उत्तर प्रदेश राज्य के आंबेडकर नगर से अंश श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से पक्ष-विपक्ष कड़ी संख्या- 66 स्वास्थ्य के लिए जानलेवा साबित होती मसालों की हेराफेरी पर अपने विचार व्यक्त किया।

हांगकांग के फूड सेफ्टी विभाग सेंटर फॉर फूड सेफ्टी ने एमडीएच कंपनी के मद्रास करी पाउडर, सांभर मसाला मिक्स्ड पाउडर और करी पाउडर मिक्स्ड मसाला में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड पाया है और लोगों को इसका इस्तेमाल न करने को कहा है. ऐसा क्यों? जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है। सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

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भारत गंभीर भुखमरी और कुपोषण के से जूझ रहा है इस संबंध में पिछले सालों में अलग-अलग कई रिपोर्टें आई हैं जो भारत की गंभीर स्थिति को बताती है। भारत का यह हाल तब है जब कि देश में सरकार की तरफ से ही राशन मुफ्त या फिर कम दाम पर राशन दिया जाता है। उसके बाद भी भारत गरीबी और भुखमरी के मामले में पिछड़ता ही जा रहा है। ऐसे में सरकारी नीतियों में बदलाव की सख्त जरूरत है ताकि कोई भी बच्चा भूखा न सोए। आखिर बच्चे किसी भी देश का भविष्य होते हैं।स्तों क्या आपको भी लगता है कि सरकार की नीतियों से देश के चुनिंदा लोग ही फाएदा उठा रहे हैं, क्या आपको भी लगता है कि इन नीतियों में बदलाव की जरूरत है जिससे देश के किसी भी बच्चे को भूखा न सोना पड़े। किसी के व्यक्तिगत लालच पर कहीं तो रोक लगाई जानी चाहिए जिससे किसी की भी मानवीय गरिमा का शोषण न किया जा सके।

मावा के गुजिया बनाएं , जो होली का त्योहार आते ही भंग हो जाएंगे । गुजिया मिठाइयों की दुकानों पर मिलता है , लेकिन घर में बने गुजिया का स्वाद अलग होता है । आप घर पर आसानी से मावा के साथ गुजिया बनाक खा सकते हैं । फगुन का महीना आते ही होली तय हो जाती है । तैयारी शुरू हो जाती है । अबीर और गुलाल रंगों की खुशबू बाजार में फैलने लगती है । मिठाई की दुकानों पर गुजिया की खुशबू आने लगती है । होली पर , विशेष रूप से गुजिया भोजन और खाना पकाने का चलन है । गाँवों और छोटे शहरों में हर कोई । एक - दूसरे के घर जाकर गुजिया बनाइए । होली से दो दिन पहले सभी के घर में गुजिया तैयार किया जाता है । घर में बने मावा की गुजिया का स्वाद अलग होता है । यह इतना नरम होता है कि इसे मुँह में ही डाल दिया जाता है । आप चाहें तो घर पर आसानी से मां बा वाली गुजिया बना सकते हैं । घर में बने गुजिया का स्वाद सबसे अच्छा होता है , तो आइए जानते हैं कि मां बा वाली गुजिया कैसे बनाई जाती है । दो कप आटा , लगभग दो सौ पचास ग्राम आटा , एक कप चूर्ण चीनी , एक चम्मच इलायची पाउडर , आठ से दस बादाम , बारीक कटा हुआ , दस से पंद्रह लें । आपको किशमिश लेनी होगी , आठ दस काजू को बारीक काटना होगा , पंद्रह बीस चिरोंजी लेनी होगी , गुजिया तलने के लिए घी लेना होगा , पहले घर पर दूध के साथ मावा तैयार करके गुजिया बनाना होगा या आप इसे बाजार से भी प्राप्त कर सकते हैं । आप मावा खरीद सकते हैं , अगर यह बाजार मावा है , तो इसे कड़ाई में डाल दें और इसे सुनहरा होने तक हल्के से भूल जाएं , जब मावा ठंडा हो जाए , तो इसमें बारीक कटा हुआ काजू और किशमिश डालें , इसमें इलायची पाउडर भी डालें । अब आटा गूंधने की बारी है , फिर आटे को छान लें और लगभग पाँच बड़े चम्मच घी मिलाएं , अब गुनगुने पानी के साथ नरम आटे को गूंध लें । बीस मिनट के लिए एक कपड़े से ढक दें , अब आटे से छोटी लोइस बनाएं और उन्हें पूरा करें , पूरे को गुजिया मेकर में रखें और इसके बीच में , एक चम्मच मावा डालें । एक कटोरी में एक चम्मच मैदा और दो चम्मच पानी डालें और घोल बना लें । गुजिया बनाते समय , इस घोल को किनारों पर लगाएं और फिर सांचे को बंद कर दें । आपको ऐसे सभी गुजिया तैयार करने होते हैं , गुजिया बनाने होते हैं और उन्हें एक ढके हुए बर्तन में ढककर रखना होता है , आप एक कड़ाही में घी गर्म करते हैं और गैस की लौ का माध्यम रखते हुए उसमें गुजिया उड़ाते हैं ।

दाल बनाते समय हल्दी और नमक कब मिलाया जाए , अगर आप इस नियम को जानते हैं , तो दालों का पोषण हर भारतीय को बढ़ेगा । दाल घर पर बनाई जाती है , यह सिखाने के लिए सबसे आसान संकेतन है , दाल चावल और सब्जी निश्चित रूप से भारतीय घरों में बनाई जाती है , लेकिन इसे पकाने के लिए हमें कुछ नियमों को जानने की आवश्यकता है । बहुत से लोग नहीं जानते हैं । यदि दाल में सही समय पर नमक और हल्दी मिलाया जाता है , तो इसका पोषण मूल्य कई गुना बढ़ जाता है । आधा घंटा पकाने से पहले दाल को अच्छी तरह से धो लें । दाल के लिए , इसे पानी में भी भिगो दें , फिर दाल को कुकर में डालें और दाल में दोगुना पानी डालें । आप दाल को कुकर के बजाय पैन में पका सकते हैं । दाल में नमक और आधा चम्मच हल्दी बिना देर किए डालें और इसे थोड़ा उबलने दें । इसके बाद कुकर का ढक्कन बंद कर दें । इसी तरह जब दाल उबल जाए तो उसे नीचे उतार लें । दाल का स्वाद अद्भुत होगा और पोषण मूल्य भी बढ़ेगा । फिर दाल को कुकर में डाल दें । और दाल में दोगुना पानी डालें । कुकर के बजाय , आप दाल को एक पैन में पका सकते हैं और इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए , आप एक कड़ाही में जीरा डाल सकते हैं और कटे हुए प्याज को टमाटर के लहसुन में डाल सकते हैं और फिर कुकर में डाल सकते हैं ।

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होली पर बनाये मजेदार पापड़