उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि शिक्षा और सशक्तिकरण में महिलाएं शिक्षित होने के बाद भी, पितृसत्तात्मक ज्ञान नियम मूल्यों और व्यवहार के पद्धतियों को चुनौती देने में मदद करते हैं। महिला सशक्तिकरण के लिए शिक्षा सामूहिक कार्रवाई और चिंतन की एक निरंतर और निरंतर बढ़ती प्रक्रिया है। जो उन्हें शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाती है और उन्हें आत्मविश्वास और आत्मसम्मान देती है। उन्हें समाज में हर एक चीज सीख पाती है, महिलाओं का शिक्षित होना बहुत जरूरी है।