उत्तर प्रदेश राज्य के मौ जिला से रमेश कुमार यादव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है की पैदा की अँधा धुंध कटाई की वजह से जलवायु परिवर्तन हो रहा है। प्रदुषण भी लगातार बढ़ता जा रहा है, और जलस्तर भी लगातार नीचे जाता जा रहा है
उत्तरप्रदेश राज्य के मऊ जिला से रमेश कुमार यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिला अधिकार से वंचित रह जाती हैं। इसलिए हमारे समाज को जागरूक होने की जरुरत है
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भूमि पर महिलाओं के अधिकार, भूमि पर पुरुषों के अधिकार कई शताब्दियों पहले से देखे जाते हैं। यह कहते हुए कि यह महिलाओं, लड़कों, लड़कों के बारे में नहीं है, जब से वे पैदा हुए हैं, समाज के भीतर ये गलत धारणाएं हैं। यह देश की कहानी है, लड़की के पास अपने अधिकार और हिस्से के नाम पर कुछ भी नहीं बचा है, यहां तक कि उसके घर की लड़कियां भी। यहां तक कि जहां ससुराल वाले जाते हैं, उन्हें जमीन पर कोई अधिकार नहीं दिया जा रहा है, जो कि मामला नहीं है। हर व्यक्ति को हर जगह समान अधिकार मिलने चाहिए। या किसी भी चीज़ पर समान वेतन मिलना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है और न ही समाज की सोच बदल रही है
मनरेगा के तहत गाँवों में मजदूरों को होने वाली समस्याएं हर गाँव में देखी जा रही हैं। जितनी कच्ची सड़कें हैं, कोई नया काम नहीं किया जा रहा है, ताकि मनरेगा श्रमिकों को साल में सौ दिन काम मिल सके। मजदूर अपनी आँखें बंद करके बैठे हैं जो इस टंकी का पाइप बिछाने के लिए जल निगम द्वारा हर गाँव में टंकी लगा रहे हैं। पाइपों की खुदाई और बिछाने के कारण सभी चक्कर और गली गड्ढों से मुक्त हो गए हैं।
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उत्तरप्रदेश राज्य के मऊ जिला से रमेश कुमार यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि मनरेगा एक ऐसा कानून है जो गरीब मजदूरों को गाँव में 100 दिनों का रोजगार देता है। पर कही कही देखने को मिलता है की गाँव के लोग इससे भी वंचित रह जाते है
उत्तरप्रदेश राज्य के मऊ जिला से रमेश कुमार यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि समाज लिंग, जाति, धर्म आदि के आधार पर भी भेदभाव कर रहा है। पुरुषों और महिलाओं के बीच असमानता अधिक दिखाई देती है। महिलाओं के पास सभी प्रकार के अवसरों के लिए कम अवसर हैं। पुरुषों को हर जगह अधिक अवसर दिए जाते हैं, चाहे वह पढ़ाई हो, खाना हो, जीना हो, उठना हो, बैठना हो।