उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला से विशाल सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे समाज में लड़कियों के माता-पिता ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं इसलिए लड़कियां लापता हो रही हैं। माता पिता को ध्यान देना चाहिए कि बच्चे कहां जा रहे क्या कर रहे। महिलाओं और किशोर लड़कियों का गायब होना सामाजिक बुराइयों से जुड़ी एक गंभीर समस्या है। हमें लैंगिक भेदभाव, रोजगार की कमी और आजीविका के अवसरों जैसी गंभीर चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए रोकथाम के बारे में सोचना होगा
उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला से शालिनी पांडेय मोबाइल वाणी के माध्यम से दुर्गेश पांडेय से बातचीत की।दुर्गेश पांडेय का कहना है कि पिता की संपत्ति के दो नियम होते हैं अगर बेटे हैं, तो जाहिर सी बात है कोई भी पिता लड़कियों को पढ़ाता लिखाता है फिर उनकी अच्छे घर में शादी करता है सामर्थ्य के अनुसार, क्योंकि हमारा समाज गंदा है यहां दहेज प्रथा चलता है, चाहे वह प्रत्यक्ष हो या पूर्ण, इसे उपहार के रूप में देना पड़ता है। अगर शादी अच्छी है तो उसे पैसा देना पड़ेगा । अगर पैसे नहीं देंगे तो वो शादी एक अच्छी शादी नहीं होगी।ऐसी अवस्था में पैसे देने पड़ते हैं। हर एक पिता दे देता है कि लड़की की शादी एक अच्छे परिवार में हो जाए। दूसरी बात यह है कि यदि शादी अच्छे परिवार में हो गयी तो वहां की प्रॉपर्टी उसकी हो जाती है वहां उसका हक़ है लेकिन इसके पहलु और है ,कि यदि पिता किसी कारण वश बेटियों की शादी नहीं कर पाया और मर गया ,तो जो भाई लोग होते हैं वे उसपर ध्यान नहीं देते हैं। ऐसी हालात में हमारी सरकार द्वारा राज्य संहिता में एक कानून पारित किया था कि अगर कोई लड़की है और वह शादीशुदा नहीं है,तो उसके जितने भी बच्चे हैं उनको बराबर का हक मिलेगा। इसका मतलब है कि पिता यदि नहीं है तो भाइयों में डर रहेगा कि हमें संपत्ति नहीं मिलेगी और अगर हम इसे लेते हैं, तो अगर दो बीघा जमीन है तो कम से कम एक बीघा का पैसा उसमें लगा दें तो यह बहुत अच्छा संरक्षण मिला कानून के द्वारा और यह अच्छा भी है। वैसे संपत्ति में जब बेटा नहीं होता है तो बेटी को अधिकार मिलना ही चाहिए, यह संरक्षण हमारे कानून में है और बेटियों को मिलता भी है। अगर बेटी शादीशुदा नहीं है औरअविवाहिता घर पर है, पिता मर गया है, तो उनका भी अधिकार है, यह भी अच्छी बात है। यह कानून है और हम इसका समर्थन करते हैं और यही अच्छाई है, यह हमारे देश में बहुत अच्छा कानून है।प्रॉपर्टी है तो उसका महत्व है। उनका कहना है कुछ बहने खुद भी हिस्सा नहीं लेना चाहती हैं क्योंकि भाई के साथ रिश्ते अच्छे, मीठे हैं और एक जगह ससुराल में संपत्ति ज्यादा होती है तो लड़कियां चाहती हैं कि उनके भाई को भी खुश रहने दें अगर उनकी पिता ने अच्छी शादी की है और अच्छी तरह से रह रहे हैं, तो उन्हें भी उनका अधिकार है।
उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से शालिनी पांडेय ने मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारी श्रोता से साक्षात्कार लिया। उन्होंने बताया कि वो अपने बेटी को अपनी भूमि में हिस्सा नहीं देंगी। उनका कहना है जहाँ उनकी बेटी की शादी होगी वही उनका हिस्सा होगा यहाँ पर तो केवल उनके बेटे का हिस्सा है। महिलायें खुद भी भूमि का हिस्सा नहीं लेना चाहती है, ताकि भाई बहन का रिश्ता बना रहे।
उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला ब्लॉक विशेश्वरगंज , ग्राम जमनहा से विशाल सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से स्थानीय निवासी जगनारायण से बात किया उन्होंने बताया कि महिलाओं को रोजगार मिलना चाहिए तभी समाज का विकास होगा। महिलाओं को अगर रोजगार मिल जाये तो वो घर से बाहर जाकर काम कर सकती है। महिलाये अगर खुद का व्यापार करती है तो वो सफल हो सकती है
उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला, ब्लॉक कटरा बाजार , ग्राम बनगाँव से विशाल सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से स्थानीय निवासी ज्ञान प्रसाद से बात किया, उन्होंने बताया कि महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए। लड़कियों की शिक्षा पर ज्यादा से ज्याद ध्यान देना चाहि। महिलाओं को जब नौकरी मिलेगी तभी वो आगे बढ़ सकेंगी। महिलाओं को व्यापार और रोजगार से जोड़ना चाहिए तभी वो आगे बढ़ेंगी। महिलाओं को खुद का व्यापार करना होगा, शिक्षित महिलायें समाज को आगे ले जाएंगी और तभी हमारा समाज विकास कर पायेगा
उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला से विशाल सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से शिव शुक्ला से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि हमारे समाज में गरीबी बढ़ गयी है महिलाएं सुबह से लेकर शाम तक काम करती हैं लेकिन फिर भी महिलाओं के पास खाना नहीं होता। महिलाओं को सभी अधिकार होने चाहिए उन्हें कोई कोर्स करवानी चाहिए ताकि उन्हें रोजगार मिल सके। उनका कहना है अभी हमारा समाज पिछड़ा हुआ है हमारा संस्कृति ऐसी है कि हम महिलाओं को बाहर जाकर काम नहीं करने देते लेकिन ये जल्द ही बदलेगा। सरकार शिक्षा के माध्यम से महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए पूरा प्रयास करे।
उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला से विशाल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से योगेश कुमार से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना बहुत आवश्यक है। महिलाओं को जमीन और पढ़ाई लिखाई नौकरी हर जगह अधिकार होना चाहिए। पुरूष महिलाओं को समाज में बराबर का अधिकार देना नहीं चाहते जबकि हर क्षेत्र में उनकी बराबर भागीदारी है। हमारे समाज में दर दर की ठोकरे खा रही हैं महिलायें क्योंकि जब तक महिलाएं पढ़ेंगी लिखेंगी नहीं तो आगे कैसे बढ़ेंगी उन्हें समाज में बाहर निकलना चाहिए उन्हें हर क्षेत्र में अवसर मिलना चाहिए। वे स्वयं तलाश करे की उन्हें कहां जाना है क्या करना है। कुछ लोगों की यही मानसिकता छोटी है जिसके कारण महिलाएं पीछे हैं यही कारण है कि समाज पीछे रह रहा है, आगे विकास नहीं कर रहा है। उनका कहना है जीविका चलाने के लिए महिलाओं को कोई न कोई साधन अपनाना ही पड़ेगा