गर्मी की लहर के दौरान बाहर काम करने वाले लोगों की सुरक्षा पर आधारित कार्यक्रम। यह कहानी एक परिवार के माध्यम से लू से होने वाले खतरों, चिकित्सा सलाह और सुरक्षा उपायों को दर्शाती है, साथ ही श्रोताओं को जागरूक करने का प्रयास करती है। आपकी राय में इस भीषण गर्मी में किस तरह से बाहर काम करने वाले लोग अपना ध्यान रख सकते हैं? हम किस तरह से इन लोगों की मदद कर सकते हैं?

इस भीषण गर्मी की चपेट में आने से बचना है, तो मौसम विभाग या सरकार द्वारा दी जाने वाली जानकारी और चेतावनी को गभीरता से समझना है और उन बातों का पालन करना है. सावधानी और सतर्कता, इन दोनों बातों का हमें ध्यान रखना है |इस भीषण गर्मी से जुड़ी चेतावनी आपको कहाँ से मिलती है ? चेतावनी सुनने या देखने के बाद आप क्या कदम उठाते है ? आप या आपके आसपास लोग इस भीषण गर्मी से बचने के लिए क्या करते है ?

इस भीषण गर्मी से बचना है तो इन बातों का हमेशा ध्यान रखना है। नियमित रूप से पानी पीना, भोजन में पौष्टिक तत्व और ठंडी चीज़ों को शामिल करना और हल्का भोजन करना। अगर आपने इस भीषण गर्मी से बचने के लिए कोई खास तरीका अपनाया है या फिर अपने भोजन में किसी तरह की कोई खास चीजें शामिल की हैं, जिससे कि इस भीषण गर्मी में कुछ राहत मिल सके, तो अपने ये उपाय सभी के साथ जरूर बांटें।

लू लगने के लक्षण और घरेलू उपचार के साथ साथ सावधानियां और बचाव के तरीके, डॉक्टरी सलाह के साथ गर्मी से निपटने की तैयारियां। क्या आपने भीषण गर्मी यानी लू लगने के ऐसे लक्षण खुद में या अपने परिवार, दोस्त या पड़ोसी में देखे हैं? अगर हाँ, तो आपने या उन्होंने ऐसे में क्या कदम उठाए? भीषण गर्मी से जुड़ी और किस तरह की जानकारी आप सुनना चाहेंगे?

उत्तर प्रदेश राज्य के आंबेडकर नगर जिला से आशीष श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि हीटवेव से बचने के लिए महत्वपूर्ण उपाय कर सकते हैं। अभी तापमान बहुत ज्यादा बढ़ गया है इसके लिए कड़ी धुप दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक घर से निकलने से बचना चाहिए ,ढीले ढाले कपड़े पहनना चाहिए। हमेशा खुद को डी हाइड्रेट रखने के लिए पानी वाले फल खाने चाहिए। टी वी मोबाइल फोन से दुरी बना कर रखे। रसोई घर को हवादार बनाने के लिए खिड़की दरवाजे खुले रखें

भीषण गर्मी और लू के कारण स्वास्थ्य, पर्यावरण, कृषि और अर्थव्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ रहे हैं, इन सभी खतरों से निपटने के लिए हमें तैयारियां करनी होंगी।

उत्तर प्रदेश राज्य के अम्बेडकर नगर से आशिस श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने के उपाय इसके लिए आमों के अलावा, तरबूज या खीरा, कचोरी आदि खाना चाहिए, जो गर्मियों के मौसम में भारत में आम हैं। पीने के रस में पानी की मात्रा नब्बे प्रतिशत तक होती है, जो निर्जलीकरण को रोकने और शरीर को ठंडा रखने में मदद करेगी यदि आप इसका नियमित रूप से सेवन करते हैं। यह आपके शरीर की गर्मी को नियंत्रित करने में मदद करता है। गर्मियों में हम में से ज्यादातर लोग खीरा, तरबूज, कीवी, दही, नारियल आदि चीजें खाते हैं। गर्मी के मौसम में अपने शरीर को ठंडा रखने के लिए हमें समय-समय पर पानी पीते रहना चाहिए। जितना हो सके उतना पानी पीना चाहिए। हम में से अधिकांश को धूप में बाहर नहीं जाना चाहिए। जरूरत पड़ने पर ही हमें धूप में बाहर रहना चाहिए।

उत्तर प्रदेश राज्य के अम्बेडकर नगर से आशिस श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि चिलचिलाती धूप और गर्म हवाएं हमारी त्वचा को बुरी तरह झुलसा देती हैं, इसलिए हमारी त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए गर्मियों के मौसम में अपनी त्वचा की देखभाल करना हमारे लिए बहुत जरूरी है। हमें अपने शरीर और कौशल के लिए बहुत सारा पानी पीना चाहिए। गर्मियों के मौसम में हमें अपने शरीर को सूर्य की किरणों से जितना संभव हो सके बचाना चाहिए। निर्जलीकरण को रोकता है गर्मियों के दौरान एक व्यक्ति को दिन में कम से कम छह से सात लीटर पानी पीना चाहिए। पानी के साथ करना चाहिए यह हमें गर्मी से भी बचाता है पानी त्वचा को कसने और चेहरे पर सूजन बढ़ाने में भी मददगार है इसलिए हमें गर्मी में जितना संभव हो उतना पानी पीना चाहिए। मौसम के दौरान शरीर को निर्जलीकरण से बचाने के लिए जितना संभव हो उतना पानी पीने के साथ-साथ हमलोंग को गर्मियों के मौसम में आने वाले फल जैसे खीरा, तरबूज आदि खाने चाहिए। मौसमी फलों में बहुत अधिक पानी होता है।

गर्मी से बचने के लिए सभी जरुरी कदम उठाने होंगे | बिजली का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल ना करें, पानी का सही इस्तेमाल करें और जब तक ज़रूरी ना हो, घर से बाहर धुप में ना निकले |

हीट वेव जागरूकता के इस प्रोमो में हम जानेंगे इस बढ़ती गर्मी का कारण क्या है। साथ ही इस गर्मी से बचाव के लिए क्या उपाय किये जा सकते हैं।