"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू गेहूं के फसल में लगने वाले कीट और रोग एवं इसके उपचार से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। पूरी जानकारी विस्तार से सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा मिर्च में लगने वाला लीफ कर्ल रोग और इसके उपचार के बारे में जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .

यह नौकरी उन लोगों के लिए है, जो साउथ ईस्टर्न रेलवे के द्वारा निकाली गई एक्ट अपरेंटिस के रिक्त पदों पर कार्य करने के लिए इच्छुक हैं. एक्ट अपरेंटिस के पदों पर कुल 1785 रिक्तियां निकाली गई हैं। इन पदों पर वेतन मान नियमानुसार दिया जायगा। वैसे उम्मीदवार इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से दसवीं के साथ आई टी आई पास किया हो। साथ ही आवेदन कर्ता की आयु 15 से 24 वर्ष के बीच होनी चाहिए । इच्छुक उम्मीदवार को अपना आवेदन ऑनलाइन भरना होगा । अधिक जानकारी के लिए आवेदन कर्ता इस वेबसाइट पर जाकर जानकारी ले सकते हैं, वेबसाइट है www.rrcser.co.in । याद रखिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 27-12-2024 है।

उत्तरप्रदेश राज्य के श्रावस्ती जिला के जमुनाहा प्रखंड से सतीश दुबे ने मोबाइल वाणी के माध्यम से सुरेंद्र से बातचीत किया। बातचीत के दौरान सुरेंद्र ने बताया कि वे बकरी पालन करते हैं और अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए उन्हें 4 लाख रूपए ऋण की आवश्यकता है।

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उत्तरप्रदेश राज्य के जिला श्रावस्ती से हमारे श्रोता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से शिवपाल से हुई। शिवपाल यह बताना चाहते है की वह टेंट हाउस का काम करते है। उनको आर्थिक सहायता की जरूरत है।

उत्तरप्रदेश राज्य के श्रावस्ती ज़िला के सिरसिया प्रखंड के रंजीतपुर से हमारे संवाददाता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सहजराम वर्मा से हुई ,ये कहते है कि इन्हे सिरसी का काम करना है। इसके लिए ट्रेक्टर चाहिए और इन्हे आर्थिक सहयोग

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला श्रावस्ती के इकौना प्रखंड से हमारे श्रोता की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से लालू से हुई। लालू यह बताना चाहते है कि वह होटल खोलना चाहते है। उनको आर्थिक सहायता की जरूरत है।

"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू गेहूं के फसल के लिए सिंचाई प्रबंधन से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। पूरी जानकारी विस्तार से सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.

एड्स इस नाम से हम सभी भली भांति परिचित हैं इसका पूरा नाम है 'एक्वायर्ड इम्यूलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम ' यह एक तरह का वायरस है जिसे एचआईवी के नाम से भी जाना जाता है।यह एक जानलेवा बीमारी है लेकिन आज भी लोगों में एड्स को लेकर सतर्कता नहीं है।साथ ही इसे समाज में भेदभाव की भावना से देखा जाता है। एड्स के प्रति जागरूकता फ़ैलाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। दोस्तों , हम सभी को एड्स को लेकर सतर्क रहना है ,साथ ही लोगों में सर्तकता लाने की भी ज़रुरत है।साथियों, एड्स का उपचार भेदभाव नहीं बल्कि प्यार है। आइये हम सभी मिलकर विश्व एड्स दिवस मनाए और लोगों में एड्स के प्रति अलख जगाए। सतर्क रहें,सुरक्षित रहें