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उत्तर प्रदेश राज्य के मऊ जिला से रमेश कुमार यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि समाज में पुरुषों और महिलाओं के बीच भेदभाव करने की जो रूढ़िवादिता चली आ रही है, वह आज भी देखी जा सकती है। लोग सोचते थे कि बच्चे जीवन भर मेरे साथ रहेंगे, वे अच्छा खा रहे हैं, अच्छी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, लड़कियां कम खाएंगी, वे कम शिक्षित होंगी, उन्हें एक दिन घर जाना होगा। ऐसी सोच बहुत थी और आज के समय में भी यह सोच इस समाज में है, लेकिन महिलाएं पुरुषों के क्रम में कहीं नहीं हैं। महिलाएं हर क्षेत्र में आगे हैं, चाहे वह शिक्षा हो, नौकरी हो या अपने माता-पिता की देखभाल हो। बच्चों को उचित शिक्षा और उचित भोजन प्रदान करना अनिवार्य है क्योंकि प्राथमिक और प्राथमिक शिक्षा प्रदान करने वाली महिलाएं ही हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के मऊ जिला से सुरेन्द्रनाथ यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि सभी के लिए यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है कि हमारे समाज और हमारे देश के हित में पर्यावरण कितना महत्वपूर्ण है। ग्लोबल वार्मिंग में वृद्धि के कारण गर्मी तेजी से बढ़ रही है। वहाँ है और लोगों का जीवन हराम बन गया है, लोग त्रायाम प्रार्थना कर रहे हैं, लोग किसी भी तरह से खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। वे खुद नहीं जानते कि वे ऐसा क्यों कर रहे हैं और उनका यह भी मानना है कि अगर ऐसी स्थितियां बनी रहीं तो हम कब तक इस तरह का जीवन सह पाएंगे, लेकिन कोई भी इसके बारे में नहीं सोच रहा है। कि इसे कैसे बचाया जा सकता है, तो बचाने का सबसे आसान तरीका यह है कि हमें पर्यावरण को किसी भी स्थिति में संरक्षित करना चाहिए, चाहे वह हवा हो या पानी। किसी भी तरह से किसी से छेड़छाड़ न करें, एक पेड़ लगाएं, खासकर अगर आम बरगद के लिए जगह हो। पेड़ सभी प्रकार के छांव वाले पेड़ों का उपयोग करें आम जैसे फलों के पेड़ों का उपयोग करें नीम के पेड़ लगाएं ताकि ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सके।

उत्तरप्रदेश राज्य के मऊ जिला से सुरेन्द्रनाथ यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि कड़ाके की गर्मी पड़ रही है। इस गर्मी से बचने के लिए आप सभी को दिन में दोपहर में बाहर नहीं जाना चाहिए। बहुत जरूरी हो तभी बाहर निकलें। यदि आप ऐसा करते हैं, तो आप खुद को सुरक्षित पाएंगे, साथ ही आपको ध्यान देना चाहिए कि यदि आप धूप या गर्मी महसूस करते हैं, तो आप तुरंत सुरक्षित रहेंगे। इससे बचने के लिए, छायादार पेड़ के पास रुकें और चिलचिलाती धूप से बचने की पूरी कोशिश करें। धूप का चश्मा और जूते पहनें यात्रा के दौरान अपने साथ पानी ले जाना सुनिश्चित करें चाय या कॉफी जैसे पेय पदार्थों का सेवन न करें, साथ ही यदि आपके पास है अगर आप बाहर काम नहीं कर रहे हैं तो बाहर बिल्कुल न जाएं। गीले कपड़े शरीर पर और चेहरा गर्दन पर रखें। घर में बनी वस्तुएँ जैसे लस्सी, नमक, चीनी का घोल, नींबू का पानी, छाछ। आम के पत्ते आदि का प्रयोग करें। इसके अलावा, अपने जानवरों को छाया में रखें, भरपूर पानी पीएँ और अपने घर को ठंडा रखें।

उत्तरप्रदेश राज्य के मऊ जिला से रमेश कुमार यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि मनरेगा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण गारंटी अधिनियम मित्रों मनरेगा को भारत में एक कानून के रूप में इस विचार के साथ पेश किया गया था कि गाँव छोड़ने वाले गरीब मजदूर बाहर चले जाएँगे। जो लोग मजदूरी कमाने के लिए पलायन करते हैं, उन्हें पलायन नहीं करना चाहिए, उन्हें गांव में ही रोजगार दिया जाना चाहिए। एक परिवार को 100 दिनों का काम देना चाहिए जिसमें केवल एक परिवार को वर्ष में दस से पंद्रह दिनों के लिए काम मिल रहा हो।

उत्तरप्रदेश राज्य के मऊ जिला से रमेश कुमार यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि बरसात के मौसम में बारिश नहीं होती है। ठंड के मौसम में ठंडक नहीं होती है। गर्मी अपने चरम को पार कर चुकी है। साथियों, जिस तरह से समाज, जो मनुष्य है, बदल रहा है, उसी तरह जलवायु में भी बदलाव हो रहा है। हर व्यक्ति एक भी पेड़ लगाने पर ध्यान नहीं दे रहा है। वायु प्रदूषण अपने चरम पर पहुंच गया है। पहले इतनी गाड़ियाँ और घोड़े नहीं थे। वायु प्रदूषण ध्वनि प्रदूषण उतना प्रदूषण नहीं था जितना आज है। किसान दित में खेती के लिए अपने खेतों से पेड़-पौधे काट रहे हैं, जहां लोगों ने घर बनाए हैं, वे सड़क के किनारे पेड़ नहीं लगा रहे हैं। और पेड़ भी नहीं बढ़ रहे हैं, जिससे हवा में जलवायु परिवर्तन में अधिक गर्मी दिखाई दे रही है।

उत्तर प्रदेश राज्य के मऊ जिला से सुरेन्द्रनाथ यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बात रहे है की इस समय हमारे लिए लू से बचना सबसे महत्वपूर्ण है। हम अंधाधुंध पेड़ो की कटाई कर रहे है यही कारण है की गर्मी इतनी बढ़ गई है

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ अशोक झा धान की फसल के लिए धान के नर्सरी तैयारी करने के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इसकी पूरी जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

उत्तरप्रदेश राज्य के मऊ जिला से रमेश मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि जल स्तर कम हो रहा है लोग पानी के महत्व को समझ नहीं पा रहे हैं। दिन-ब-दिन कई गाँवों में देखा जा रहा है कि पानी का स्तर नीचे जा रहा है। गांव में पीने का पानी नहीं मिल रहा है हैण्डपंप में जल स्तर कम हो गया है। फिर भी लोग पानी के महत्व को नहीं समझ पा रहे हैं। लोग हैंडपंप चालू कर के एक बाल्टी की जरूरत रहने पर भी व्यर्थ पानी बहा रहे हैं। पेड़ पौधे काट रहे और लगातार काटते जा रहे हैं जिससे बारिश बहुत कम हो रही है। जलस्तर कम होता जा रहा है लोग त्राहि त्राहि कर रहे हैं लोग अपनी आदत से मजबूर हैं लगातार पानी व्यर्थ बहा रहे हैं। पौधों को काटा जा रहा है, पेड़ नहीं लगाए जा रहे हैं, इससे बहुत कम बारिश हो रही है, जल स्तर की स्थिति बिगड़ रही है और लोग पानी के बिना संघर्ष कर रहे हैं। लोग इसके महत्व को समझने में असमर्थ हैं। एक भी पेड़ नहीं लगाने के कारण गर्मी का तापमान बढ़ रहा है और बारिश नहीं हो रही है

वोटर लिस्ट से अत्यधिक लोगों का नाम काटा गया है जिसके कारण हजारों लोग जनपद मऊ में वोट देने से आज वंचित रह गए भूतों पर जाकर लगातार अपना नाम ढूंढते रहे कई भूतों का चक्कर लगाया गया कई जगह पर भूत चेंज हुए थे वहां जाकर धूप में दूर-दूर भूत पर जाकर अपना-अपना नाम ढूंढते रहे शाम तक हताश होकर घर वापस आ गए परंतु उनका नाम कहीं नहीं मिला जबकि इससे पहले लोकसभा और विधानसभा का चुनाव में वह अपना मतदान देते रहे हैं यह घर नींद नहीं है इसकी जांच शासन प्रशासन से मांग करते हैं की जांच निष्पक्ष तरीके से की जाए और दोषी को इसका जिम्मेदार मानते हुए कठोर सजा दी जाए