"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ अशोक झा धान की फसल के लिए धान के नर्सरी तैयारी करने के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

त्रिवेणीगंज प्रखंड क्षेत्र के बरहकुरवा पंचायत के परतापुर स्थित जामा मस्जिद में मंगलवार को मस्जिदों के इमाम और उलेमाओं की एक दिवसीय बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल पटना के ज्वाइंट जनरल सेक्रेटरी मौलाना अबूल कलाम ने की। बैठक को संबोधित करते हुए मौलाना ने कहा कि बरकतों और रहमतों वाला महीना रमजानुल मुबारक आ रहा है। हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम रमजान के आने से पहले ही रोजा की तैयारी करते थे और अपने साथियों को रोजा की अहमियत बयान फरमाते और उसकी असलियत बताते थे, रमजान वह महीना है जिसमें कुरान नाजिल किया गया, जो इंसानों के लिए हिदायत और ऐसी तालिमात पर आधारित है जो सीधा रास्ता दिखाने वाली और गलत रास्तों से रोकने वाली है। इसलिए जरूरी है की इस मुकद्दस महीने का रोजा सभी लोग रखें। पैगम्बर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इस महीने की फजीलत और बरकत का महीना बताते हुए कहा की ऐ लोगों तुम्हारे सिर पर एक शानदार महीना आने वाला है, और इसमें एक रात है, जो एक हजारों रात से अधिक बेहतर है। अल्लाह तआला ने इस माह के रोजे को फर्ज और रात की नमाज यानी तराबीह को सुन्नत करार दिया है। और जो कोई इसमें एक फर्ज अदा करेगा तो मानों उसने किसी और महीने में सत्तर फर्ज अदा किए। और जो कोई एक नफिल अदा करेगा उसे फ़र्ज़ के बराबर सवाब मिलेगा। यह ऐसा महीना है जिसमें मोमिन का रिजक बढ़ा दी जाती है। जो कोई इस महीने में रोजा रखेगा उसके गुनाह माफ कर दिए जाएंगे और उसे जहन्नुम से मुक्ति मिल जाएगी। और जो कोई किसी रोजे दार को इफ्तार करायेगा उस को उतना ही सवाब होगा जितना रोजेदार के लिए है।

जाम की शहर कहे जाने वाले त्रिवेणीगंज के लोगों को जाम की समस्या से मुक्ति नहीं मिल पा रही है। विडंबना यह है कि प्रतिदिन जाम की समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है। बाजार के मध्य से गुजरने वाली 327 ई के अलावे शहर के अन्य मार्गों पर भी लोग जाम की समस्या से परेशान रहते हैं। एनएच 327 ई के किनारे दो पहिया व चार पहिया वाहनों को खड़ा करना जाम का प्रमुख कारण है। इसके बावजूद भी इस समस्या पर न तो नगर परिषद और न ही अनुमंडल प्रशासन ध्यान देना मुनासिब समझते हैं। जिससे जाम की समस्या और गंभीर होती जा रही है। शहर में न तो पार्किंग की व्यवस्था है और न ही ट्रैफिक की। जिसके कारण बाजार के मध्य से गुजरने वाली एनएच 327 ई पर पुरानी बैंक चौक से लेकर दुर्गा मंदिर तक करीब घंटे भर जाम लगा रहा। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जाम की समस्या का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल हो गया।

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निर्मली में गौशाला निर्माण को लेकर हुई बैठक

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