उत्तर प्रदेश राज्य के बलरामपुर जिला से नीलम पांडेय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि 'राजीव की डायरी' कार्यक्रम लोगों को बहुत पसंद आया। यह कार्यक्रम लड़कियों की शिक्षा पर विशेष बल दे रहा है।हमारे देश में सभी को शिक्षा का अधिकार है,लेकिन लड़कियों को इसके लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है ।कई बार घर के काम के बोझ के साथ उन्हें स्कूल बैग का बोझ भी उठाना पड़ता है। उनके जीवन में कई बाधाएं आती हैं ।कभी लोगों की गंदी नज़रों से बचकर स्कूल जाना पड़ता है। जैसे-तैसे स्कूल पहुंचने के बाद यौन शोषण और भावनात्मक शोषण की अलग चुनौती है जो हर दिन उनके धैर्य और साहस की परीक्षा लेती है। ऐसी स्थिति में लड़कियों के लिए सुरक्षित माहौल बनाने की ज़िम्मेदारी शासन-प्रशासन के साथ - साथ समाज की भी है । अगर इन बाधाओं को कम करना है , तो बदलाव करना होगा। जब-तक हम अपने सोच को नही बदलेंगे तब-तक हमारे समाज और देश में लड़कियां शिक्षित नहीं हो पाएंगी।