उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से काजल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि प्रत्येक वित्तीय वर्ष में किसी भी ग्रामीण परिवार के व्यवसायिक सदस्यों को 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराती है। जो प्रति दिन Rs.220 के न्यूनतम वेतन पर सार्वजनिक कार्य के संबंध में अकुशल जबरन श्रम करने के इच्छुक हैं।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से नीलू , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि कई मजदूर अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए काम करते हैं और कई लोग उन्हें पसंद करते हैं। वह अपने घर को चलाने के लिए कड़ी म्हणत करते है , जैसै सड़क का निर्माण करना आदि।

मज़दूरों को सही से मज़दूरी नहीं मिलने पर उन्हें समस्या होती है। सरकार को इन समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए ताकि मज़दूरी की रोजी रोटी पर संकट न उत्पन्न हो

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर ज़िला से वीर बहादुर ,मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कि जो महिलाएँ काम कर रही हैं, गन्ना छील रही हैं, उनके कार्यक्षेत्र में उचित व्यवस्था ,बच्चों की देखरेख की व्यवस्था होनी चाहिए। साथ ही उनके क़र्ज़ को माफ़ करने का मुद्दा जो उठाया गया है ,वो उचित है।

उत्तरप्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से नीलू यादव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि अक्सर मनरेगा में काम करने के बाद मजदूरों को वेतन के लिए परेशान होना पड़ता है। इस बात का सरकार को ध्यान रखना चाहिए की मनरेगा मजदूरों को समय से उनका वेतन भुगतान किया जाये

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि एक सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण प्रत्येक श्रमिक का मूल अधिकार है। लेकिन राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देखें तो इसका हनन आम बात हो गई है।अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के आंकड़े बताते हैं कि वैश्विक स्तर पर एक वर्ष में एक सौ पच्चीस मिलियन से अधिक श्रमिक व्यावसायिक दुर्घटनाओं और बीमारियों के शिकार होते हैं।विकास के बावजूद, व्यावसायिक और तकनीकी सुरक्षा को बढ़ावा देने में भारत का रिकॉर्ड भी अच्छा नहीं है। काम के माहौल को सुरक्षित बनाना नीति निर्माताओं के लिए हमेशा कम प्राथमिकता का विषय रहा है, जबकि इस विषय के विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इस प्रकार व्यापक निवेश किया जाए तो उत्पादक लाभ में काफी वृद्धि हो सकती है।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से प्रियंका सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि मनरेगा मजदूर गांवों में रोजगार पाने के लिए भटक रहे हैं। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बलरामपुर से प्रियंका सिंह , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि कई लोगों को मनरेगा द्वारा काम मिला है। लोगों को बेरोजगारी भत्ता दिया जाना चाहिए।

अगर इस जहां में मजदूरों का नामोंनिशां न होता, फिर न होता हवामहल और न ही ताजमहल होता!! नमस्कार /आदाब दोस्तों,आज 1 मई को विश्व अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस या मई दिवस मना रहा है।यह दिन श्रमिक वर्ग के संघर्षों और विजयों से भरा एक समृद्ध और यादगार इतिहास है। साथियों,देश और दुनियाँ के विकास में मजदूर भाई-बहनों का योगदान सराहनीय है।हम मजदूर भाई-बहनों के जज्बे को सलाम करते हैं और उनके सुखमय जीवन की कामना करते हैं। मोबाइल वाणी परिवार की तरफ से मजदूर दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

महिलाओं की लगातार बढ़ती हिस्सेदारी और उसके सहारे में परिवारों के आर्थिक हालात सुधारने की तमाम कहानियां हैं जो अलग-अलग संस्थानों में लिखी गई हैं, अब समय की मांग है कि महिलाओं को इस योजना से जोड़ने के लिए इसमें नए कामों को शामिल किया जाए जिससे की ज्यादातर महिलाएं इसका लाभ ले सकें। दोस्तों आपको क्या लगता है कि मनरेगा के जरिए महिलाओँ के जीवन में क्या बदलाव आए हैं। क्या आपको भी लगता है कि और अधिक महिलाओं को इस योजना से जोड़ा जाना चाहिए ?