मेरा नाम है मंजू। मुझे एमसी के बारे में ज्यादा नॉलेज नही है। मुझे नहीं मालूम। वैसे मेरे बारे में तो हमलोग कभी दवा - ववा खाते ही नही हैं। लेते ही नही हैं पीरिएड के दौरान। दूसरों का हमें पता ही नही
नमस्कार साथियों , मेरा नाम है रेखा , तो जैसे कि पंद्रह या सोलह साल की वर्ष में लड़कियों पीरिएड आना शुरू हो जाता है।
नमस्कार साथियों , मेरा नाम है रिफत । जैसे कि नरेगा में औरतों बहुत सी काम करती है। तो इसलिए उन्हें पैसा नही मिलता है ,कम मिलता है। प्रधान ले लेते हैं
नमस्कार साथियों , मेरा नाम है रिफत। उम्र सत्रह साल और मैं रहने वाली हूँ बहराइच की । जैसे कि पीरिएड आने से पहले कमर या सर में या हाथ - पैर में दर्द होने लगता है। क्यों होने लगता है ?ये दवा खाना हो तो बहुत सी लड़कियां होती हैं ,मतलब ऐसी ही दवा खा लेती हैं।मगर ऐसे ही दवा नही खाना चाहिए। डाक्टर से मिल के दवा खाना चाहिए। धन्यवाद।
नमस्कार साथियों , मेरा नाम है रिफत। जैसे कि पेंशन सरकार देती है बूढ़े माँ - बाप को तो इसलिए एक हज़ार रुपये देती है जैसे कि दो - चार हज़ार रुपये दे तो बूढ़े माँ - बाप का खर्चा या कुछ भी चल सके। धन्यवाद
नमस्कार साथियों मेरा नाम है रिश्वत। मेरा गांव बहराइच।जिसकी औरतें मनरेगा में इसलिए काम नही करती हैं कि जैसे कि प्रधान आधा पैसा खा ही लेता है इसलिए औरतें काम नही करती। धन्यवाद
जनता की समस्या का निर्माण
Transcript Unavailable.
नमस्कार साथियों मैं सायरा बनो। बहराइच मटेहरा गांव से,मेरी उम्र 30 साल है। पिन कोड - 271882 और जैसे गांव में नरेगा का काम इसलिए महिलाओं को नही मिल पाता है काम जल्दी,कि इसलिए कि प्रधान जो है आधा पैसा खा लेते हैं ,धन्यवाद
नीलम,नानपारा। गांव में काम इसलिए नही मिलता क्योंकि महिलाओं को,आधा पैसा प्रधान खा जाता है