उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से मोहम्मद आरिफ की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से अमित से हुई। अमित कहते है कि पिता की संपत्ति देना उचित तब है जब बेटी अविवाहित है। माता पिता का देहांत हो चूका हो तब बेटी उत्तराधिकारी बन सकती है। या कोई पिता या माता अपनी ख़ुशी से अपनी बेटियों को कुछ हिस्सा देना चाहता है तो वो दे सकता है