उत्तरप्रदेश राज्य के श्रावस्ती जिला के जमुनाहा प्रखंड से अनिल शर्मा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से संतोष गुप्ता से बातचीत किया। बातचीत के दौरान संतोष गुप्ता ने बताया कि वे कपड़ा का बिज़नेस करते है, पैसों की कमी के कारण बिज़नेस सही से नहीं चल रहा है। बिज़नेस बढ़ाने के लिए उन्हें पांच लाख रूपए ऋण की आवश्यकता है।
उत्तरप्रदेश राज्य के श्रावस्ती जिला से मुन्ना लाल ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे बिज़नेस करना चाहते हैं। इसके लिए उन्हें 15 लाख रूपए ऋण की आवश्यकता है।
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू आलू के फसल में लगने वाले कीट, बीमारियां एवं उपचार से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। पूरी जानकारी विस्तार से सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत कृषि विशेषज्ञ कपिल देव शर्मा गेंहू फसल में खरतवार नियंत्रण के बारे में जानकारी दे रहे हैं। विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें .
उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से अवधेश कुमार मिश्रा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि वे बिज़नेस करना चाहते हैं, जिसके लिए उन्हें 5 लाख रूपी ऋण की आवश्यकता है
उत्तरप्रदेश राज्य के श्रावस्ती ज़िला के इकौना प्रखंड से नालता प्रसाद जयसवाल ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि इनको गल्ला का व्यापार करना है जिसके लिए इन्हे पैसे और जानकारी की आवश्यकता है
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला श्रावस्ती से अनिल कुमार , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते है कि वह टेंट का काम करना चाहते है। उनको लोन की जरूरत है।
यह नौकरी उनके लिए है जो रोसा संस्थान से जुड़कर अकाउंटेंट के पद पर कार्य करने के लिए इच्छुक है। इस पद पर कार्य करने का कार्यस्थल वाराणसी उत्तरप्रदेश होगा। वैसे उम्मीदवार जिन्होंने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से वाणिज्य विषय में स्नातक पास किया हो ,वे इस पद के लिए आवेदन कर सकते है। इच्छुक व्यक्ति दिनांक 6 जनवरी 2025 से पहले अपना बायोडाटा संस्थान के ईमेल पता पर भेज सकते है । संस्थान का ईमेल है : meetkashi21@gmail.com . साथ ही आप कंपनी के इस नंबर 8874619862 पर संपर्क कर इस पद से सम्बंधित अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है।
नमस्कार/ आदाब दोस्तों, मानवाधिकार अपने आप में एक विस्तृत शब्द है। मानवाधिकार में मानव समुदाय को मिलने वाले हर तरह के अधिकार समाहित है। यह अधिकार हर इंसान को विरासत में मिलते हैं, चाहे वह किसी भी जाति, धर्म, लिंग या भाषा से संबंधित हो। मानवाधिकार यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं कि सभी मनुष्यों के साथ समान व्यवहार किया जाए।लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण हमें समय समय पर मानव अधिकारों का उल्लंघन देखने को मिलता है। मानव अधिकारों का उल्लंघन के खिलाफ एक जुट होकर आवाज बुलंद करने एवं मानव अधिकारों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से 10 दिसम्बर 1948 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा अंगीकार की गई और 10 दिसम्बर 1950 को पहली बार मानवाधिकार दिवस मनाई गई. तब से लेकर हर वर्ष 10 दिसम्बर को यह दिवस मनाया जाता है। हर वर्ष मानवाधिकार दिवस के लिए एक विशेष थीम निर्धारित की जाती है और इस वर्ष यानि 2024 का थीम है 'हमारे अधिकार, हमारा भविष्य, अभी'. इसका मतलब है कि हमें अपने दैनिक जीवन में मानवाधिकारों के महत्व को स्वीकार करना चाहिए. तो साथियों, आइये हम सब अपने अधिकारों को पहचानें और एक जूट होकर अपने अधिकारों की रक्षा करें। आप सभी श्रोताओं को मोबाइल वाणी परिवार के ओर से मानवाधिकार दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !!
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विशेषज्ञ श्री जिव दास साहू गेहूं के फसल में लगने वाले कीट और रोग एवं इसके उपचार से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। पूरी जानकारी विस्तार से सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें.