उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से संजीव से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि समाज में पुरूषों और औरतों का समान अधिकार है लेकिन महिलाओं को जमीन में अधिकार नहीं दिया जाता है क्यूँकि उनका मानना है कि पुरूष और महिला के लिए अलग अलग काम बनाये गए हैं महिलाओं को जमीन के बारे में जानकारी नहीं होती कितना फ़ीट कितना वर्ग है इसी तरह महिलाओं का काम है चूल्हा चौका करना जो की पुरूषों को नहीं आता है। इसलिए महिलाओं को जमीन से दूर रखा जाता है। उनका कहना है कि परिवार में महिलाओं को बोलने का अधिकार मिलने से जो नियम चलाये गए हैं वो खराब हो जाएगा