उत्तर प्रदेश राज्य के श्रावस्ती से सावित्री देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पेड़ लगाने से हमें बहुत लाभ होता है, इसलिए हमें पेड़ों की रक्षा करनी चाहिए। जो लोग पेड़ों की कटाई कर रहे हैं। हमें उन्हें भी समझाना चाहिए और वृक्षारोपण पर बल देना चाहिए। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के श्रावस्ती से सावित्री देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि यदि आप पीपल का पेड़ लगाना चाहते हैं तो इसके लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए यानी एक बीघा जैसा। जिससे की जब पेड़ बड़ा हो तो इसे फैलने का जगह मिल सके। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के श्रावस्ती से शीला देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमें वृक्षों की कटाई को रोकना चाहिए और नए पेड़ लगाने चाहिए। क्योंकि वृक्षों से ही हमारा जीवन सुरक्षित है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के श्रावस्ती से शीला देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की हम सभी को मिल कर पेड़ लगाने की आवश्यकता है क्योंकि प्रदुषण काफी बढ़ गया है। जिसके कारण लोग कई बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के श्रावस्ती से रानी सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दिया की पेड़-पौधों के बिना हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। एक मनुष्य का जीवन और एक पेड़ का महत्व बिल्कुल सामान है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के श्रावस्ती से रानी सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की पेड़-पौधों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई का परिणाम हमें आसानी से देखने को मिल रहा है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के श्रावस्ती से रानी देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वृक्षारोपण के कई लाभ हैं। पेड़ लगाने से प्रदूषण बहुत कम हो जाता है और साथ ही सतही जलप्रवाह को रोकने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के श्रावस्ती से सावित्री देवी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि अगर हमें पेड़ लगाना है तो हमें इस तरह की जगह चुननी चाहिए की उस पेड़ के बड़े होने के बाद उससे कई तरह के लाभ मिल सके। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

हमारी सूखती नदियां, घटता जल स्तर, खत्म होते जंगल और इसी वजह से बदलता मौसम शायद ही कभी चुनाव का मुद्दा बनता है। शायद ही हमारे नागरिकों को इससे फर्क पड़ता है। सोच कर देखिए कि अगर आपके गांव, कस्बे या शहर के नक्शे में से वहां बहने वाली नदी, तालाब, पेड़ हटा दिये जाएं तो वहां क्या बचेगा। क्या वह मरुस्थल नहीं हो जाएगा... जहां जीवन नहीं होता। अगर ऐसा है तो क्यों नहीं नागरिक कभी नदियों-जंगलों को बचाने की कवायद को चुनावी मुद्दा नहीं बनाते। ऐसे मुद्दे राजनीति का मुद्दा नहीं बनते क्योंकि हम नागरिक इनके प्रति गंभीर नहीं हैं, जी हां, यह नागरिकों का ही धर्म है क्योंकि हमारे इसी समाज से निकले नेता हमारी बात करते हैं।

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