नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में तीन बड़ी बातें नंबर एक जिन्हें नागरिकता मिलेगी पाकिस्तान से पहले अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होकर भारत आए हिंदू , सिख , बौद्ध , जैन , फारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को नागरिकता दी जाएगी । केवल तीन देशों के लोग ही नागरिकता के लिए आवेदन कर सकेंगे । नंबर दो भारतीय नागरिक पर क्या प्रभाव पड़ेगा ? सीए का भारतीय नागरिकों से कोई लेना - देना नहीं है । सीए के पास अधिकार है या कानून इसे छीन नहीं सकता है , स्थानांतरण के लिए आवेदन कैसे करें , आवेदन ऑनलाइन करना होगा , आवेदक को यह बताना होगा कि वे भारत के नागरिक हैं , भले ही उनके पास पासपोर्ट और अन्य यात्रा दस्तावेज न हों । इसके तहत भारत में रहने की अवधि पांच साल से अधिक रखी गई है । बाकी विदेशियों , मुसलमानों के लिए , यह अवधि ग्यारह साल से अधिक है ।