इस कार्यक्रम में हम जलवायु परिवर्तन के कारण बदलते मौसम और असमान बारिश के पैटर्न से उत्पन्न हो रहे जल संकट पर चर्चा करेंगे। "मौसम की मार, पानी की तकरार" से लेकर "धरती प्यासी, आसमान बेपरवाह" जैसे गंभीर मुद्दों पर गहराई से विचार किया जाएगा। हम समझेंगे कि कैसे सूखा और बाढ़ दोनों ही हमारे जल संसाधनों को प्रभावित कर रहे हैं, और इन समस्याओं से निपटने के लिए सामूहिक और व्यक्तिगत स्तर पर क्या समाधान हो सकते हैं। हम आपसे जानना चाहते हैं – आपके इलाक़े में पानी की क्या स्थिति है? क्या आपने कोई जल संरक्षण के उपाय अपनाए हैं? या आप इस दिशा में कोई क़दम उठाने की सोच रहे हैं?
रामपुर मिशन से रबूलाल सहनी है बेसहारा भीख माँग कर करते है जीवन यापन. सूने आँडियों
हम खरोटोला पंचायत की बात नहीं कर रहे हैं । आज , तनाज अबना सदर पोर सी जमुनियां अब इसके जुनून का केंद्र नहीं रहा है , न ही विदा के बाद से इसकी दो पीढ़ियाँ हुई हैं ।
जब मेरा जीवन समाप्त हो गया , तो मुझे दूसरा टीचू नहीं मिला , न ही मैंने अपनी किटी पर आग देखी , अगर मुझे याद है , तो मैं एक लड़की को अपने से पहले ले गया होता ।
इक्कसठ साल होने के बाद भी नही मिल रहा है पेन्शन
सर हामा घर भरा बात है हमे बुदापुर से हमे से तुमसे बड़े होगे लमके ।
बिहार/प.च./मैनाटाँड की धनीया देवी को साठ साल पूरा करने के बाद भी नहीं नही मिल रहा है वृद्धावस्था पेन्शन.
गौनाहा ,वृद्धा पेंशन नहीं मिलता है
ताजपुर शिशुवा ,वृद्धा पेंशन और आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा है
शिशुवा ताजपुर ,मैनाटांड़ ,60 के उम्र होने के बाद भी नही मिल रहा पेन्शन