जिंदगी के हर पल खुशियों से कम न हो, आप के हर दिन ईद के दिन से कम न हो, ऐसा ईद का दिन आपको हमेशा नसीब हो, जी हां दोस्तों ईद-उल-फितर जिसे आप लोग मीठी ईद के नाम से भी जानते है।आज दुनिया भर में ईद का जश्न मनाया जा रहा है और लोग एक दूसरे के गले लग कर बधाइयाँ दे रहे है और खुशियाँ बाँट रहे है। रमजान के महीने से ही ईद के जश्न की तैयारी शुरू हो जाती है । बच्चों से लेकर बड़ों बूढों तक को ईद का इंतज़ार रहता है। ईद के मौके पर ईदी दिए जाने का रिवाज है। लोग अपने करीबियों को ईद की मुबारकबाद के साथ ईदी के रूप में तोहफे देते हैं ।नए कपड़े पहनते हैं, भव्य दावतें तैयार करते हैं।ईद मुस्लिम समुदाय के खास त्योहारों में से एक है और यह रमजान के आखिरी दिन सेलिब्रेट किया जाता है। ईद हमें एकता और आपसी सौहार्द का संदेश देता है और समृद्ध समाज बनाने के लिए प्रेरित करता है।लोग इसे उत्साह और बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं।तो आइये हम भी इस जश्न का हिस्सा बने और समाज में शांति-सद्भाव और अमन का सन्देश फैलाये। दोस्तों,मोबाइल वाणी परिवार की ओर से आप सभी श्रोताओं को ईद की ढेर सारी बधाईयाँ।

बिहार राज्य के सिवान जिला से सुधीर पाण्डे ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि चैत्र नवरात्रि के आज दूसरे दिन श्रद्धालुओं द्वारा मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की गई। चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की जाती है ब्रह्मचारिणी की पूजा करते हुए सुख संपत्ति की कामना की गई.

हसनपुरा सिवान।उसरी बुजुर्ग में राम जन्म उत्सव को लेकर निकाली गई भव्य कलश यात्रा हसनपुर प्रखंड के उसरी बुजुर्ग में राम जन्म उत्सव को लेकर मंगलवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। वही कलश यात्रा के दौरान लोगों द्वारा जय श्री राम के नारे भी लगाए गए।

सिसवन सिवान। सिसवन प्रखंड के कई छपरा गंगा ब्रह्मस्थान पर श्री विष्णु महायज्ञ राम कथा आयोजन को लेकर मंगलवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा श्री गंगा ब्रह्मस्थान यज्ञ स्थल से शुरू होकर काली स्थान होते हुए सरजू नदी के तट तक पहुंचा जहां श्रद्धालु ने वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ हाथ मे कलश लेकर संकल्प करते हुए कलश में गंगाजल लेकर पुनः यज्ञ स्थल तक पहुंचे इस दौरान गाजेबाजे के साथ लोगों ने जय श्री राम के नारे भी लगाए। कलश यात्रा में घोड़े हाथी तथा रथ पर सवार संत जनों की टोली लोगों का मन मोह रही थी वहीं पीछे से महिलाएं एवं पुरुष कतारवध होकर कलश यात्रा में चल रहे थे तथा जय श्री राम के नारे लगा रहे थे। आयोजित यज्ञ के विषय में जानकारी देते हुए आनंद कुमार पाण्डेय ने बताया कि लोक कल्याण को लेकर यह यज्ञ कराया जा रहा है जो कि 9 दिनों तक यह चलेगा इसमें अयोध्या तथा हिमाचल प्रदेश से पहुंचे कथावाचक द्वारा राम कथा नित्य शाम को संध्या 6:00 बजे से लोगों को सुनाया जाएगा। मौके पर स्वामी नाथ यादव, मुन्ना यादव, कामेश्वर पाण्डेय, विनय पाण्डेय,पिंटल बाबा, विश्वजीत पाण्डेय,सत्यजीत पाण्डेय,अवधेश राम,संतोष पटेल, अमित शर्मा, बृजेश सिंह एवं मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित सत्यानंद पाण्डेय, बबली देवी मौजूद रही कलश यात्रा का नेतृत्व हिमाचल प्रदेश से पहुंचे पूज्य संत रामदास उदासी जी महाराज ने किया।

बिहार राज्य के जिला सिवान से सुधीर पांडेय , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि श्रद्धालुओं द्वारा श्रद्धा सुमन के साथ कि गई पुजा अर्चना।

जई छपरा के जानकी धाम पर आयोजित अखंड रामचरितमानस पाठ का हुआ समापन।सिसवन प्रखंड क्षेत्र के जई छपरा के जानकी धाम पर शुक्रवार से शुरू हुआ अखंड रामचरितमानस पाठ का समापन शनिवार को हो गया जिसमें क्षेत्रीए कलाकारों ने भाग लिया। वही समापन के बाद आयोजन समिति द्वारा विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।

रमजान का पवित्र महीने में आखिरी जुमे यानी अलविदा जुमा की नमाज अकीदत के साथ सभी मस्जिदों में पढ़ी गई। यह नमाज हसनपुरा नगर पंचायत से लेकर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों यथा सेमरी, रजनपुरा, शेखपुरा, गायघाट, उसरी खुर्द, उसरी बुजुर्ग, अरंडा, हसनपुरा, लहेजी, तेलकथू, मन्द्रपाली, फलपुरा, पियाउर आदि गांवों में स्थित मस्जिदों में पढ़ी गई। इस आखिरी जुमे की नमाज की तैयारी में हर बच्चा, नौजवान व बूढ़ा देखा गया। जहां जुमे की अजान होते ही हर कोई मस्जिद का रुख किया। जहां रमजान के पाक महीने के आखिरी जुमे की नमाज पढ़ने के लिए बड़ी संख्या में नमाजी मस्जिद पहुंचे थे। हालांकि गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए मस्जिद परिसर में नमाज के लिए खास व्यवस्था भी की गई थी। जहां नमाज बाद देश की खुशहाली, सुख और समृद्धि की लोगों ने दुआ मांगी। बता दें कि इस्लामी कैलेंडर के नौवें महीने को रमजान-उल-मुबारक का महीना कहा जाता है। इस दौरान पूरे महीने हर मुसलमान भाई रोजे रखते हैं। वही अरंडा नूरी मस्जिद के हाफिज समीउल्लाह ने रमजान व जुमे की फजीलतों को बयान किया। वही उलेमाओं ने कहा कि जब नेदा दी जाए जुमे की तो अल्लाह के जिक्र की तरफ चले आओ। नमाजे जुमा के लिए हुजूर स.अ. ने फरमाया की हम गरीबों के लिए हज है।

हसनपुरा (सीवान) हसनपुरा प्रखंड के उसरी शिव मंदिर परिसर में रामनवमी सेवा समिति, आयुष्मान सेवा संघ तथा हिन्दू युवा वाहिनी द्वारा आगामी 9 अप्रैल से आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम जन्मोत्सव की तैयारी जोरों पर है। इसको ले रामनवमी सेवा समिति तथा श्रद्धालु भक्तो द्वारा पूरे नगर पंचायत समेत आसपास के गांव की गलियों, मुख्य सड़क, संपर्क मार्ग, बाजार, मंदिरों पर केसरिया ध्वज तथा पताखे लगाए जा रहे है एवम तोरण द्वार बनाए जा रहे है। वही शिव मंदिर परिसर में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम प्रभु की आदमकद प्रतिमा, यज्ञ मंडप,पूजा पंडाल, संगीतमय श्रीराम कथा के प्रवचन पंडाल, दूर-दराज के गांव से कथा सुनने वाले आने वाले श्रद्धालु भक्तो के विश्रामालय समेत सभी प्रकार की तैयारी तथा कार्यक्रम को भव्य स्वरूप देने में कारीगर समेत रामनवमी सेवा समिति के सदस्य तथा प्रबुद्ध जन तन-मन-धन से लगे हुए है। श्रीराम जन्मोत्सव समारोह के कार्यक्रम के संबंध में समिति के संरक्षक पुरुषोत्तम दास जी महाराज ने बताया कि 9 अप्रैल को सुबह 07 बजे से भव्य मंगल कलश यात्रा निकाली जायेगी। जिसमे हसनपुरा नगर पंचायत समेत आसपास के दर्जनों गांवों की माता, बहने समेत हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्त शामिल होंगे। मंगल कलश यात्रा के पुनः यज्ञ स्थल पर पहुंचने तथा कलश पूजन के उपरांत नव ग्रह आदि देवताओं के आह्वाहन के साथ नौ दिवसीय श्रीरामचरित मानस नवाह परायण महायज्ञ प्रारंभ होगा। इस दौरान प्रतिदिन संध्या धर्म नगरी अयोध्या की प्रसिद्ध श्रीराम कथा वाचिका मानस कोकिला अर्चना मणि पराशर द्वारा श्रद्धालु भक्तो को संगीतमय श्रीराम कथा का रसपान कराया जायेगा। वही 17 अप्रैल को भव्य शोभा यात्रा एवम विशाल भंडारे का आयोजन किया जायेगा।

दरौदा प्रखंड क्षेत्र में चैत्र नवरात्र को लेकर लोग तैयारी में जुट गए हैं चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा की अलग-अलग रूपों की पूजा अर्चना की जाती है 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है जिसको लेकर लोग तैयारी में जुट गए हैं।

बिहार राज्य के सिवान जिला के हसनपुरा प्रखंड के हरपुर कोटवा पंचायत के चांद परसा स्थित राम जानकी मंदिर में चल रहे सात दिवसीय श्रीराम कथा में बनारस से पधारे श्रद्धेय स्वामी संदीपाचार्य मानस मधुकर ने अपनी अमृतमय वाणी से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि जहां भगवान श्रीराम की कृपा होती है, उसी जगह रामकथा संभव हो पाती है। राम की कृपा वहीं होती है, जहां उनके भक्त रहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु ने ही मानव शरीर बनाया है। लेकिन पुरुषार्थ मानव का धर्म है। बिना परिश्रम के कुछ भी मिलना असंभव है। रामकथा से हर जीव की व्यथा दूर हो जाती है। संसार के सभी जीवों का मंगल रामकथा के श्रवणपान से ही हो जाएगा। स्वामी जी ने आगे कहा कि भगवान भक्ति के अधीन होते हैं। श्रद्धापूर्वक की गई भक्ति के आगे वह विवश रहते हैं। भगवान का सच्चा भक्त उन्हें जिस रूप में याद करता है, वह उसी रूप में दर्शन देते है। रामकथा सुनने से ही घर मे कलश दूर हो जाते हैं, यह विवेक की अरणी है। ज्ञान की दृष्टि से संसार को चार भागों में बांटा गया है इस दौरान स्वामी संदीपाचार्य मानस मधुकर ने कहा कि ज्ञान की दृष्टि से संसार को चार भागों में बांटा गया है- पहला निरक्षर, दूसरा वर्ग है साक्षर, तीसरा वर्ग शिक्षित एवं चौथा वर्ग ज्ञानी है। जो सबसे ऊपर होता है, वह है विवेकी। उन्होंने कथा को आगे बढ़ते हुए कहा कि राम नाम तो अविनाशी है। दुनिया इधर से उधर हो जाए, सब कुछ बदल जाए पर यह राम नाम ज्यों का त्यों यूं ही सदा बना रहेगा। इस राम नाम की महिमा कभी भी कम नहीं होगी बल्कि दिन-प्रतिदिन इसकी महिमा बढ़ते ही जाएगी। उन्होंने कहा कि श्रीरामचरित मानस के कथा श्रवण से मानव जीवन में मोक्ष प्राप्ति में सफलता मिलती है। श्रद्धालुओं को श्रीराम चरित मानस का महत्व बताते कहा कि तुलसीदास द्वारा रचित श्रीराम चरित मानस में मानव जीवन के रहस्य छुपे हुए हैं। वही पंजाब से पहुंचे ओम दीपक आर्ट के कलाकारों द्वारा कथा के बीच-बीच में शिव-पार्वती, राधा-कृष्ण, व वीर हनुमानजी की झाकियां प्रस्तुत की गई। जो आस्था का केंद्र रहा। मौके पर कथा सुनने के लिए पंडाल में सैकड़ों महिला-पुरुष श्रद्धालु उपस्थित थे।