उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि ग्रामीण महिलाओं से बातचीत के दौरान उन्हें यह जानकारी मिली कि वो पैतृक सम्पत्ति में महिलाओं का भी हक होता है जैसे कानूनों की जानकारी है लेकिन खुद पर पड़ने वले सामाजिक दबाव के कारण महिलाओं को उसका हक़ नहीं दे पाते हैं। सामाजिक दबाव के कारण ये महिलायें अपना अधिकार भी नहीं मांग पाती हैं। महिलाओं को अपना हक मांगने में इस बात का डर लगता है कि अपना हक़ मांगने पर परिवार के भीतर मनमुटाव की भावना पैदा हो जाएगी