उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से अरविन्द श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से शालिनी श्रीवास्तव से हुई। शालिनी कहती है कि इन्होने अपनी जमीन अपनी आवाज़ कार्यक्रम को सुना जिसमे बताया गया की महिलाओं को जमीन में अधिकार देना चाहिए। इससे वो सहमत है। कार्यक्रम सुनने के बाद इन्होने समझा की बेटा और बेटी को बराबर का हिस्सा देना चाहिए। अब इन्होने निर्णय लिया कि आगे चल कर वो बेटा और बेटी को जमीन में बराबर का हिस्सेदारी देंगी ताकि भविष्य में बेटी सशक्त बनेगी। जमीन आधार बनेगा और भविष्य में काम आएगा। उस जमीन को अपने कार्य में इस्तेमाल कर सकती है। सभी अभिभावक को समझना चाहिए कि जब बेटा और बेटी को हर वर्ग में बराबर माना जा रहा है ,मायके ससुराल की जिम्मेदारी संभाल रही है , तो भूमि में बराबरी का हिस्सा देना चाहिए