्जुन यादव, शंकर मंडल, अवधेश कुमार, स्वीटी कुमारी, छाया कुमारी, दिनेश मंडल, सत्यनारायण चौधरी, योगेन्द्र चौधरी, मनोज गुप्ता, संतोष जयसवाल, सर्वेश कुमार, मदन कुमार मंडल, गुरु प्रसाद गुप्ता आदि ने बढ़-चढ़ कर भाग लिए।

कोसी प्रभावित सुपौल जिले की बंजर जमीन अब बेकार नहीं रहेगी। ऐसी जमीन में किसान औषधीय सुगंधित खस की खेती कर सकते हैं। इस खेती के लिए सरकार किसानों को मदद भी देगी। जिले में पहले दफे खस खेती को लेकर विभाग को लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इसके तहत जिले में इस वर्ष 15 हेक्टेयर खेतों में इसकी खेती की जाएगी। इस खेती पर विभाग द्वारा किसानों को 76125 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान दिया जाएगा। फिलहाल खस खेती को लेकर किसानों से आवेदन लिए जा रहे हैं। दरअसल राज्य के 9 जिलों में औषधीय और सुगंधित पौधों की खेती के लिए जलवायु उपयुक्त पाया गया है। चिन्हित इन नौ जिलों में सुपौल भी शामिल है। चतुर्थ कृषि रोड मैप के तहत फसल विविधीकरण योजना के तहत इस खेती के लिए जिला को लक्ष्य देकर सुगंधित एवं औषधीय पौधों और शुष्क बागवानी फसलों के क्षेत्र का विस्तार किया जाना है। इस खेती पर किसानों को अनुदान देकर उनकी आय में वृद्धि किया जाना मुख्य मकसद है। ----------------------------- कृषि विभाग की बेवसाइट पर करना पड़ेगा आवेदन फसल विविधीकरण योजना के तहत खस खेती करने के इच्छुक किसान न्यूनतम 0.1 हेक्टेयर तथा अधिकतम चार हेक्टेयर क्षेत्र के लिए अनुदान का फायदा उठा सकते हैं। योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को उद्यान निदेशालय कृषि विभाग की बेवसाइट पर फसल विविधीकरण योजना पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। ---------------------------- किसानों की बढ़ेगी आमदनी खस एक प्रकार का घास है जो सुखे की स्थिति एवं जलजमाव दोनों में उगाया जा सकता है। इसकी खेती विभिन्न प्रकार की जमीन में आसानी से उगाया जा सकता है। खासकर वैसी जमीन जिसमें अन्य महत्वपूर्ण फसलों का उत्पादन नहीं किया जा सकता है वहां पर खस का उत्पादन कर भूमि का उपयोग एवं उसकी जड़ों से उच्च गुणवत्ता का तेल प्राप्त किया जा सकता है। इससे किसानों की आमदनी में वृद्धि की जा सकती है।

निर्मली(सुपौल) : प्रखंड क्षेत्र के मझारी चौक पर सोमवार को पटना से सुपौल जाने के क्रम में बिहार सरकार के पूर्व ग्रामीण विकास विभाग मंत्री सह वर्तमान झंझारपुर विधायक नीतीश मिश्रा का बीजेपी व्यापार प्रकोष्ठ सुपौल के जिला संयोजक सहित अन्य ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।इस दौरान बीजेपी जिला संयोजक तरुण जैन ने पूर्व मंत्री को मिथिला परंपरा अनुसार शॉल,फूल का माला पहनाकर स्वागत किया।वही अमात सेवा संस्थान के अध्यक्ष सह बीजेपी समर्थक जयकांत राय ने भी मंत्री को फूल का माला व बिहारी का शान गमछा देकर स्वागत किया।इस दौरान बीजेपी के जिला संयोजक ने कहा कि नीतीश मिश्रा एक प्रसिद्ध नेता है