वर्ष 2010 में कोसी नदी के प्रलयकारी कटाव से विस्थापित होकर पूर्वी कोसी तटबंध के 34 .10 स्पर पर आकर बसे 30 से अधिक परिवार के लोग कई प्रकार की कठिनाइयों को झेलने को विवश हैं। इनमें से अधिकांश परिवार को सरकार द्वारा पुनर्वास हेतु जमीन दी गई लेकिन कुछ ही परिवार पुनर्वास की जमीन में पहुंचे बाकी लोग स्पर पर ही रहना पसंद कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि जहां पुनर्वास की जमीन दी गई है वहां उस जमीन के अलावे और जमीन नहीं है जिसमें खेती-बाड़ी कर वह सब अपने परिवार का भरण पोषण कर सके। उसी के चलते पूर्वी तटबंध के स्पर पर रह रहे हैं और इस उम्मीद में है कि कोसी नदी कभी ना कभी उसके जमीन को उपजाऊ बना देगी और फिर उसका बंजर जमीन उपजाऊ बन जाएगा और खेती-बाड़ी शुरू कर अपने परिवार को आगे बढ़ने लगेंगे। लोगों ने बताया कि अभी उन लोगों को सरकार की बहुत कम ही सुविधा उपलब्ध होती है। स्तर पर बसे 30 से अधिक परिवार की महिलाओं का कहना था कि वह सब जिस तरह की जिंदगी जी रहे हैं उसे देखने वाला कोई नहीं है। चुनाव में भी उन लोगों की समस्या मुद्दा नहीं बनता है।
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नजर शनिवार को सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के सभा कक्ष में सेक्टर पदाधिकारी की बैठक की गई। बैठक में निर्वाचन निबंधन पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी निर्मली संजय कुमार अवर निर्वाचन पदाधिकारी मुकेश कुमार प्रखंड विकास पदाधिकारी सरायगढ़ भपटियाही श्वेता नित्यानंद भार्गव सहित अन्य शामिल थे। फैसला लिया गया कि 41 विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के सभी मतदान केदो का भेद नक्शा जल्द बनाया जाएगा ताकि मतदाताओं को मतदान करने में परेशानी नहीं हो। बैठक में मतदान केदो से संबंधित कई आवश्यक निर्णय लिए गए।
सरस्वती पूजा को लेकर भपटियाही थाना में शनिवार को शांति समिति की बैठक हुई। नए थाना अध्यक्ष किशोर कुमार के अध्यक्षता में हुई बैठक में अंचलाधिकारी राकेश रंजन सहित क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे। बैठक में फैसला लिया गया कि सरस्वती पूजा के दौरान सभी लोग शांति बरतेंगे और कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना मिलते ही उसकी जानकारी थाना को दिया जाएगा। फैसला लिया गया कि सरस्वती पूजा के दौरान कहीं भी डीजे का प्रयोग नहीं होगा और मूर्ति विसर्जन में भी लोग सतर्कता बरतेंगे ताकि छात्र-छात्राओं के बीच कहीं पर कोई आपसी मतभेद नहीं उभरे।।
नव पदस्थापित जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनंत सिंह का विधिक संघ वीरपुर के पुस्तकालय भवन में कैंप कोर्ट के बाद विधिक संघ वीरपुर की ओर से वरीय उपाध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद द्वारा बुके भेंट कर स्वागत किया। संघ के सचिव लक्ष्मी नारायण राण द्वारा अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय वीरपुर एवं विधिक संघ वीरपुर के अधिवक्ताओं की विभिन्न समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराए गए। जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा स्वागत समारोह के बाद न्यायालय परिसर में 20 करोड़ की लागत से बन रहे 10 कोर्ट भवन एवं 70 लाख की लागत से बन रहे लायर्स हाल का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर एसीजेएम रागनी कुमारी, एसडीजेएम हेमन्त कुमार, जेएम सचिन कुमार सहित संघ के वरीय अधिवक्ता किशन प्रसाद यादव, पूर्व सचिव श्यामानंद मिश्र, पूर्व कार्यकारणी अध्यक्ष राज नारायण देव, उपाध्यक्ष राजेश कुमार सिंह एवं शिवनाथ साहू, संयुक्त सचिव एसपी मंडल, विपिन कुमार, मिथिलेश आचार्य, अधिवक्ता मृत्युंजय सिंह, भोला प्रसाद जायसवाल, अनिल कुमार झा, ललन सिंह, नागेश्वर यादव, चंद्रशेखर वर्मा, अशोक खेरवार, सत्यनारायण साह, प्रमोद कुमार, सुबोध कुमार शर्मा, अभिषेक आनन्द, विकास रंजन, राजीव रंजन, प्रकाश कुमार, रोमा सिंह, संध्या झा, सीता कुमारी आदि सभी अधिवक्ता मौजूद थे।
समाहरणालय में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी थानाध्यक्ष, सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों के साथ आगामी लोकसभा आम निर्वाचन के निमित्त विधि-व्यवस्था से संबंधित समीक्षा जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा की गई। उपस्थित सभी पदाधिकारियों को उनके क्षेत्रांतर्गत प्रत्येक मतदान केंद्रों का भ्रमण कर मतदान केंद्र लोकेशन, पहुंच पथ, एएमएफ से संबंधित सारी जानकारी संग्रह करने के लिए निदेशित किया गया। भ्रमण के क्रम में भेद्य टोलों, व्यक्तियों को चिन्हित करने तथा भेद्यता के कारकों को भी चिन्हित कर उनके ऊपर निरोधात्मक कार्रवाई करने हेतु अनुशंसा करने का निदेश दिया गया। सभी थानाध्यक्षों को लाइसेंस आर्म्स का सत्यापन कराने तथा गैर कानूनी आर्म्स रखने वाले का पता लगाने के लिए भी निदेशित किया गया है। पुलिस पदाधिकारी को अपने-अपने दायित्वों को अच्छी तरह समझ लेने तथा निर्वाचन के दौरान लापरवाही न हो उसे सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी को मतदान केंद्र लोकेशन सत्यापित कर 10 फरवरी तक प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निदेश दिया गया।
छातापुर थाना परिसर में सरस्वती पूजा को लेकर शांति समिति की बैठक हुई। अपर थानाध्यक्ष विधि-व्यवस्था आजाद लाल मंडल की अध्यक्षता में हुई बैठक में पूजा को शांति व सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न कराने को लेकर विचार-विमर्श किया गया। जिला मुख्यालय में महत्वपूर्ण बैठकों के कारण अनुमंडल प्रशासन व प्रखंड प्रशासन के अधिकारी शामिल नहीं हो पाए। वहीं थानाध्यक्ष भी अपराध संगोष्ठी में सामिल होने हेतु सुपौल में थे। अपर थानाध्यक्ष सरस्वती पूजनोत्सव को लेकर जिला प्रशासन से मिले दिशा-निर्देशों से लोगों को अवगत कराया। जबकि इस संदर्भ में थाना क्षेत्र के गणमान्य व जनप्रतिनिधि से मंतव्य लिया गया। कहा कि पूजा आयोजन को शांतिपूर्वक संपन्न कराने में आपसबों का सहयोग अपेक्षित है। पूजा आयोजन व ध्वनि विस्तारक यंत्र के लिए अनुमति लेना अनिवार्य होगा। इसके लिए पूजा कमेटी को आयोजन से पूर्व आवेदन देकर विधिवत प्रक्रिया पूरा करने का अनुरोध किया। आवेदन में प्रतिमा विसर्जन हेतु स्थान व रूटचार्ट का उल्लेख करना अनिवार्य है। कहा कि पूजनोत्सव में डीजे बजाने तथा अश्लील गीतों पर सख्त प्रतिबंध है। दिशा-निर्देश का उल्लंघन करने पर संबंधित पूजा कमेटी के विरुद्ध विधि सम्मत कानुनी कार्रवाई हो सकती है। बैठक में शामिल लोगों ने पूजा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त रखने का अनुरोध किया। वहीं विधि-व्यवस्था संधारण में अपेक्षित सहयोग देने के प्रति आश्वस्त किया गया। बैठक में पुअनि चंद्रशेखर सिंह के अलावे शालीग्राम पांडेय, फेकनारायण मंडल, सुकदेव प्रसाद भगत, मु हसन अंसारी, रघुनंदन पासवान, शिवकुमार भगत, सुशील कुमार मंडल, शंभू सिंह, किशोर कुमार मुन्ना, रामटहल भगत, गुंजन भगत, संतोष साह, उपेंद्र शर्मा, मो नुरुद्दीन, चंदन राम, सुमन साह, परमेश्वर मंडल, मो जफीर, शशि कुमार सिंह, महेंद्र मंगरदैता, पुष्पराज मोंटी, नवीन भगत, परमानंद मंडल, परमेश्वर पासवान, रमेश सरदार, मु खुर्शीद आलम, मुन्ना पांडेय, सगमलाल मुखिया, प्रवेज हयात, सुबोध सरदार, प्रमोद मेहता, संजय यादव, मु हीरा, सुरेश कुसियैत, भरत शर्मा, दफेदार रमेश रंजन, राजदेव पासवान, जयप्रकाश कुमार, प्रमोद पासवान, ताराचंद राम आदि थे।
सुपौल जिले के सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय दाहूपट्टी के प्रांगण को स्थानीय कुछ लोगों द्वारा भैंस और गाय का बथान बना दिए जाने से छात्र-छात्राओं की परेशानी बढ़ने लगी है। शुक्रवार के दिन विद्यालय के कई छात्र-छात्राओं ने बताया कि विद्यालय के प्रांगण में लोग जबरन भैंस और गए बढ़ रहे हैं और विरोध करने पर भी उस पर रोक नहीं लग रही है। छात्र-छात्राओं का कहना था कि विद्यालय प्रांगण में भैंस और गाय के बंधे होने के कारण एक तो उन लोगों को खेलने में परेशानी होती है और दूसरा यह की बार-बार उसके हमले का खतरा रहता है जिस कारण खेलना छोड़ दिए हैं। विद्यालय प्रधान का कहना था कि वहां जो लोग गए और भैंस बांध करते हैं उसे बार-बार मना किया जाता लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता। जांच में जो पदाधिकारी आते हैं उन्हें भी शिकायत की जाती है लेकिन कार्रवाई नहीं होती है जिसके चलते बच्चे खेल नहीं पाए ठीक से पढ़ नहीं पाते।
सुपौल जिले के सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के 134 से अधिक सरकारी विद्यालयों में तैनात सफाई कर्मी को पिछले पांच माह से मानदेय नहीं मिलने से ऐसे सफाई कर्मियों में अब आक्रोश बढ़ने लगा है। सफाई कर्मियों की तैनाती विद्यालयों में साफ सफाई रखने के लिए की गई है और इसका जिम्मा एनजीओ को दिया गया है। एनजीओ द्वारा तैनात सफाई कर्मी पिछले 5 माह से विद्यालयों में साफ सफाई का काम करते हैं और अभी तक उन्हें एक भी पैसे भुगतान नहीं किए गए हैं जिससे उन सबों को परेशानी बढ़ती जा रही है। शुक्रवार के दिन प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय मेहता टोला पिपरा खुर्द वार्ड नंबर 6 के प्रांगण में मौजूद सफाई कर्मी महेश मंडल ने बताया कि वह सब पिछले सितंबर माह से विद्यालयों के लिए काम करते हैं लेकिन पैसे नहीं दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के हालात सभी सफाई कर्मियों के साथ है जिससे सफाई कर्मी पैसे पैसे के लिए भटक रहे हैं।
शुक्रवार को फाइलेरिया दिवस के अवसर पर सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के मध्य विद्यालय दाहूपट्टी के छात्र-छात्राओं ने जागरूकता रैली निकाली। विद्यालय प्रधान ललिता कुमारी तथा वहां के शिक्षक और शिक्षिकाओं के अगुवाई में छात्र-छात्राओं ने विद्यालय पोषक क्षेत्र के सभी जगह पर जाकर लोगों में फाइलेरिया रोग से होने वाली परेशानी को बताया और इस बाबत कई नारे लगाए। छात्र-छात्राओं ने कहा कि 10 फरवरी से 12 फरवरी तक विद्यालय में छात्र-छात्राओं को फैलारिया का टैबलेट दिया जाना है इसलिए कोई भी छात्र-छात्रा उसे तिथि को अपने घरों में नहीं रहे और विद्यालय पहुंचे पहुंचे।
सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के झिल्ला गांव स्थित आंगनबाड़ी के बच्चे पिछले 15 वर्ष से फूस की झोपड़ी में पढ़ने को विवश हैं। सुपौल जिले के सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड क्षेत्र में आंगनबाड़ी के 145 केंद्र संचालित है जिसमें से कम ही के पास अपना भवन है। जिन आंगनबाड़ी केदो को अपना भवन नहीं है उसमें से अधिकांश का संचालन कहीं सेविका के आंगन में तो कहीं सहायिका के आंगन में हो रहा है। झोपड़ी में चलते आंगनबाड़ी को लेकर अब गांव के लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा है।